झारखंड में जरेडा अगले पांच सालों में एक हजार सोलर ग्राम विकसित करेगा : विजय कुमार

रांची: झारखंड राज्य ऊर्जा विभाग अगले पांच सालों में प्रदेश के अंदर एक हजार सोलर ग्राम तैयार करेगा। इसकी तैयारी चल रही है। यह बातें जरेडा के निदेशक विजय कुमार सिन्हा ने कही।

वे राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर बुधवार को जरेडा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में किसानों को संबोधित कर रहे थे। इसमें सौर जल पंपों पर एक इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया गया। जिसमे कई किसानों ने भाग लिया। अधिकारियों ने सौर पंपों के लाभों के बारे में बताया कि कैसे किसान उच्च उत्पादन और उच्च ऊर्जा संरक्षण के लिए सौर पंपों का बेहतर उपयोग कर सकता है। इस कार्यक्रम में राज्य की बड़ी संख्या में सौर पंप लगाने वाली कंपनियों ने भी भाग लिया।
जरेडा के निर्देशक विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि ऊर्जा का बचत करना हमारा उद्देश्य है। ऊर्जा का बचत आप अपने घर से ही कर सकते हैं। साथ ही अन्य लोगों को भी ऊर्जा संरक्षण के बारे में जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जरेडा प्रत्येक जिले में सोलर पार्क लगाने की तैयारी में है। कम से कम सौ एकड़ में बीस मेगावाट का प्लांट लगाने की योजना है। दो मेगावाट का देवघर में काम कर रहा है। चांडिल में सोलर पॉवर प्लांट लगाने का काम चल रहा है। श्री सिन्हा ने कहा कि अगले पांच सालों में झारखंड में सोलर पॉवर के क्षेत्र में बेहतर काम दिखेगा। गांव में पीएम कुसुम योजना से किसान सौर पंप से खेती कर रहे हैं। यह योजना किसानों के लिए आजीविका सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। क्योंकि यह झारखंड में लाखों किसानों को अस्थाई पर्यावरण अनुकूल तरीके से विश्वसनीयता और सस्ती सिंचाई प्रदान करता है इस प्रकार राज्य के लिए आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ सुनिश्चित कर आता है। संथाल परगना क्षेत्र के प्रमुख जिले के अधिकांश किसानों ने इस आयोजन में भाग लिया है। किसानों का एक बड़ा हिस्सा चैंपियन महिला किसान थी। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले जरेडा के कार्यकारी अभियंता मुकेश प्रसाद ने कहा कि सौर पंप पर स्विच करना आज पहले से कहीं अधिक आर्थिक समझ में आता है और जरेडा स्थापना के लिए प्रतिबद्ध है। कृषि गतिविधियों के ऊर्जा भार को सौर ऊर्जा में स्थानांतरित करने की तत्काल आवश्यकता है। जरेडा इसे सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है।
विद्युत कार्यपालक अभियंता अखिलेश गौतम ने कहा कि रूपटॉप योजना से आम लोग अपने घर के छत पर सोलर पैनल लगाकर इसका लाभ ले रहे हैं। इससे ऊर्जा का संरक्षण होता है। इसके अलावा सभी ट्रैफिक सिग्नल में सोलर पॉवर लगाया गया है। सोलर पार्क भी सभी जिले में लगाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार ने पहले ही महत्वकांक्षी नई  सौर नीति का अनावरण किया था जिसका लक्ष्य अगले 5 वर्षों में स्वच्छ ऊर्जा क्षमता को 4000 मेगावाट तक बढ़ाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *