मेयर आशा लकड़ा ने आठ पीसीसी सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास किया

रांची: मेयर डॉ. आशा लकड़ा ने सोमवार को 24,51,529 रुपये की योजनाओं का शिलान्यास और 12,25,000 रुपये की योजनाओं का उद्घाटन किया। इस क्रम में उन्होंने वार्ड-03, 35 व 36 में आठ पीसीसी सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। इसके अलावा वार्ड-01, 03, 18 व 19 में HYDT (डीप बोरिंग) का उद्घाटन किया।

मेयर ने बताया कि वार्ड-3 स्थित आराधना सिंह रोड एदलहातू में मेन रोड से संजय कुमार सुमन के घर तक 7,80,712 रुपये की लागत से पीसीसी सड़क का निर्माण होगा। वार्ड-35 स्थित पहान टोली अरगोड़ा में सदान साहू के घर से विजय उरांव के घर तक, चरकू उरांव के घर से वीर उरांव के घर तक, मोरेया टोप्पो के घर से वीर उरांव के घर तक, राजू नायक के घर से रवि खलखो के घर तक व नारायण साहू के घर से महादेव उरांव के घर तक 10,57,973 रुपये की लागत से पीसीसी सड़क का निर्माण होगा। इसी प्रकार, वार्ड-36 स्थित अरगोड़ा में मुख्य पथ से सरोजनी लकड़ा के घर तक व मास्टर जी के घर से मुख्य नाला तक 6,12,844 रुपये की लागत से पीसीसी सड़क और नाली का निर्माण होगा।

उन्होंने बताया कि वार्ड-01 स्थित कटहर गोंदा सरना स्थल मिशन गली कांके रोड में 1,75,000, वार्ड-03 स्थित हनुमान नगर रोड नम्बर-5 चिरौंदी मोरहाबादी में 1,75,000, वार्ड-18 स्थित रांची विश्वविद्यालय शहीद चौक के समीप 7,00,000 और वार्ड-19 स्थित स्वर्णरेखा आदिवासी पीजी छात्रावास नगड़ा टोली रंची-1 में 1,75,000 की लागत से कराए गए HYDT (डीप बोरिंग) का उद्घाटन किया गया।

मेयर ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में सड़क, नाली व पेयजल की समस्याओं के समाधान के लिए तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। पिछले कुछ महीनों से बालू की किल्लत के कारण सड़क व नाली निर्माण से संबंधित कार्य बंद थे। अब राज्य सरकार की ओर से बालू घाटों की बंदोबस्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। अब नगर निगम क्षेत्र में तेजी से निर्माण संबंधी कार्य कराए जाएंगे।

उन्होंने रांची नगर निगम के अधिकारियों व संवेदकों को गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने का निर्देश दिया। साथ ही यह भी कहा कि यदि संवेदक पीसीसी सड़क व नाली निर्माण से संबंधित कार्यों में लापरवाही करें या घटिया निर्माण सामग्रियों का उपयोग करें तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। पीसीसी सड़क व नाली निर्माण कार्य में गुणवत्ता के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। मेयर ने कहा कि चार वार्डों में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए डीप बोरिंग कराए गए हैं। नगर निगम की इस संपत्ति को सरकारी न समझें, इसे अपनी संपत्ति समझकर इसकी देखरेख करें। डीप बोरिंग में तकनीकी समस्या उत्पन्न होने पर मरम्मत कार्य के लिए रंची नगर निगम को सूचित करें।

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