08 अक्टूबर शनिवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष: आज समय आपके पक्ष में है। इसलिए इसका बेहतर सदुपयोग करें। पिछले कुछ समय से जिन कामों में रुकावट आ रही थी, आज वह बहुत ही सहज व आसान तरीके से हल हो जाएंगे। वस्त्र, आभूषण जैसी खरीदारी में भी समय व्यतीत हो सकता है। आराम के लिए समय मिलेगा लेकिन मनोरंजन में गवाने के संकेत हैं। मन प्रसन्न रहेगा। स्वास्थ्य सुधार होगा।

वृष: आज आपका दिन मनोनुकूल रहेगा। योजना फलीभूत होंगी । मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। आपके घर में परिवर्तन या सुधार संबंधी कुछ योजनाएं बनेंगी। व्यस्तता के बावजूद आप अपनी रूचि संबंधी कार्यों के लिए भी समय निकाल लेंगे। आपके मन मुताबिक इच्छा पूर्ति होने से आत्मिक खुशी व सुकून मिलेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

मिथुन: आज आपका दिन आरामदायक रहेगा । परिवार का सहयोग मिलेगा । बड़ो का आशीर्वाद फलीभूत होगा । कार्यक्षेत्र में समय जैसा चल रहा है, उसी पर ध्यान केंद्रित रखें। किसी भी प्रकार की भविष्य संबंधी कार्य प्रणाली की योजना रुककर बनाएं। नौकरी पेशा व्यक्तियों को अपना टारगेट हासिल मेहनत से कर लेंगे। जीवनसाथी की सलाह से कार्य सिद्ध होंगे। स्वास्थ्य लाभ होगा।

कर्क: आज आपका दिन बेहतर रहेगा। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा । संतान को कोई उपलब्धि हासिल होने से मन प्रसन्न रहेगा। तथा घर में भी उत्सव भरा वातावरण बना रहेगा। धन के निवेश संबंधी योजनाओं के लिए समय उत्तम है। घर में कोई धार्मिक कृत्य भी संपन्न हो सकता है। मित्रमंडली से शुभ समाचार मिल सकता है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

सिंह: आज आपका दिन शुभ फलदायी होगा । मेहनत रंग अवश्य दिखाएगी । कार्यक्षेत्र में की गई मेहनत के परिणाम भी बेहतरीन हासिल होंगे। इस समय अपना पूरा ध्यान अपने काम पर केंद्रित रखें क्योंकि इससे व्यवसाय की स्थिति मजबूत रहेगी। नौकरी पेशा व्यक्तियों को किसी प्रकार सहयोग से फलप्राप्ति होगी । स्वास्थ्य लाभ होगा।

कन्या: आज आपका समय शुभ रहेगा । दिनचर्या में सुधार होगा। ग्रह गोचर इस समय आपके पक्ष में बेहतरीन परिस्थितियां बना रहे हैं। अपने अधूरे पड़े हुए कामों को पूरा करने के लिए समय बहुत ही उचित है। परिवार तथा मित्रों के साथ मनोरंजन तथा घूमने-फिरने का भी प्रोग्राम बनेगा। बड़ो का आशीर्वाद फलीभूत होगा । स्वाथ्य में हल्की थकान महसूस कर सकते हैं।

तुला: आज आपका दिन सामान्य रहेगा । मेहनत के अवसर प्राप्त होंगे । व्यवसाय की स्थिति पहले से बेहतर होगी। साथ ही वित्तीय मामलों में भी सुधार हो सकता है। नौकरी से संबंधित कामों में हालात सामान्य ही रहेंगे। किसी भी प्रकार का बदलाव करने की आवश्यकता नहीं होगी । धार्मिक महत्व की तरफ रूचि और बढेगी । स्वास्थ्य सही रहेगा।

वृश्चिक: आज आपका समय नवीन विचारधारा उत्पन्न करने वाला होगा। जीवनसाथी की सकारात्मक सोच उचित फैसले में मददगार रहेगी । समय संतोषजनक चल रहा है। परंतु जल्दबाजी की बजाय शांतिपूर्ण तरीके से काम करना ज्यादा प्रभावी रहेगा। घर के नवीनीकरण तथा साज-सज्जा से संबंधित वस्तुओं की खरीदारी भी रहेगी। स्वास्थ्य सुधार होगा।

धनु: आज आपका दिन मिलाजुला रहेगा । आप व्यस्त रहने से आराम को समय कम दे पाओगे । मेहनत शुभफलदायी रहेगी । पैसों के लेनदेन संबंधी कार्यों को करते समय सावधानी रखने की जरूरत है। नौकरी पेशा व्यक्ति अपने सहयोगियों के साथ मधुर संबंध बनाए रखें । मित्रमंडली व सगे सम्बन्धियों को समय दे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

मकर: आज आपका दिन शुभफलदायी रहेगा । सहयोगात्मक भावना से मानसिक शान्ति मिलेगी । साझेदारी संबंधी बिजनेस में पारदर्शिता रखें। इससे आपसी संबंध मजबूत बने रहेंगे। आज किसी नए काम को शुरू ना करें । बच्चों के साथ समय बिताएँ। जीवनसाथी के सहयोग से मानसिक प्रसन्नता बनेगी । स्वास्थ्य सुधार होगा।

कुंभ: आज आपका दिन शुभ रहेगा। पारिवारिक माहौल खुशनुमा बनेगा । बड़ो का आशीर्वाद फलदायी रहेगा।
रुका या उधार दिया हुआ पैसा हासिल करने के लिए भी आज का दिन उत्तम है। इसके लिए प्रयासरत रहें। आज आपकी मुख्य योजना अपने सभी कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से निपटाने की रहेगी। और आप इसमें काफी हद तक सफल भी रहेंगे। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

मीन: आज आपका दिन शुभफलदायी रहेगा। घर का माहौल सामान्य रहेगा । मानसिक सन्तुष्टि मिलेगी । कार्यस्थल और आर्थिक मामलों में ध्यान बंट सकता है । किसी अनुभवी व्यक्ति का मार्गदर्शन और सलाह आपके लिए लाभदायक साबित होगी। शेयर्स तथा स्टॉक संबंधी कार्यों में सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य सही रहेगा।

🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ll🌞
🌤️ दिनांक – 08 अक्टूबर 2022
🌤️ दिन – शनिवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – अश्विन
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – चतुर्दशी 09 अक्टूबर रात्रि 03:41 तक तत्पश्चात पूर्णिमा
🌤️ नक्षत्र – पूर्व भाद्रपद शाम 05:08 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
🌤️ योग – वृद्धि रात्रि 08:54 तक तत्पश्चात ध्रुव
🌤️ राहुकाल – सुबह 09:29 से सुबह 10:57 तक
🌞 सूर्योदय – 05:43
🌦️ सूर्यास्त – 05:32
👉 दिशाशूल – पूर्व दिशा में
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
🔥 *विशेष – चतुर्दशी और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*

🌷 शरद पूनम की रात दिलाये आत्मशांति, स्वास्थ्यलाभ 🌷
09 अक्टूबर 2022 रविवार को शरद पूर्णिमा है।
🌙 आश्विन पूर्णिमा को ‘शरद पूर्णिमा’ बोलते हैं । इस दिन रास-उत्सव और कोजागर व्रत किया जाता है । गोपियों को शरद पूर्णिमा की रात्रि में भगवान श्रीकृष्ण ने बंसी बजाकर अपने पास बुलाया और ईश्वरीय अमृत का पान कराया था । अतः शरद पूर्णिमा की रात्रि का विशेष महत्त्व है । इस रात को चन्द्रमा अपनी पूर्ण कलाओं के साथ पृथ्वी पर शीतलता, पोषक शक्ति एवं शांतिरूपी अमृतवर्षा करता है ।
👉🏻 शरद पूनम की रात को क्या करें, क्या न करें ?
🌙 दशहरे से शरद पूनम तक चन्द्रमा की चाँदनी में विशेष हितकारी रस, हितकारी किरणें होती हैं । इन दिनों चन्द्रमा की चाँदनी का लाभ उठाना, जिससे वर्षभर आप स्वस्थ और प्रसन्न रहें । नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए दशहरे से शरद पूर्णिमा तक प्रतिदिन रात्रि में 15 से 20 मिनट तक चन्द्रमा के ऊपर त्राटक करें ।
🌙 अश्विनी कुमार देवताओं के वैद्य हैं । जो भी इन्द्रियाँ शिथिल हो गयी हों, उनको पुष्ट करने के लिए चन्द्रमा की चाँदनी में खीर रखना और भगवान को भोग लगाकर अश्विनी कुमारों से प्रार्थना करना कि ‘हमारी इन्द्रियों का बल-ओज बढ़ायें ।’ फिर वह खीर खा लेना ।
🌙 इस रात सुई में धागा पिरोने का अभ्यास करने से नेत्रज्योति बढ़ती है ।
🌙 शरद पूनम दमे की बीमारी वालों के लिए वरदान का दिन है । अपने आश्रमों में निःशुल्क औषधि मिलती है, वह चन्द्रमा की चाँदनी में रखी हुई खीर में मिलाकर खा लेना और रात को सोना नहीं । दमे का दम निकल जायेगा ।
🌙 चन्द्रमा की चाँदनी गर्भवती महिला की नाभि पर पड़े तो गर्भ पुष्ट होता है । शरद पूनम की चाँदनी का अपना महत्त्व है लेकिन बारहों महीने चन्द्रमा की चाँदनी गर्भ को और औषधियों को पुष्ट करती है ।
🌙 अमावस्या और पूर्णिमा को चन्द्रमा के विशेष प्रभाव से समुद्र में ज्वार-भाटा आता है । जब चन्द्रमा इतने बड़े दिगम्बर समुद्र में उथल-पुथल कर विशेष कम्पायमान कर देता है तो हमारे शरीर में जो जलीय अंश है, सप्तधातुएँ हैं, सप्त रंग हैं, उन पर भी चन्द्रमा का प्रभाव पड़ता है । इन दिनों में अगर काम-विकार भोगा तो विकलांग संतान अथवा जानलेवा बीमारी हो जाती है और यदि उपवास, व्रत तथा सत्संग किया तो तन तंदुरुस्त, मन प्रसन्न और बुद्धि में बुद्धिदाता का प्रकाश आता है ।
🌙 खीर को बनायें अमृतमय प्रसाद खीर को रसराज कहते हैं । सीताजी को अशोक वाटिका में रखा गया था । रावण के घर का क्या खायेंगी सीताजी ! तो इन्द्रदेव उन्हें खीर भेजते थे ।
🌙 खीर बनाते समय घर में चाँदी का गिलास आदि जो बर्तन हो, आजकल जो मेटल (धातु) का बनाकर चाँदी के नाम से देते हैं वह नहीं, असली चाँदी के बर्तन अथवा असली सोना धो-धा के खीर में डाल दो तो उसमें रजतक्षार या सुवर्णक्षार आयेंगे । लोहे की कड़ाही अथवा पतीली में खीर बनाओ तो लौह तत्त्व भी उसमें आ जायेगा । इलायची, खजूर या छुहारा डाल सकते हो लेकिन बादाम, काजू, पिस्ता, चारोली ये रात को पचने में भारी पड़ेंगे । रात्रि 8 बजे महीन कपड़े से ढँककर चन्द्रमा की चाँदनी में रखी हुई खीर 11 बजे के आसपास भगवान को भोग लगा के प्रसादरूप में खा लेनी चाहिए । लेकिन देर रात को खाते हैं इसलिए थोड़ी कम खाना और खाने से पहले एकाध चम्मच मेरे हवाले भी कर देना । मुँह अपना खोलना और भाव करना : ‘लो महाराज ! आप भी लगाओ भोग ।’ और थोड़ी बच जाय तो फ्रिज में रख देना । सुबह गर्म करके खा सकते हो ।
(खीर दूध, चावल, मिश्री, चाँदी, चन्द्रमा की चाँदनी – इन पंचश्वेतों से युक्त होती है, अतः सुबह बासी नहीं मानी जाती ।)
🙏🏻 ऋषि प्रसाद : सितम्बर 2014

       🌞 *~  पंचांग ~* 🌞

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