अद्भुत अंबाजी मंदिर में नहीं है मूर्ति, आंखों पे पट्टी बांध कर की जाती है पूजा

गुजरात के बनासकांठा जिले में अंबाजी मंदिर दुर्गा माता का सबसे लोकप्रिय मंदिर है। इस मंदिर के लिए भक्तों में इतनी अपार श्रद्धा है कि यहां विदेश में रहने वाले गुजराती भी मां अंबाजी जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। अंबाजी का मंदिर इसलिए भी अनोखा माना जाता है, क्योंकि यहां देवी की एक भी मूर्ति नहीं है। मूर्ति के बजाए यहां एक बेहद ही पवित्र श्री यंत्र है, जिसकी मुख्य रूप से पूजा की जाती है। लेकिन, खास बात ये है कि श्री यंत्र को सामान्य आंखों से देख पाना मुश्किल है और न ही आप यहां फोटो खींच सकते। इसकी पूजा भक्त आंखों पर पट्टी बाधंकर करते हैं।
यह मंदिर सफेद संगमरमर से बना है, जिसमें सोने के शंकु हैं। प्रवेश करने के लिए एक मुख्य द्वार और बगल में एक और छोटा दरवाजा है। मंदिर के गर्भगृह को चांदी के दरवाजों से सुशोभित किया गया है। कक्ष के अंदर एक गोख, या आला है, जिसे दीवार में लगाया गया है। जिस पर पूजा करने के लिए पवित्र ज्यामितीय वस्तु श्री यंत्र स्थापित है।
मंदिर के अंदर मूर्ति की अनुपस्थिति इस बात की ओर इशारा करती है कि ये मंदिर प्राचीन समय से है, जब भारत में मूर्ति पूजा प्रचलित नहीं थी। लेकिन फिर भी, यहां के पुजारी गोख के ऊपरी क्षेत्र को इस तरह से सजाते हैं कि ये इसे कोई भी देवता की छवि के रूप में देख सकता है। अंबाजी मंदिर से थोड़ी दूरी पर एक चौड़ा कुंड है, जिसे मानसरोवर के नाम से जाना जाता है। यहां डुबकी लगाना बेहद पवित्र माना जाता है।

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