29 अगस्त मंगलवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष:आपका दिन सामान्य रहेगा। बोलने से पहले थौड़ा सोचें। आज कोई समाचार मिल सकता है। किसी परिजन की चिंता रहेगी। कारोबार में विवेक से कार्य करें, लाभ होगा। थोड़े प्रयास से अधिक लाभ होगा। संतान और स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। गुस्सा नियन्त्रित हो तो जिन्दगी में शुकुन ही शुकुन सिद्ध होगा। समय का सदुपयोग करना सबसे बेहतर रहेगा। स्वास्थ्य सुधार होगा।
वृष:आपका आज का दिन अनुकूल रहेगा । कम बोलें पर अच्छा बोलें। आज कई स्त्रोतों से धनलाभ संभव है। घर-परिवार की चिंता से तनाव रहेगा। निजी कार्यों से भागदौड़ अधिक होगी। निवेश शुभ रहेगा। यात्रा हो सकती है।
मिथुन:समय की अनुकूलता का आभास होगा। बड़े सौदों के लिए समय शुभ है। संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। आर्थिक लाभ होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। विवाह योग्य जातकों के लिए समय उपयुक्त है।
कर्क:आज पसंदीदा भोजन का आनंद मिलेगा। दोस्तों के साथ यात्रा होगी। नौकरी में परिश्रम निरर्थक होगा। आप की लापरवाही से लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। विवाह प्रयास सफल रहेंगे।
सिंह:दिन की शुरुआत में आलस की अधिकता रहेगी। करियर के प्रति निर्णय लेने में संकोच रहेगा। धन प्राप्ति सुगमता से होगी। यात्रा सफल रहेगी। न्यायपक्ष मजबूत होगा।
कन्या:आज रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कार्यस्थल परिश्रम अधिक होगा। बुजुर्गजनों को पुरानी व्याधि से कष्ट होगा। कीमती वस्तुएं संभाल कर रखें।
तुला:नई व्यापारिक योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार की आवश्यकता है। राजकीय सहयोग मिलेगा, उन्नति होगी। अपनों से मनमुटाव हो सकता है।
वृश्चिक:अपनी जिम्मेदारी को समझें। गृहस्थ सुख मिलेगा। आज धनलाभ होगा। व्यवसायिक प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे। मन प्रसन्न रहेगा। आलस्य की अधिकता से कार्यों में विलंब होगा। संतान के विवाह के लिए किये प्रयास सफल रहेंगे।
धनु:अपनी बातों से लोगों का दिल जित लेंगे। संतान के लिए समय अनुकूल है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। सामाजिक कार्य सफल रहेंगे। स्वजनों के साथ पार्टी-पिकनिक का आनंद मिलेगा।
मकर:आज का दिन प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। आज की गई यात्रा-निवेश सफल रहेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी, जोखिम न लें। कारोबार के विस्तार के लिए धन संग्रह करेंगे।
कुंभ:मनोबल बढेगा ।न चाहते हुए भी फालतू खर्च बढ़ सकता है। मामूली चोट, विवाद आदि से हानि हो सकती है लेकिन ध्यान रखें तो सामान्य रहेगा सब कुछ । कुसंगति से बचें, जोखिम न लें। तीर्थयात्रा संभव है। परिवार के प्रति सजग रहेंगे। गाय सेवा हर दृष्टि से लाभकारी होगी।
मीन:रोजगार के लिए उत्तम समय है ।आज किया निवेश शुभ रहेगा। स्वजनों के साथ पार्टी-पिकनिक का आनंद मिलेगा। काम की अधिकता रहेगी। झूठ बोलने से बचें। माता के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। शुभ समाचार प्राप्त होगा। दान धर्म फलदायी होगा।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ll🌞*
🌤️ दिनांक – 29 अगस्त 2023
🌤️ दिन – मंगलवार
🌤️ विक्रम संवत – 2080
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – श्रावण
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – त्रयोदशी दोपहर 02:47 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
🌤️ नक्षत्र – श्रवण रात्रि 11:50 तक तत्पश्चात धनिष्ठा
🌤️ योग – शोभन 30 अगस्त रात्रि 01:51 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
🌤️ राहुकाल – शाम 03:49 से शाम 05:23 तक
🌞 सूर्योदय-05:21
🌤️ सूर्यास्त- 06:16
👉 दिशाशूल- उत्तर दिशा में
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
💥 *विशेष- त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

रक्षाबंधन पर इन 10 मे से करे कोई एक काम हमेशा भरी रहेगी तिजोरी | कार्य सिद्धि के लिए गणेशजी पर चढाए ऐ वस्तु⤵️

🌷 रक्षाबंधन के पर्व पर दस प्रकार का स्नान
🙏🏻 श्रावण महिने में रक्षाबंधन की पूर्णिमा 30 अगस्त 2023 बुधवार वाले दिन वेदों में दस प्रकार का स्नान बताया गया है |
👉🏻 गतांक से आगे….
5⃣ गोरज स्नान – गायों के पैरों की मिट्टी थोड़ी ले ली, और वो लगा ली | गवां ख़ुरेंम ये वेद में आता है इसका नाम है दशविद स्नान | रक्षाबंधन के दिन किया जाता है | गवां ख़ुरेंम निर्धुतं यद रेनू गग्नेगतं | सिरसा तेल सम्येते महापातक नाशनं || अपने सिर पर वो गाय की खुर की मिट्टी लगा दी तो महापातक नाशनं | ये वेद भगवान कहते हैं |
6⃣ धान्यस्नान – जो हमारे गुरुदेव सप्तधान्य स्नान की बात बताते हैं | वो सब आश्रमों में मिलता है | गेंहूँ, चावल, जौ, चना, तिल, उड़द और मुंग ये सात चीजे | ये धान्यस्नान बताया | धान्योषौधि मनुष्याणां जीवनं परमं स्मरतं तेन स्नानेन देवेश मम पापं व्यपोहतु | सप्तधान स्नान ये भी पूनम के दिन लगाने का विधान है |
7⃣ फल स्नान – वेद भगवान कहते हैं फल स्नान मतलब कोई भी फल का थोडा रस लगा दिया | और कोई नहीं तो आँवला बढियाँ फल है | आँवला हरा तो मिलेगा नहीं तो थोडा आँवले का पाऊडर ले लिया और लगा दिया गया हो फल स्नान | मतलब हमारे जीवन में अनंत फल की प्राप्ति हो और सांसारिक फल की आसक्ति छूट जाय | इसलिए आज पूर्णिमा को हे भगवान फल के रस से थोडा स्नान कर रहें हैं | किसी को और फल मिल जाये और थोडा लगा दिये जाय तो कोई घाटा नहीं हैं |
8⃣ सर्वोषौधि स्नान – सर्वोषौधि माना आयुर्वेदिक औषधि खाना नहीं | इस स्नान में कई जड़ीबूटी आती हैं | उसमे दूर्वा, सरसों, हल्दी, बेलपत्र ये सब डालते हैं उसमें वो थोडासा पाऊडर लेके शरीर पर रगड के स्नान किया जाता है | मेरी सब इन्द्रियाँ आँख, कान, नाक, जीभ,त्वचा ये सब पवित्र हो | इसमें सर्वोषौधि स्नान, और मेरा मन पवित्र रहें| मेरे मन में किसी के प्रति बुरे विचार न आये |
9⃣ कुशोधक स्नान – कुश होता है वो थोडा पानी में मिला दिया और थोडा पानी हिला दिया | क्योंकि जो अपने घर में कुश रखते हैं ना तो उनके पास कोई मलिन आत्माएँ नहीं आ सकती | भूत, प्रेत आदि का जोर नहीं चलता | कुश क्या है ? जब भगवान का धरती पर वराह अवतार हुआ था | तो उनके शरीर से वो उखणकर जमीन पर गिरने लगे वही आज कुश के रूप में पाये जाते हैं, वो परम पवित्र है | वो कुश जहाँ पर हो वहाँ पर मलिन आत्मा नहीं आती हो तो भाग जाती हैं | तो कुश पानी में थोडा हिला दिया और प्रार्थना कर दी की, मेरे मन में जो मलिन विचार हैं, गंदे विचार हैं या कभी कभी आ जाते हैं वो सब भाग जाये | हरि ॐ … हरि ॐ … ॐ ,… करके उसे पानी में नहा दिया |
1⃣0⃣ हिरण्य स्नान – हिरण्य स्नान माने अगर अपने पास कोई सोने की चीज है | कोई सोने का गहना वो बाल्टी में डाल दिया, हिला दिया और स्नान कर लिया | हिलाने के बाद वो निकाल लेना बाल्टी में पड़ा नहीं रहे |
🙏🏻 तो ये दशविद स्नान वेद में बताया | श्रावण मास के पूर्णिमा का दिन किया जाता है | आप इसमें से आप जितने कर सकते हो उतने कर लेना | १ – २ न कर पाये तो जय सियाराम … कह दें प्रभु ! हमसे जितना हो सकता था वो किया |
और जब शरीर पर पानी डाल रहे हैं तो ये श्लोक बोलना –
🌷 नमामि गंगे तव पाद पंकजं सुरासुरैः वंदित दिव्यरूपं |
भुक्तिचं मुक्तिचं ददासनित्यं भावानुसारें न सारे न सदा स्मरानाम ||
गंगेच यमुनेच गोदावरी सरस्वती नर्मदे सिंधु कावेरी | जलस्म्ये सन्निधिं कुरु ||
ॐ ह्रीं गंगाय ॐ ह्रीं स्वाहा ||
🙏🏻 तीर्थों का स्मरण करते हुये स्नान करें | तो ये बड़ा पुण्यदायी स्नान श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन) के दिन प्रभात को किया जाना चाहिये ऐसा वेद का आदेश है |
👉🏻 समाप्त…..

🌷 विद्यार्थी विशेष 🌷
👧🏻 विद्यार्थी पढ़ने में ज्यादा कमजोर हो तो –विद्यार्थी को सारस्वत मंत्र तो बापूजी देते ही है |
पर समझो कोई बच्चा कमजोर है ज्यादा… पढ़ नहीं सकता तो उसको सिखा दें ॐ हयग्रीवाय नम : ॐ हयग्रीवाय नम : ॐ हयग्रीवाय नम : ॐ हयग्रीवाय नम :अपने आराध्य को स्मरण करके जप करें |
🙏🏻 भगवान विष्णु के चौबीस अवतार थे उसमे हयग्रीव अवतार हैं | ये अग्निपुराण में अग्निदेव वशिष्ठ से कहते हैं |
💥 विशेष – 30 अगस्त 2023 बुधवार को हयग्रीव जयंती हैं ।

🌷 रक्षाबंधन के दिन 🌷
🙏🏻 यदि आप भी इस रक्षाबंधन पर धन व व्यापार से जुड़ी सभी परेशानियां खत्म करना चाहते हैं तो अपनाएं ये ज्योतिष शास्त्र के आसान उपाय…
रक्षाबंधन पर करें इन 10 में से कोई 1 काम, हमेशा भरी रहेगी तिजोरी
👉🏻 व्यापार वृद्धि के लिए
रक्षाबंधन के दिन महालक्ष्मी मंदिर में या घर पर ही देवी लक्ष्मी का पूजन कर दूध, चावल, केला व पंच मेवा से बनी खीर देवी को अर्पण करें व बालकों में प्रसाद बांटे।
👉🏻 शत्रु ज्यादा परेशान कर रहे हों तो
शत्रु परेशान कर रहे हों तो रक्षाबंधन के दिन हनुमानजी को चोला चढ़ाकर, गुड़ का भोग लगाएं व गुलाब के फूल चढ़ाएं । इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
👉🏻 दरिद्रता दूर करने के लिए
कोई भी ऐसा पौधा जो वटवृक्ष के नीचे उगा हुआ हो, राखी के दिन उसे अपने घर के किसी गमले में लाकर लगा लें। ऐसा करने से दरिद्रता दुर होती है और घर में स्थाई लक्ष्मी का निवास होता है।
👉🏻 पैसा वापस न मिल रहा हो तो
किसी ने आपसे पैसा उधार लिया हो और वापस न लौटा रहा हो तो रक्षाबंधन के दिन सूखे कपूर का काजल बनाकर एक कागज पर उसका नाम इस काजल से लिखकर एक भारी पत्थर से दबा दें।पैसा बहुत जल्दी वापस मिल जाएगा।
👉🏻 बीमार रहते हों तो
यदि आप अक्सर बीमार रहते हैं तो रात को एक सिक्का सिरहाने रखें और सुबह उस सिक्के को श्मशान में बाहर से फेंक आएं।ये बीमारी की समस्या जल्द ही खत्म हो जाएगी।
👉🏻 व्यापार में सफलता न मिल रही हो तो
यदि आप व्यापार में लगातार असफल हो रहे हों तो रक्षाबंधन के दिन दोपहर में पांच कागजी नींबू, एक मुट्ठी काली मिर्च व एक मुट्ठी पीली सरसों के साथ रख दें।अगले दिन सुबह इन सभी चीजों को किसी समसान स्थान पर गाड़ दें।
👉🏻 ऋण मुक्ति के लिए
रक्षाबंधन के दिन गेहूँ के आटे में गुड़ मिलाकर पुए बनाएं और किसी हनुमान मंदिर में जाकर चढ़ाएं और गरीबों में बाँट दें।कर्ज से मुक्ति मिल जाएगी।
👉🏻 धन-समृद्धि के लिए
अगर आप अपार धन-समृद्धि चाहते हैं, तो रक्षाबंधन के दिन लाल रंग के मिट्टी के घड़े में नारियल रखकर उस पर लाल कपड़ा ढ़ककर झोली बांधकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
👉🏻 आर्थिक काम में असफलता मिल रही हो तो
सरसों के तेल में सिके गेहूँ के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पुए, सात मदार (आक) के फूल, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तेल का दीपक, पत्तल या अरंडी के पत्ते पर रखकर रक्षाबंधन की रात में किसी चौराहे पर रख कर कहें – हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यही छोड़े जा रहा हूं कृपा करके मेरा पीछा ना करना।

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