एससी, एसटी और ओबीसी का हक छीन कर मुस्लिमों को देना कांग्रेस का हिडेन एजेंडा : अमित मंडल

रांची: भाजपा विधायक सह प्रदेश प्रवक्ता अमित मंडल ने कहा है कि एससी, एसटी और ओबीसी का हक छीन कर अपने चहेतों को देना कांग्रेस और इंडी गठबंधन का हिडेन एजेंडा है। इंडी गठबंधन SC, ST और OBC आरक्षण का लाभ मुस्लिमों को देना चाहती है। कांग्रेस कहती है कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है जबकि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं कि देश के संसाधनों पर पहला हक गरीबों का है। कांग्रेस और भाजपा में यही बड़ा अंतर है। भाजपा सदैव से सबक साथ-सबका विकास की पक्षधर रही है। जबकि कांग्रेस का इतिहास सदैव तुष्टिकरण की घटिया और घिनौनी राजनीति से भरा रहा है। कांग्रेस को SC, ST और OBC से नफरत है और उनके घोषणापत्र में भी तुष्टीकरण स्पष्ट दिखाई दे रहा है। श्री मंडल मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

श्री मंडल ने कहा कि 09 दिसंबर 2006 को National Development Council के 52वें meeting को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि “We will have to devise innovative plans to ensure that minorities, particularly the Muslim minority, are empowered to share equitably in the fruits of development. They must have the first claim on

resources.”

यानि …

हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अभिनव योजनाएँ बनानी होंगी कि अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यकों को विकास के लाभों में समान रूप से हिस्सा लेने का अधिकार मिले। संसाधनों पर पहला अधिकार उनका होना चाहिए।

श्री मंडल ने कहा कि इससे एक खास वर्ग के प्रति कांग्रेस के अगाध प्रेम को समझा जा सकता है। मनमोहन सिंह ने यह बयान गलती से नहीं दिया था बल्कि जानबूझ कर दिया था क्योंकि 13 अप्रैल 2009 को फिर से मनमोहन सिंह ने मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस में एक प्रश्न का जवाब देते हुए फिर अपने बयान को सही ठहराया और कहा कि Minorities का खासकर मुस्लिमों को priority मिलनी चाहिए जब बात देश के संसाधनों की आती है। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के माध्यम से गलतबयानी की गई कि मुसलमानों की हालत दलितों से भी खराब है। मतलब यह कि कांग्रेस पहले से ही आधार बना रही थी कि येन-केन-प्रकारेण मुस्लिम को एससी (अनुसूचित जाति) घोषित कर मुस्लिमों को एससी आरक्षण की वैधता दिला दी जाए।

श्री मंडल ने कहा कि कांग्रेस की SC, ST और OBC के अधिकारों पर डाका डालने की आदत बहुत पुरानी है। यहाँ तक कि बाबासाहब भीमराव अंबेडकर ने भी 27 अक्टूबर 1951 को कहा था कि “पिछले 20 वर्षों में पंडित नेहरू ने दो हजार भाषण दिए हैं, लेकिन उन्होंने एक बार भी अनुसूचित जाति के कल्याण के बारे में बात नहीं की है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कांग्रेस पार्टी को हमारे लोगों के प्रति कितनी सहानुभूति है। पंडित नेहरू हमेशा मुसलमानों के पक्ष में रहते हैं। हम नहीं चाहते कि मुसलमानों की उपेक्षा की जाए, लेकिन मैं यह जरूर चाहते हैं कि मुसलमानों को अन्य समुदायों की कीमत पर अनुचित लाभ नहीं उठाना चाहिए, जिन्हें अधिक सुरक्षा की आवश्यकता है। कांग्रेस ने राष्ट्रीय धार्मिक और भाषाई अल्पसंख्यक आयोग का गठन ये साजिश रची कि मुसलमानों में भी जाति है, इसलिए उनमें भी एससी माना जाए और एससी लिस्ट में आरक्षण दिया जाए। कोई एससी अगर धर्म बदल कर मुसलमान या ईसाई बनता है तो भी उसका एससी दर्जा बना रहे। साथ ही, ओबीसी के 27% से 6% काटकर मुसलमानों को आरक्षण दिया जाय।

श्री मंडल ने कहा कि कांग्रेस ने कोर्ट के क़ानून को बदल कर AMU, Jamia Milia जैसे संस्थानों से SC, ST और OBC Reservation को ख़त्म किया। 1981 में कांग्रेस ने SC, ST और OBC का Reservation छीनने के लिए अलग से ‘AMU (Amendment) Act, 1981’ लाकर Court के फैसले को बदल दिया। कांग्रेस सभी मुसलमान जातियों को ओबीसी यानी सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ा बता रही है। कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में 4 बार Muslim Reservation को implement करने की कोशिश की। Supreme Court के intervention के कारण कांग्रेस सरकार इसे लागू नहीं कर पाई। 2009 लोक सभा election में अपने Manifesto में कांग्रेस ने job और education में मुस्लिमों को nationwide reservation देने का promise किया था। कांग्रेस चाहती थी कि OBC Reservation के अंदर Muslims के लिए अलग से sub quota हो। 2011 में, यूपीए-॥ के दौरान Minority Affairs Ministry ने OBC Quota के भीतर 8.4% sub-quota का प्रस्ताव रखा, जिसमें मुसलमानों के लिए 6% reservation शामिल था। 2014 के लोक सभा election manifesto में भी कांग्रेस ने इस तरह की बातें की थी। इस बार भी कांग्रेस ने अपने manifesto में इस तरह की बातें की है। कर्नाटक में भाजपा सरकार ने religion based reservation को खत्म कर दिया था लेकिन कांग्रेस की सरकार ने आते ही तमाम मुसलमानों को OBC category में डाल दिया। कर्नाटक में ओबीसी के अंदर कैटेगरी 2B बनाकर सभी मुस्लिम जातियों को आरक्षण दिया गया।

श्री मंडल ने कहा कि कांग्रेस ने अपने Manifesto में कहा है कि देश में बहुसंख्यकवाद की कोई जगह नहीं है मतलब उन्हें SC, ST और OBC से सख्त नफरत है क्योंकि देश में बहुसंख्यक आबादी इन्हीं गरीब लोगों की है। इन्हीं की साजिशों की वजह से जम्मू-कश्मीर में आजादी के 70 सालों तक एससी, एसटी, ओबीसी आरक्षण के साथ-साथ अन्य सामाजिक अधिकारों से वंचित थे। कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में कहा है कि जाति जनगणना को हम पूरे देश में इम्प्लिमेंट कर देश का एक्सरे करेंगे, फाइनेंशियल और इंस्टीट्यूशनल सर्वे करेंगे। ये पता लगाएंगे कि हिंदुस्तान का धन किसके हाथों में है। कौन से वर्ग के हाथ में है और इस ऐतिहासिक कदम के बाद हम क्रांतिकारी काम शुरू करेंगे। कांग्रेस के लोग कहते हैं कि आपकी सबकी संपत्ति की जांच होगी। कांग्रेस की x-ray मशीन अब बहनों-बेटियों की अलमारी में और लॉकर में पहुंचेगी। ये क्रांतिकारी काम यही है कि ये आपका पैसा, आपकी संपत्ति हड़प कर अपने चहेतों को देंगे।

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