झारखण्ड उलगुलान संघ की बैठक,कई मुद्दे पर चर्चा

खूंटी: झारखण्ड उलगुलान संघ के प्रतिनिधि बैठक गुरुवार को तोरपा के डांड़टोली में संयोजक अलेस्टेयर बोदरा की अध्यक्षता में हुई ।
बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों ने कहा कि वर्तमान समय में आदिवासी क्षेत्र की सामाजिक मजबूती को कमजोर करने के लिए कुछ आदिवासी विरोधी तत्व धार्मिक उन्माद फैलाने का काम कर रहे हैं। आदिवासियों के अस्तित्व, अस्मिता, पहचान एवं संस्कृति के साथ साथ जमीन और जंगल के अधिकार को समाप्त करने के लिए यह सोची समझी साजिश है। इस साजिश से आदिवासी समाज बचाने का एकमात्र उपाय है – संविधान के मूलभूत सिद्धांत विरोधी धर्म स्वातंत्रय अधिनियम – 2017 को निरस्त करना, और झारखण्ड उलगुलान संघ धर्म स्वातंत्रय अधिनियम – 2017 को निरस्त करने को लेकर गम्भीर है।
सी. एन. टी एक्ट के तहत आदिवासी जमीन के खरीद – बिक्री में थाना क्षेत्र की सीमा वर्ष 1950 के आधार पर करने के टी. ए. सी के निर्णय पर कहा गया कि सिर्फ आवास निर्माण हेतु 10 – 15 डिसमिल तक ही सीमित किया जाना चाहिए।
बैठक में मसीहदास गुड़िया, सुबोध पुर्ती, जीवन हेमरोम, जोन जुरसन गुड़िया, निरल तोपनो, मुकुट भेंगरा एवं सुदर्शन गुड़िया आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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