आम जनमानस को सस्ते दर पर एयर एंबुलेंस उपलब्ध करा रही राज्य सरकार: सीएम

रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि जिस तरह से रांची में रिम्स कार्यरत है उसे ध्यान में रखते हुए एक और नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना रांची में की जाएगी। जहां विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सकों की संख्या में भी इजाफा होना बहुत जरूरी है। जब तक इनकी संख्या नहीं बढ़ेगी, तब तक स्वास्थ्य सुविधा को लेकर निश्चिंत हो जाना सही नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को स्वास्थ्य क्षेत्र में सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बेहतर समन्वय बनाकर राज्य सरकार को जिम्मेवारी देनी चाहिए। क्योंकि झारखंड की भौगोलिक संरचना को देखते हुए यहां कि जरूरतों का बेहतर आकलन कर राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को वास्तविक दिशा दे सकेगी। राज्य सरकार तय करेगी कि कहां मेडिकल कॉलेज होना चाहिए और कहां नहीं, कैसे उसका संचालन होना चाहिए। लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची में जैसा सुविधा को लेकर दबाव बढ़ रहा है इसके लिए विभिन्न संस्थानों के माध्यम से कार्य तो हो ही रहा है लेकिन सरकार इस भरोसे के साथ नहीं चल रही है। इसलिए हम लोगों ने निर्णय लिया है कि यहां एक और मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा ताकि लोगों को सुविधा मिल सके। वे बुधवार को आईपीएच प्रेक्षागृह नामकुम में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित 206 एंबुलेंस का लोकार्पण एवं 38 नव नियुक्त दन्त चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र वितरण सहित विभिन्न कार्यक्रमों का लोकार्पण एवं उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन में कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज स्वास्थ्य विभाग के इस कार्यक्रम में कई सारी चीजें आपने देखी। बड़ी संख्या में एंबुलेंस का संचालन, नए ऐप के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधा को सरल और बेहतर बनाने तथा विभिन्न संस्थाओं के साथ जुड़कर जन-जन तक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का नया आयाम और नए दन्त चिकित्सकों की नियुक्ति साथ ही कई उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों और अस्पतालों को सम्मानित इस मंच से किया गया है। स्वास्थ्य को लेकर सरकार कई वर्षों से दिन-रात इस प्रयास में लगी है कि जन-जन तक कैसे बेहतर स्वास्थ सेवा उपलब्ध कराया जाए। स्वास्थ्य का क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जहां चुनौती बहुत ज्यादा है। वर्तमान समय में जिस तरह से लोगों के स्वास्थ्य को लेकर दुनिया भर में चुनौतियां हैं ऐसी स्थिति में झारखंड जैसे पिछड़े राज्य के लिए स्वास्थ्य सुविधा कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं? कोरोना को किसी ने नहीं देखा था, पलक झपकते ही पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। झारखंड भी इससे अछूता नहीं रहा। मेरा मानना है कि स्वास्थ्य सुविधा अमीर-गरीब हर वर्ग के लिए समान और एक नजरिए से उपलब्ध होनी चाहिए। सभी को एक नजर से देखना राज्य सरकार का कर्तव्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए सजगता, जागरूकता और संवेदनशीलता के साथ-साथ इसको चलाने वाली पूरी व्यवस्था कैसे काम करती है, इस पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड में अधिकतर लोग गांव में बसते हैं। यहां किसान, श्रमिक है। हमें यह भी तय करना चाहिए कि गांव के लोगों को एंबुलेंस की सुविधा कैसे दें, उनके स्वास्थ्य की जांच कैसे हो, इसके लिए एक समय तय करना होगा कि किस दिन एंबुलेंस वाहन गांव के किस जगह पर कैंप कर रही है। ताकि ग्रामीण अपने कार्य को पूर्ण करके वहां उपस्थित होकर स्वास्थ सुविधा का लाभ ले सके। इस दिशा में कार्य योजना बनाकर स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाई जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में दवाएं एक्सपायर हो जाती है। लोगों को दवा अगर नहीं मिलेगा, तो वह एक्सपायर होगा ही। जरूरत इस बात की है कि जरूरतमंद को समय पर दवा उपलब्ध हो। यही वजह है कि पंचायत स्तर पर दवा दुकान खोलने का निर्णय लिया गया है, और यह सिर्फ पंचायत नहीं बल्कि गांव-गांव में फार्मेसी शॉप की सुविधा बहाल करने का प्रयास किया जाएगा। ताकि पढ़े-लिखे युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जा सके। झारखंड देश का पहला राज्य है जहां आम नागरिकों के लिए सस्ते दर पर राज्य सरकार एयर एंबुलेंस उपलब्ध करा रही है। यह सुविधा सिर्फ संभ्रांत लोगों को ही नहीं बल्कि बीपीएल परिवार को भी एयर एंबुलेंस की जरूरत हुई तो उन्हें यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को इस प्रकार मजबूत करेंगे कि अब यहां से बेहतर इलाज के लिए लोग दूसरे राज्यों के शहरों में न जाएं बल्कि दूसरे राज्यों के लोग बेहतर इलाज हेतु झारखंड आएं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित नवनियुक्त दंत चिकित्सकों को अपनी ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त चिकित्सकों से आग्रह किया कि जन सेवा की भावना के साथ अपने जिम्मेवारी का निर्वहन करें। आपको जहां भी पदस्थापित किया जाए वहां आप अपना शत प्रतिशत देने का प्रयास करें। आप राज्य सरकार का अभिन्न अंग है। राज्य सरकार आपका हर सुविधा का ध्यान रखती है आप भी जरूरतमंद लोगों का ख्याल रखें। स्वास्थ्य झारखंड और समृद्ध झारखंड के सपने को साकार करने में आप सभी चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
इस अवसर पर स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में स्वस्थ झारखंड-समृद्ध झारखंड की परिकल्पना को पूरा करने की दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है। वर्तमान राज्य सरकार के गठन के बाद से ही झारखंड में स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री के सोच के अनुरूप स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग आधुनिक तरीके से आगे बढ़ रही है। अस्पतालों में सभी जरूरी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के जांच मशीनें लगाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री के बुलंद इरादे और हौसले के साथ स्वास्थ्य विभाग राज्य वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने हेतु प्रयासरत है। राज्य में स्वास्थ्य क्षेत्र की दिशा और दशा को सुधारने निमित्त हमारी सरकार कृत संकल्प है। पिछले कुछ महीनों में राज्य सरकार ने बड़ी संख्या में चिकित्सकों की नियुक्ति की है आगे भी नियुक्तियां होती रहेंगी।
पहले से राज्य में 337 एंबुलेंस का संचालन सरकार द्वारा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने जन-जन तक एम्बुलेंस का लाभ पहुंचाने हेतु क्रय किए गए 206 नए एंबुलेंस का लोकार्पण किया। अब राज्य में एंबुलेंस की संख्या बढ़कर 543 हो गई।
मुख्यमंत्री ने रिजनल ब्लड ट्रान्समिशन सेंटर, नागरमल मोदी सेवा सदन का उद्घाटन एवं ब्लड स्टोरेज केन्द्रों का उद्घाटन किया। इस मौके पर 5 MMU के संचालन एवं अन्य चिकित्सा सुविधाओं के संबंध में Smile Foundation के साथ MOU संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने ममता वाहन ऐप, आयुष्मान एप तथा मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना हेतु स्वास्थ्य ज्योति ऐप का लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत राज्य में बेहतर काम करने वाले 84 चिकित्सकों एवं राज्य के कई विभिन्न अस्पताल प्रबंधन को सम्मानित किया। इनमें निजी अस्पताल, सरकारी अस्पताल समेत NHM के चिकित्सक शामिल हैं।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सदर अस्पताल धनबाद और देवघर के मधुपुर स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में ब्लड स्टोरेज केंद्र का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों से कहा कि सर्प दंश की घटना पर त्वरित इलाज होना चाहिए। मुझे यह जानकारी नहीं मिलनी चाहिए कि किसी जनमानस की मौत सर्प दंश के बाद इलाज के अभाव में हुई।
इस अवसर पर मनिका विधायक राम चंद्र सिंह, खिजरी विधायक राजेश कच्छप, विकास आयुक्त-सह- अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग श्री अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्रीमती वंदना डाडेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, अभियान निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन आलोक त्रिवेदी सहित अन्य वरीय पदाधिकारी एवं चिकित्सक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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