गणादेश खासः चीफ सेक्रेट्री की ना के बाद भी केके वर्मा को दिया गया पूजा सिंघल की तरह हैं तीन तीन प्रभार

रांचीः रांची। आईएस पूजा सिंघल की तरह बिजली बोर्ड के एक अफसर 3 प्रभार में है। पूजा सिंघल के पास भी उद्योग, खान और जेएसएमडीसी की जिम्मेवारी थी। इसी तरह के के वर्मा के पास भी 3 कंपनियों की जिम्मेवारी है वह भी रिटायरमेंट के बाद यह जिम्मेवारी सौंपी गई है। केके वर्मा 31 दिसंबर 2021 को रिटायर हुए थे उसके बाद उन्हें संचरण निगम का एमडी बनाने का प्रस्ताव चीफ सेक्रेटरी को भेजा गया था। इस प्रस्ताव पर चीफ सेक्रेटरी ने अपनी असहमति जताई थी लेकिन बर्मा का पावर ऐसा था की चार दिन के अंदर फिर उस प्रस्ताव पर सहमति बन गई और कार्मिक ने इसका आदेश जारी कर दिया। कार्मिक ने यह आदेश चार जनवरी 2022 को जारी कर दिया। यह सफर यहीं नहीं रुका इसके बाद आठ अप्रैल को वर्मा को झारखंड बिजली वितरण निगम का ऑपरेशन एंड प्रोजेक्ट एमडी बनाया गया। फिर जरेडा के एमडी की भी जिम्मेवारी सौंप दी गई। इसमें दिलचस्प बात यह है कि बिजली कंपनियों में 16 चीफ इंजीनियर है जिनकी अनदेखी की गई इसको लेकर इंजीनियरों में भी काफी रोष है उनका कहना है कि वर्मा के कार्यकाल तक कुछ चीफ इंजीनियर रिटायर हो जाएंगे उन्हें आगे बढ़ने का मौका नहीं मिलेगा। बताते चलें कि हेमंत सोरेन के पहले कार्यकाल के दौरान दो वर्मा के बीच 36 का आंकड़ा रहा था। उस समय फ्रेंचाइजी और सिकिदारी हाइडल का का मुद्दा चर्चा में रहा था। दोनों बर्मा इस मुद्दे को लेकर आपस में उलझते रहे थे। इसका नतीजा यह हुआ कि कोलकाता और जमशेदपुर की फ्रेंचाइजी रद्द कर दी गई थी सिकिदिरी हाइडिल में हुई अनियमितता की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी इस कारण बिजली बोर्ड के तत्कालीन सीएमडी एसएन वर्मा को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी।

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