भगवान बिरसा मुंडा की शहादत दिवस पर उलिहातू में डीसी ने श्रद्धासुमन अर्पित किया

खूंटी: धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की शहादत दिवस के अवसर पर उलिहातू में उपायुक्त शशि रंजन द्वारा भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी गई। आजादी की जंग के महानायक, नवचेतना के सूत्रधार, धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी को शत-शत नमन। उपायुक्त ने इस दौरान क्षेत्र भ्रमण कर उलिहातु के विकास को लेकर किए जाने वाले कार्यों एवं एक्शन प्लान से संबंधित आवश्यक दिशा – निर्देश दिए।
उलीहातु के विकास को लेकर आवश्यक घटकों पर विशेष रूप से कार्य किए जायेंगे, इनमें स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, सिंचाई, पेयजल, बिजली, रोड कनेक्टिविटी, आंगनबाड़ी केंद्र व पर्यटन विकास शामिल है। क्षेत्र के सर्वांगीण विकास की परिकल्पना से जनजातीय विकास के उद्देश्यों को पूर्ण करने का उद्देश्य है।
उपायुक्त ने क्षेत्र का भ्रमण कर आंगनबाड़ी केंद्र को उचित रूप से विकसित करते हुए सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को क्रियाशील करने एवं लोगों को स्थानीय स्तर पर सुगम रूप से स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए। चिकित्सकों एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करते हुए स्वास्थ्य केंद्र को क्रियाशील बनाया जाय एवं संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिए कि क्षेत्र के विकास को लेकर विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों का उचित संचालन किया जाय।
उन्होंने निर्देश दिए कि बिजली की समस्याओं का ससमय निष्पादन किया जाय। साथ ही पेयजल की व्यवस्था को लेकर मल्टी विलेज पाइप वाटर सप्लाई स्कीम के संचालन को दिशा – निर्देश दिए।

खूंटी जिला के अड़की प्रखंड अंतर्गत चतुर्दिक वनाच्छादित पहाड़ी इलाके के बीच अवस्थित है-ऐतिहासिक गांव उलिहातु। यह वही गांव है, जहां के रहने वाले सुगना मुंडा (पिता) व करमी (माता) के पुत्र बिरसा मुंडा ने आदिवासियों के साथ ब्रिटिश हुकूमत द्वारा किये जा रहे शोषण व अन्याय के खिलाफ उलगुलान किया।
जिला प्रशसान द्वारा उलिहातु को एक पर्यटन स्थल के रुप में विकसित करने की दिशा में विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित हैं। उलिहातु जाने वाली पक्की सड़क पर एक भव्य बिरसा मुंडा द्वार निर्मित है। यहां भगवान बिरसा मुंडा जी की एक भव्य व आर्कषक प्रतिमा स्थापित है। उनके आवासीय परिसर का सुंदरीकरण कर ‘‘बिरसा ओड़ाः‘‘ का निर्माण कराया गया है। बिरसा ओड़ाः में भगवान बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा स्थापित है। प्रत्येक साल भगवान बिरसा जयंती के अवसर पर 15 नवंबर को उलिहातु में भव्य समारोह का आयोजन किया जाता है, जहां हजारों की संख्या में खास व आम लोग आकर अमर शहीद वीर बिरसा को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। अमर शहीद बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 ई को हुआ था।
यहां आकर लोग गर्व महसूस करते हैं कि हम भगवान बिरसा मुंडा की भूमि पर आये हैं जिन्होंने अपने अदम्य साहस एवं चमत्कारी नेतृत्व की क्षमता से अपनी अमर गाथा लिखी है। वे एक ऐसे स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने आम आदमी की पहचान से उपर उठकर भगवान का संबोधन प्राप्त किये।

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