9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से झारखंड के आदिवासियों को है बड़ी उम्मीद : झामुमो
रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इसबार 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस झारखड़ ही नहीं पूरे भारत के लिए ऐतिहासिक दिन होगा। भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू बनी हैं। आदिवासियों में उनके कल्याण की अब भरपूर उम्मीद जगी है। उन्होंने कहा कि झारखंड में पहली बार ऐसा मौका होगा की पेशा कानून को पांचवीं अनुसूची का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। लंबे संघर्ष के बाद 2006 में झारखंड को वन अधिकार कानून मिला। इसके साथ यहां पर जनजातीय समुदाय की पहचान आदि धर्म सरना को जनसंख्या में शामिल करने की मांग रही है। झामुमो ने विधानसभा में पारित भी किया,गृह मंत्री को भी पत्र भी सौपा। लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने इसपर अनदेखी कर दी।
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि इसबार 9अगस्त विश्वादिवासी दिवस एक बड़ा दिन के रूप में आने वाला है। उस दिन पेशा कानून,वन अधिकार कानून और सरना धर्म की घोषणा करने की राष्ट्रपति महोदया से मांग की जाएगी। ताकि पूरे विश्व में आदिवासियों के बीच एक अच्छा संदेश जाय।
इसके अलावा इस देश में कई राज्यों में आर्थिक अभाव के कारण आदिवासी और दलित अकारण जेल में बंद है। कई जन संगठनों के द्वारा आंदोलन भी चलाया गया। झारखंड मुक्ति मोर्चा देश की नई राष्ट्रपति महोदया से इन मांगों पर विचार करने की मांग करता है।