भीमराव अंबेडकर ने समरसता और राष्ट्रीय एकता की भावनाओं को पिरो कर संविधान का सृजन किया : राजेश कच्छप

Ranchi :भारत रत्न डा.भीमराव अम्बेडकर की जन्म जयंती पर विधायक राजेश कच्छप, वरीष्ठ कांग्रेस नेता आलोक कुमार दूबे,लालकिशोर शाहदेव एवं डा.राजेश गुप्ता छोटू ने डोरंडा स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की एवं दीपप्रज्वलित कर उन्हें नमन किया।
इस मौके पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए विधायक राजेश कच्छप ने कहा बाबा भीमराव अंबेडकर देश के संविधान के शिल्पकार,महान समाज सुधारक, विधिवेत्ता,अर्थशास्त्री एवं राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने कहा बाबा साहेब उनचंद आर्थिक सिद्धांत कारों में से एक थे जिनका आर्थिक नीतियों और योजनाओं के प्रति दृष्टिकोण व्यवहारिक और लोक हितकारी था। भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने समरसता और राष्ट्रीय एकता की भावनाओं को पिरो कर संविधान का सृजन किया। वह एक विधिवेत्ता होने के साथ ही बहुजन राजनीतिक नेता और एक बौद्ध पुनरुत्थान वादी भी थे जिन्होंने अपना सारा जीवन भारतीय समाज में सर्वव्यापित जाति व्यवस्था के विरुद्ध संघर्ष में बिता दिया। उन्होंने कहा बाबासाहेब दलित, आदिवासी,पिछड़े वर्गों को आरक्षण देकर सरकारी नौकरियों में आगे बढ़ाने का मौका दिया तो वहीं दूसरी तरफ समतामूलक समाज की स्थापना को संविधान में उतार कर देश के लोगों को हर तरह से शक्तिशाली बनाने का काम किया,ऐसे महान शख्सियत को कोटि कोटि नमन है।
कांग्रेस नेता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि बाबा साहेब को बौद्ध महा शक्तियों के दलित आंदोलन को प्रारंभ करने का श्रेय भी जाता है,अंबेडकर की सामाजिक और राजनीतिक सुधार की विरासत का आधुनिक भारत पर गहरा प्रभाव पड़ा है, स्वतंत्रता के बाद भारत में उनकी सामाजिक और राजनीतिक सोच को सारे देश का सम्मान हासिल हुआ।
कांग्रेस नेता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा बाबा साहेब की सोच आज की सामाजिक, आर्थिक नीतियों, शिक्षा, कानून और सकारात्मक कार्रवाई के माध्यम से प्रदर्शित होती है, एक विद्वान के रूप में उनकी ख्याति, उनकी नियुक्ति स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री और संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में करने में सहायक सिद्ध हुआ।
प्रदेश कांग्रेस नेता डा.राजेश गुप्ता छोटू ने कहा देश के संविधान के शिल्पकार, महान समाज सुधारक एवं विधिवेत्ता बाबा साहब की पुण्यतिथि पर कांग्रेस परिवार की ओर से उन्हें कोटि-कोटि नमन है, बाबासाहेब के सिद्धांतों को जीवन में उतारने की आवश्यकता है,समतामूलक समाज की स्थापना में उनके योगदान को देश कभी भूल नहीं सकता है।
इस मौके पर रंजीत महतोसुषमा देवी,मंजू देवी,सुमन देवी,जलही तिर्की,किरण तिर्की,शुक्रा उराँव,प्यारी देवी, रामजी प्रसाद लालजी प्रसाद, धनेश्वर महतो पंकज कुमार, धनंजय पासवान अमरजीत पासवान,सरस्वती देवी मुख्य रुप से उपस्थित थे।
बाबा साहेब को श्रद्धासुमन अर्पित करने के उपरांत अनुसूचित जनजाति महासभा के मंच पर गये और मौजूद पदम भूषण मुकुन्द नायक एवं दलित समाज के लोगों को शुभकामनाएं दी।

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