चैत नवरात्र ; माता मुंडेश्वरी धाम पहुंचे हजारों श्रद्धालु, माता के जयकारे से गूंजा पवरा पहाड़ी

कैमूर। 9 अप़ैल से शुरू है चैत्र नवरात्रि सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है. नौ दिनों तक माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है. चैत्र नवरात्रि आज से शुरू है जो 17 अप्रैल तक चलेगा। जिले के भगवानपुर प्रखंड अंतर्गत रामगढ़ पंचायत के पवरा पहाड़ी की चोटी पर विराजमान माता मुंडेश्वरी का मंदिर है। चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन यानी आज मंगलवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किया.
कैमूर में चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन मंगलवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किया. सुबह होते ही हजारों की संख्या में भक्तों ने मां के दरबार पहुंच गये. मां के दरबार में पहुंचे भक्तों ने जय माता की जय-जय शेरावाली, जय पहाड़ा वाली माता की आदि जयकारा भक्ति खूब लगा रहे थे.

माता के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालुओं के जय घोष से पूरा पहाड़ी गुंजायमान रहा. बता दें कि भभुआ से बेतरी होते हुए मोकरी के रास्ते मुंडेश्वरी प्रांगण तक भक्त पहुंच जाते हैं। तथा वहीं दूसरी तरफ भगवानपुर मसही के रास्ते होते हुए सरैया उमापुर होते हुए गाड़ियों का तांता लगा है. बताया जाता है कि माता मुंडेश्वरी का दर्शन करने के लिए जिला ही नहीं बल्कि अन्य जिले, राज्यों के अलावे विदेशों से भी श्रद्धालु माता का दर्शन करने आते हैं. श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक न्यास समिति के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था व पेयजल, शौचालय आदि की भी समुचित व्यवस्था की गई है.

पुलिस एवं मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। मंदिर के सचिव अशोक सिंह के द्वारा भक्तों को किसी प्रकार कोई कठिनाई न हो इसके लिए सारी व्यवस्थाएं नवरात्र आने से पहले ही सुसज्जित कर दिया जाता है ताकि आने वाले भक्तों को किसी भी तरह कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। हर साल ही नवरात्र का दिन आते ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगती है. हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धाल आते हैं. श्रद्धालुओं के लिए यहां “हर तरह की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. मंदिर परिसर में आने के लिए सड़क ठीक करायी गयी है. यात्रियों की सुरक्षा को लेकर धार्मिक न्यास के सचिव अशोक सिंह के द्वारा व जिला प्रशासन के सहयोग से पुलिस एवं मजिस्ट्रेट तैनात किये गये है. इसके साथ ही मेडिकल टीम भी लगायी गयी है.

चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व है सनातन धर्म में चैत्र की नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है. नवरात्रि के आज पहले दिन मंगलवार वार को
प्रथम दिन शैलपुत्री के रूप में भक्त दर्शन, पूजन, आराधना करते हैं। बता दे की चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. कलश स्थापना शुभ मुहूर्त में करना अति फलदायक होता है. इसलिए श्रद्धालु पूजा के दौरान पूजा की विधी और शुभ मुहूर्त का खास ख्याल रखते हैं. मंगलवार को चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री के रूप में भक्त मां का दर्शन पूजन कर निहाल हो जाते हैं। भक्तों की माने तो जो भी भक्त मुंडेश्वरी धाम मे आकर माता मुंडेश्वरी का दर्शन करते हैं उनका मानचित्र आत्मा निहाल हो जाता है तथा मनवांछित फल भक्तों को प्राप्त होती है।
माता मुंडेश्वरी के यहाँ मनोकामनाएं पूरी होने पर जीवित पाठा ( बकरी का बच्चा) जीवित अर्पित की जाती है पुरोहित द्वारा पुष्प – माला चढाने पर पाठा यहाँ मुर्छित और बेजान हो जाता है परन्तु पुष्प माला हटाते ही पाठा उठ खड़ा हो जाता है जो आश्चर्यजनक प़तीत होता है। तदोपरांत भक्त पाठा का बलि देकर प़साद ग़हण करते हैं।

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