ज्योतिबा फुले 19वीं सदी के एक महान समाज प्रबोधक और विचारक थे : कर्मवीर सिंह

रांची: भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के तत्वावधान में गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में महान दार्शनिक महात्मा ज्योतिबा फुले जी की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन एवं श्रद्धासुमन अर्पित किया गया।
मौके पर *प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह* ने कहा कि दलितों और निर्बल वर्ग को न्याय दिलाने के लिए ज्योतिबा ने 1873 में ‘सत्यसोधक समाज’ की स्थापना की थी। उनकी समाज सेवा देखकर 1888 ई. में मुंबई की एक विशाल जनसभा में उन्हें ‘महात्मा’ की उपाधि दी गई। आज हम सब को उनके आदर्श पर चलने की जरूरत है। 
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि ज्योतिबा फुले का समाज के लिए योगदान अविस्मरणीय है। ज्योतिराव गोविंदराव फुले महाराष्ट्र के एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता, व्यवसायी, जाति-विरोधी समाज सुधारक और लेखक थे। उनका काम कई क्षेत्रों तक फैला हुआ है, जिसमें अस्पृश्यता और जाति व्यवस्था का उन्मूलन और महिलाओं और उत्पीड़ित जाति के लोगों को शिक्षित करने के उनके प्रयास शामिल हैं।
अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष  किशुन कुमार दास* ने कहा कि ज्योतिबा फुले 19वीं सदी के एक महान समाज सुधारक, लेखक, दार्शनिक तथा क्रान्तिकारी कार्यकर्ता थे। इन्हें महात्मा फुले एवं ज्योति बा  फुले के नाम से भी जाना जाता है। इन्‍होने अपना पूरा जीवन स्त्रियों को शिक्षा का अधिकार दिलाने, बाल विवाह को बंद कराने में लगा दिया। फुले समाज की कुप्रथा, अंधश्रद्धा की जाल से समाज को मुक्त करना चाहते थे। 28 नवंबर, 1890 को 63 साल की उम्र में उनका निधन हुआ था। 
मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष  बालमुकुंद सहाय, प्रदेश कार्यालय मंत्री हेमंत दास, प्रदेश मंत्री श्रीमती सीमा पासवान, एससी मोर्चा के प्रदेश कार्यालय मंत्री जोगेंद्र लाल, प्रदेश महामंत्री रंजन पासवान, प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी श्री राजीव राज लाल, विस्तारक संयोजक मनोज दुबे, विस्तारक सह संयोजक सुबोध कांत एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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