07 नवम्बर सोमवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष:आज आपका दिन सामान्य रहेगा लेकिन अनमना सा महसूस करोगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। किसी बड़ी बाधा के दूर होने से प्रसन्नता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। निवेश के सुखद परिणाम आएंगे। पुराना रोग या क्रम उभर सकता है। विवाद व क्लेश से बचें , शान्ति व शील स्वभाव बेहद जरुरी है । लेन-देन में जल्दबाजी न करें। हो सके तो आराम करें।

वृष:दूसरों से अपेक्षा पूर्ण नहीं होने से खिन्नता रहेगी। कार्य में विलंब होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। व्यस्तता रहेगी। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें।

मिथुन:व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य का साथ रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। निवेश शुभ रहेगा। आय होगी। प्रमाद न करें। पुराने शत्रु परेशान कर सकते हैं। थकान व कमजोरी रह सकती है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।

कर्क:धनार्जन होगा। लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। कारोबार में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। नए व्यापारिक अनुबंध होंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शत्रु परास्त होंगे। स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें।

सिंह:पूजा-पाठ में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। परिवार के साथ समय अच्‍छा व्यतीत होगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबार अच्छा चलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्नता रहेंगे। भाइयों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। कुसंगति से हानि सम्भव हैं।

कन्या: धनलाभ के अवसर प्राप्त होंगे। आय में निश्चितता होगी। ऐश्वर्य पर व्यय होगा। वाहन व मशीनरी आदि के प्रयोग में सावधानी रखें, विशेषकर स्त्रियां रसोई में ध्यान रखें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। किसी व्यक्ति से बेवजह विवाद हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

तुला: सुख के साधन जुटेंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेशादि शुभ रहेंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। स्त्री पक्ष से लाभ होगा। अज्ञात भय रहेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शत्रु परास्त होंगे। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा।

वृश्चिक:आय में वृद्धि होगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। कोई बड़ा लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। भाग्य बेहद अनुकूल है, लाभ लें। चोट व रोग से बचें। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी अपरिचित पर अतिविश्वास न करें।

धनु: पुराना रोग उभर सकता है। भागदौड़ रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। किसी गलती का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। जल्दबाजी व लापरवाही न करें। अज्ञात भय सताएगा।

मकर: वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। कोई आवश्यक समाचार मिल सकता है। किसी व्यक्ति से बेवजह विवाद होने से बचें। व्यर्थ भागदौड़ होगी। कार्य में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी।

कुंभ: पराक्रम बढ़ेगा। आय में वृद्धि होगी। पराक्रम बढ़ेगा। किसी बड़े काम को करने में रुझान रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा। चोट व रोग से बचें। सुख के साधन जुटेंगे। प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर में तनाव रह सकता है।

मीन: आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। विवेक से कार्य करें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में चैन रहेगा। आय में वृद्धि होगी। मित्रों के साथ समय मनोरंजक व्यतीत होगा। प्रमाद न करें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा।
🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞
🌤️ दिनांक – 07 नवंबर 2022
🌤️ दिन – सोमवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – हेमंत ॠतु
🌤️ मास – कार्तिक
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – चतुर्दशी शाम 04:15 तक तत्पश्चात पूर्णिमा
🌤️ नक्षत्र – अश्विनी रात्रि 12:37 तक तत्पश्चात भरणी
🌤️ योग – सिद्धि रात्रि 10:37 तक तत्पश्चात व्यतीपात
🌤️ राहुकाल – सुबह 08:09 से सुबह 09:33 तक
🌞 सूर्योदय – 05:55
🌦️ सूर्यास्त – 05:11
👉 दिशाशूल -पूर्व दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण-वैकुंठ चतुर्दशी, व्रत पूर्णिमा,त्रिपुरारी पूर्णिमा
🔥 विशेष – चतुर्दशी और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)

🌷 व्यतिपात योग 🌷
07 नवम्बर 2022 सोमवार को रात्रि 10:38 से 08 नवम्बर, मंगलवार को रात्रि 09:46 तक व्यतिपात योग है ।
🙏🏻 व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है।

🌷 तुलसी 🌷
🙏🏻 ब्रह्मवैवर्त पुराण, प्रकृति खण्ड के अनुसार
🌷 सुधाघटसहस्रेण सा तुष्टिर्न भवेद्धरेः।
या च तुष्टिर्भवेन्नृणां तुलसीपत्रदानतः।।
गवामयुतदानेन यत्फलं लभते नरः।
तुलसीपत्रदानेन तत्फलं लभते सति।।
🙏🏻 हजारों घड़े अमृत से नहलाने पर भी भगवान श्रीहरि को उतनी तृप्ति नहीं होती है, जितनी वे मनुष्यों के तुलसी का एक पत्ता चढ़ाने से प्राप्त करते हैं।दस हजार गोदान से मानव जो फल प्राप्त करता है, वही फल तुलसी-पत्र के दान से पा लेता है।
🙏🏻 ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार
जो पुरुष कार्तिक मास में श्रीहरि को तुलसी अर्पण करता है, वह पत्र-संख्या के बराबर युगों तक भगवान के धाम में विराजमान होता है। फिर उत्तम कुल में उसका जन्म होता और निश्चित रूप से भगवान के प्रति उसके मन में भक्ति उत्पन्न होती है, वह भारत में सुखी एवं चिरंजीवी होता है।
🌷 शिबिराम्यन्तरे भद्रा स्थापिता तुलसी नृणाम् ।
धनपुत्रप्रदात्री च पुण्यदा हरिभक्तिदा ।।
प्रभाते तुलसीं दृष्ट्वा स्वर्णदानफलं लभेत् । ब्रह्मवैवर्तपुराण, श्रीकृष्णजन्मखण्ड, अध्याय 103)
🌿 घरके भीतर लगायी हुई तुलसी मनुष्योंके लिये कल्याणकारिणी, धन – पुत्र प्रदान करनेवाली, पुण्यदायिनी तथा हरिभक्ति देनेवाली होती है । प्रातःकाल तुलसीका दर्शन करनेसे सुवर्ण – दानका फल प्राप्त होता है ।

🌷 सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण मंत्र 🌷
👉🏻 08 नवम्बर 2022 मंगलवार को खंडग्रास चन्द्रग्रहण (भारत में दिखेगा, नियम पालनीय)
🌔 जब भी चंद्र ग्रहण हो तो एक माला नीचे मंत्र की करें :-
🌙 मंत्र – ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम: | …. ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम: | …. ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:

🌷 ग्रहण दर्शन ना करें 🌷
🌗 कोई-कोई TV Channel वाले नादान होते हैं.. ग्रहण का दृश्य लाईव दिखाते हैं .. ये नहीं देखना चाहिए और ग्रहण की छाया भी हम पर न पड़े इसका ध्यान रखना चाहिए

🌷 ग्रहण के समय उसके देवता का मंत्र जप 🌷
🌔 ग्रहण का समय हो तो उस समय ग्रहण के देव का नाम जप करने से उस ग्रह का माने सूर्य या चन्द्र का विशेष आशीवार्द प्राप्त होते हैं चन्द्र ग्रहण में चन्द्र देव का मंत्र …
🌷 ॐ सोमाय नमः
🌷 ॐ रोहिणी कान्ताय नमः
🌷 ॐ चन्द्रमसे नमः
👉🏻 फिर चन्द्र देव की स्तुति का श्लोक
🌷 “दधीशंख: तुषाराभम् क्षीरोरदार्णव संनिभम्, नमामि शशिनं सोमं शम्भोर्मुकुटभूषणम्”
👉🏻 फिर चन्द्र गायत्री मंत्र बोलें …
🌷 ” ॐ अमृतान्गाय विदमहे कलारुपाय धीमहि तन सोमः प्रचोदयात “

       🌞 *~  पंचांग ~* 🌞

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