कमजोरी और दुःख में हम प्रभु की शक्ति का अनुभव करते हैं:महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद
रांची: जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर जोन्हा पल्ली में रविवार को रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने पल्ली के 20 कैथोलिक बच्चें बच्चियों को दृढ़करण संस्कार प्रदान किया और पवित्र मिस्सा बलिदान अर्पित कर विश्वास में मज़बूत बने रहने और दृढ़ संकल्प के साथ विश्वास के साक्षी बनने के लिए विशेष प्रार्थना की।
आज महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद जोन्हा पल्ली गए जहां उन्होंने पल्ली के कैथोलिक विश्वासियों के लिए रविवार का मिस्सा बलिदान अर्पित कर, 20 बच्चें बच्चियों को दृढ़करण संस्कार प्रदान किया। महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद के आने पर पल्ली के माता- पिता और भाई – बहनों ने महाधर्माध्यक्ष को पल्ली प्रांगण तक ढोल नगाड़े और मंदार के साथ आदिवासी संस्कृति का प्रदर्शन करते, नाचते गाते हुए उनका भव्य स्वागत किया । मिस्सा बलिदान की अगुवाई आर्चबिशप विंसेट आइंद ने की उन्होंने सादरी में प्रवचन देते हुए कहा कि: ” हमरे केर दुःख और विपाईत में हमें ईश्वर केर शक्ति केर अनुभाव करीला (हमारे दुःख और विपत्ति के क्षण हम हमारे जीवन में प्रभु की शक्ति का अनुभव करते हैं)। साथ ही उन्होंने बच्चों को पवित्र आत्मा के वरदान का मर्म भी समझाया” ।
मिस्सा के अंत में महाधर्माध्यक्ष और सभी पुरोहितों का पल्लीवासियों और बच्चे बच्चियों ने अपने मधुर संगीत से उनका स्वागत किया और उनका आभार प्रकट किया । महाधर्माध्यक्ष ने पल्ली के प्रत्येक विश्वासी का उनके भावभीनी स्वागत के लिए अपना आभार प्रकट किया और उनसे मिलने की खुशी का इज़हार किया। महाधर्माध्यक्ष ने पल्ली वासियों को एक दूसरे के साथ मिलकर काम करने और सामाजिक शक्ति का प्रदर्शन करने का आह्वान किया। कलीसिया से ही जुड़ कर सामाजिक उन्नति प्राप्ति की ओर आगे बढ़ सकते हैं इस बात पर भी ज़ोर दिया। दृढ़करण संस्कार लेने वाले बच्चें बच्चियों को संस्कार ग्रहण करने पर शुभकामनाएं एवं बधाईयां भी दीं साथ ही उनके माता पिता को अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से पूर्ण करने पर धन्यवाद देते हुए उन्हें अपने जीवन के प्रति और अपने जिम्मेदारियो के प्रति ईमानदार बने रहने का संदेश दिया।
इस दृढ़करण संस्कार समारोह में रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद के आलावा, जोन्हा के पल्ली पुरोहित फाo प्रेमचन्द तिर्की, सहायक पल्ली पुरोहित फाo चोनहास तिग्गा, आर्चबिशप के सेक्रेटरी फाo असीम मिंज, क्लूनी धर्मसमाज की धर्मबहनें एवं ख्रीस्त विश्वासी शामिल हुए।