बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार रहे: कर्मवीर सिंह
रांची: बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर उन दुर्लभ व्यक्तित्वों में से एक थे जिन्होंने भारत और भारतीय समाज के भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। न केवल दलित, बल्कि उन्होंने हर किसी के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी, जिसे बराबरी के हक़ से वंचित रखा गया। वे भारत के संविधान के मुख्य वास्तुकार भी थे। आज जो समानता, मौलिक अधिकार और विशेषाधिकार हमें प्राप्त हैं, वे सभी बाबासाहेब की ही देन हैं। उक्त बातें संगठन महामंत्री, झारखंड कर्मवीर सिंह ने भाजपा प्रदेश कार्यालय एवं पिथोरिया के कृष्णा पैलेस के सभागार में आयोजित महापरिनिर्वाण दिवस एवं संविधान गौरव पखवाड़ा के समापन कार्यक्रम में कहीं।
उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी को डॉ. अम्बेडकर के कार्यों के बारे से अवगत करना हम सभी का दायित्व है।
कहा कि बाबा साहेब अपने जमाने के सबसे ज्यादा पढ़े लिखे महान विद्वान लोगों में से एक थे। उनके पास अलग अलग 32 विषयों की डिग्रियां थीं। बाबा साहेब को किताबे पढ़ने का शौक था। उनके पास किताबों का विशाल व बेहतरीन संग्रह था।
संगठन महामंत्री ने कहा कि बाबासाहेब की बताएं आदर्श पर चलकर ही हम एक सुखी और समृद्ध विकसित राष्ट्र की परिकल्पना साकार कर सकते हैं।
आज के कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती गंगोत्री कुजूर मोर्चा राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य नीरज पासवान एवं सीताराम रवि जिला अध्यक्ष सुरेंद्र महतो प्रदेश महामंत्री रंजय भारती प्रदेश उपाध्यक्ष सीमा पासवान प्रदेश मंत्री कमलेश राम कार्यालय मंत्री योगेंद्र लाल प्रोफेसर कमलेश किशोर राजीव लाल महानगर एवं ग्रामीण जिला अध्यक्ष राम लगन राम एवं मनोज कुमार राम प्रदेश कार्य समिति सदस्य किशोर कुमार राम सत्येंद्र रजक उपेंद्र रजक छोटू पासवान सुरेंद्र राम उपस्थित हुए।
इसके पूर्व प्रदेश कार्यालय में बाबा साहब के चित्र पर क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र त्रिपाठी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह सहित प्रदेश के नेता,कार्यकर्ताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।