डॉ .खगेंद्र ठाकुर की चौथी पुण्यतिथि पर भाकपा कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
रांची: भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य परिषद कार्यालय में शनिवार को देश के जाने माने लेखक आलोचक प्रगतिशील लेखक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम सीपीआई के झारखंड राज्य कार्यकारणी के सदस्य रहे डॉ .खगेंद्र ठाकुर की चौथी पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्हें याद करते हुए राज्य कार्यकारणी सदस्य सह जिला सचिव अजय सिंह ने कहा की खगेंद्र जी की कमी वर्तमान समय में काफी खलती है। वर्तमान समय में जो वैचारिक लड़ाई इस देश में लड़नी होगी उसमे लेखकों और बुद्धिजीवियों को आगे आना होगा तभी इस देश की सांझी विरासत और गंगा जमुनी संस्कृति की रक्षा की जा सकती है।dr खगेंद्र जी बेवाक और बेखौफ होकर सत्ता की आलोचना करते थे।उनका कहना था कि तलवार की धार से ज्यादा धारदार हथियार है कलम ।तलवार सर कलम कर सकता है किसी का अस्तित्व मिटा सकता है लेकिन कलम से लिखे विचारो को कभी भी मिटाया नहीं जा सकता है। इसलिए सामाजिक बदलाव और क्रांति के लिए कलम के सिपाहियो को आगे आकर समाज को जागरूक करना चाहिए।समाज को आईना दिखाना चाहिए।गरीब , शोषित, पीड़ित,और दलित , महिला छात्र और नौजवानों को सही दिशा दिखाने के लिए कलम का इस्तेमाल करना चाहिए।यही कार्य उन्होंने अपने जीवन काल के लिए,इसलिए हम सभी लोगो का दायित्व बनता है की dr खगेन्द्र ठाकुर के बताए हुए रास्ते पर चलना चाहिए।उन्होंने अपना पूरा जीवन कम्यूनिस्ट पार्टी में रहते हुए शोषित पीड़ितों के लिए समर्पित कर दिया था। जबकि उन्होंने लेकचरर शिप की नौकरी छोड़ कर पार्टी के पूरा वक्ति कार्यकर्ता बनकर समाज की सेवा किया।ऐसे लोग इस समाज में अब काम ही मिलते है।dr खगेन्द्र ठाकुर का झारखण्ड से एक अटूट रिश्ता था।इनका जन्म भी वर्तमान में गोड्डा जिला में हुआ था। खगेन्द्र ठाकुर ने देश विदेश में भी झारखंड का नाम रौशन किया है ,साहित्य जगत में उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है।सच्ची श्रद्धांजली होगी की उनके बताए रास्ते पर चल ।युवायो को साहित्यिक जगत से जुड़ने के लिए प्रेरित करे।
उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने में मुख्य रूप से राजद के राजेश यादव,मनोज ठाकुर,निर्भय कुमार दीपक लाल श्यामल चक्रबर्ती राजेश रावी, संजीत कुमार ललन मिश्रा शामिल थे।