कफ सीरप पीकर बिगड़ी तबियत, चली गई बच्चे की जान

रुपेश कुमार मिश्र
बथनाहा गणादेश: अररिया कॉलेज अररिया के पास एक ह्रदयविदारक घटना घटी है। जहां एक मासूम की जान चली गई और दूसरा जिंदगी मौत से जूझ रहा है। घटना बीते शनिवार की है। अररिया कॉलेज के पास ही राजस्थान से आए मूर्तिकार परिवार मूर्ति बनाने का कार्य करता है। मूर्तियां बेचकर जीवन यापन करने वाले परिवार पर अचानक आसमान तब गिर गया जब सर्दी खांसी से पीड़ित अपने दो बच्चों हेतु बगल ही स्थित कैमिस्ट के यहां से कफ सीरप लाया। कफ सीरप देने के कुछ देर बाद ही दोनों की तबियत बिगड़ने लगी और एक ढाई वर्षीय बच्चा तड़प तड़प कर सदा के लिए मौत के आगोश मे चला गया। आनन फानन में दूसरी बारह वर्षीय बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जो कि जीवन मौत से जूझ रही है।
घटना की जानकारी नगर थाना अररिया को दिया गया। घटना का जायजा लेने नगर थाना अध्यक्ष कुमार अभिनव घटना स्थल पर पहुंचे। जानकारी इकट्ठा की। शव को कब्जे में लिया और ड्रगिस्ट के बारे में जानकारी इकट्ठा की। मामला ओवर डोज का है या फिर हाई पावर कफ सीरप का या फिर नकली और गलत सीरप का या कोई अन्य कारण अभी खुलासा होना बांकी है।
अररिया जिला क्षेत्र में बिना किसी वैध प्रमाण पत्र के कुकुरमुत्ते के छत्ते की तरह जगह जगह दवाई की दुकान और झोला छाप डॉक्टर मिल जायेंगे। दवाई की दुकान खोल बैठे इन लोगों में से कई ऐसे भी हैं जिसने मेट्रिक परीक्षा भी पास नहीं किया है। कुछ तो बिना किसी वैध प्रमाण पत्र के डॉक्टरी भी करते हैं। प्राइवेट डॉक्टर्स के पास कुछ दिन रहने के बाद ये लोग भी खुद को डॉक्टर्स समझने लगते हैं।
बीते दिन अररिया सीएस ने रानीगंज हॉस्पिटल के निरीक्षण के क्रम में आसपास स्थित नर्सिंग होम, दवाई दुकान और पैथोलॉजी लेब की सर्टिफिकेट जांच की बात भी कही थी। यही हाल फारबिसगंज प्रखंड के चप्पे चप्पे में भी है। बथनाहा, बथनाहा कॉलोनी, सुरसर , सोनापुर,मीरगंज फुलकाहा आदि जगहों पर अवैध मेडिकल हाल और चिकित्सक भरे पड़े हैं, लेकिन प्रशासन भी कभी इनकी सत्यता की जांच नही करता। इसका खामियाजा गरीब तबके के लोगों को उठाना पड़ता है।

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