महुआ मांझी को एक उपन्यास ने बना दिया हस्ती, आज झामुमो से राज्यसभा की उम्मीदवार
रांची. रांची में रहने वाली महुआ माजी ने बचपन में ही रंगमंच पर कदम रख दिया था। जिसके बाद उन्होने चित्रकारिता में अपनी रुची दिखाई। कॉलेज के दिनों में कविताएं लिखने के शौक ने उनके लेखन को और मजबूत किया जिसके बाद वर्ष 2006 में उन्होने “मैं बोरिशाइल्ला” नामक उपन्यास लिखा। उनके इस उपन्यास की बहुत सराहना की गयी और वह हिन्दी जगत में छा गईं। शायद वह भी नहीं जानती थी कि अपने पहले उपन्यास से वह इतनी प्रसिद्ध हो जाएंगी। 2019 के विधानसभा चुनाव में महुआ मांझी रांची से झामुमो प्रत्याशी थी. उन्होंने अपने निकटतम भाजपा प्रत्याशी सीपी सिंह को कड़ी टक्कर दी थी. हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके अलावा उन्होंने झारखंड राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष की भी जिम्मेवारी निभाई।