राज्य सरकार श्री सम्मेद शिखरजी को धार्मिक तीर्थस्थल घोषित करें

रांची : पवित्रम गोसेवा परिवार झारखंड के प्रांतीय संयोजक अजय भरतिया एवं प्रांतीय प्रवक्ता संजय सर्राफ ने मधुबन स्थित श्री सम्मेद शिखरजी की धार्मिक गरिमा कायम रखने का अनुरोध किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित कर कहा है कि राज्य सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। जैन धर्मावलंबियों के पवित्र तीर्थ स्थल श्री सम्मेद शिखरजी मधुबन को पर्यटन स्थल घोषित करने से दुनिया भर में स्थित जैन समाज आहत है। विश्व प्रसिद्ध श्री सम्मेद शिखर जी जैन धर्मावलंबियों का सबसे बड़ा पवित्र तीर्थस्थल है। जैन समाज के 24 तीर्थकरो में से 20 तीर्थकरो ने इस पर्वत पर तपस्या की और मोक्ष प्राप्त किया। इसे पर्यटन स्थल बनाने से पवित्रता भंग होगी। उस क्षेत्र में मांसाहार और शराब सेवन जैसी अनैतिक गतिविधियां प्रारंभ होने लगेगी। इससे अहिंसक जैन समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि गिरिडीह पारसनाथ पहाड़ी क्षेत्र को पर्यटन घोषित करने से जैन समाज मे निराशा का माहौल है। इसलिए जैन धर्मावलंबियों की वास्तविक मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने पर रोक लगे। इस पवित्र तीर्थ स्थल को धार्मिक तीर्थस्थल घोषित किया जाए। इससे दुनिया भर के जैन समाज के लोगों में सकारात्मक संदेश जायेगा। अगर राज्य सरकार अपने निर्णय को वापस नहीं लेगी तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा। धार्मिक एवं पुनीत राष्ट्रीय धरोहर की रक्षा करना सभी का कर्तव्य है।

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