राज्य निर्वाचन आयुक्त डीके तिवारी ने कहा- भयमुक्त और निष्पक्ष ढंग से कराए जायेंगे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव

रांची : प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना होने के साथ राज्य निर्वाचन आयोग सक्रिय हो गया है।शनिवार को राज्य निर्वाचन आयुक्त डीके तिवारी ने प्रेस वार्ता कर चुनावी प्रक्रिया की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव चार चरणों में कराए जायेंगे। जिसमे 14 मई ,19 मई,24 मई और 27 मई को है। प्रथम चरण के लिए 16अप्रैल को अधिसूचना जारी हो जायेगा।

उन्होंने कहा कि राज्य के जिलों को दो से लेकर चार चरणों में बांट कर निर्वाचन कराया जाएगा। जिसमे प्रखंडों की इकाई माना गया है। पहले एवम दूसरे चरण के मतदान समाप्ति के बाद ही चरवार मतगणना का कार्य कराया जाएगा। तीसरे एवम चौथे चरण के मतदान के बाद मतगणना कराया जाएगा। श्री तिवारी ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव भयमुक्त और निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराए जायेंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के 24 जिले में 264 प्रखंड है। ग्राम पंचायतों की संख्या संख्या 4345 है ।ग्राम पंचायत के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या 5 3479 है। वहीं ग्राम पंचायत के मुखिया निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या 4345 है. पंचायत समिति क्षेत्रीय निवासी क्षेत्रों की संख्या 5341 और जिला परिषद के क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या 536 है.श्री तिवारी ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत में फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार की गई है । जिसके अनुसार मतदाताओं की कुल संख्या 19616504 है। पुरुष मतदाताओं की संख्या 10070721 और महिला मतदाताओं की संख्या 9545702है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को मतदान केंद्र पर मतदाता पहचान पत्र लाना जरूरी होगा। इसके लिए जिन मतदाताओं को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता पहचान पत्र उपलब्ध कराए गए हैं उनकी पहचान एपिक के माध्यम से की जाएगी।

यदि किसी मतदाता के पास फोटो पहचान पत्र उपलब्ध नहीं है तो उसकी पहचान आयोग द्वारा निर्धारित 12 वैकल्पिक दस्तावेजों के माध्यम से की जाएगी। मतदान केंद्रों की संख्या की बात की जाए तो सामान्य 12821, संवेदनशील बूथों की संख्या 22961है। अति संवेदनशील बूथों की संख्या 17698 है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य के 24 जिले के जिला निर्वाचन पदाधिकारी पंचायत को यह सुनिश्चित करने के लिए आदेश निर्गत किए हैं कि प्रत्येक मतदान केंद्र में आधारभूत न्यूनतम सुविधा जैसे पेयजल शौचालय निशक्त मतदाताओं के लिए रैंप एवं क्लस्टर सेंटर का प्रकाश आदि की व्यवस्था की जाए ।

मतदान दल और रेंडमाइजेशन मतदान दलों का गठन विशेष एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के माध्यम से रेंडमाइजेशन प्रक्रिया अपनाकर किया जाएगा। तीन चरणों वाली रेंडमाइजेशन प्रक्रिया अपनाई जाएगी ।पहले चरण में 5 कर्मचारियों के अपेक्षाकृत व्यापक जिला डेटाबेस न्यूनतम 2% की लघु की सूची का चयन किया जाएगा ।इस समूह को मतदाता ड्यूटी के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। दूसरे चरण में प्रशिक्षित कर्मियों में से सम्मान प्रेरकों की अनुपस्थिति में सिलेक्शन द्वारा वास्तविक मतदान दलों का गठन किया जाएगा। तीसरे रेंडमाइजेशन में मतदान दलों के प्रस्थान के ठीक पहले रेंडम तरीके से उन्हें मतदान केंद्र आवंटित किए जाएंगे। पंचायत चुनाव में अभ्यर्थियों के निर्वाचन व्यय पर पैनी नजर रखी जाएगी। इसके लिए45व्यय प्रेक्षक नियुक्त किए जायेंगे। सदस्य ग्राम पंचायत के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र में1400हजार रुपए। ग्राम पंचायत के मुखिया को 86हजार रुपए,पंचायत समिति सदस्य क्षेत्रीय निर्वाचन को71000रुपए और सदस्य जिला परिषद के क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्र को 2,14000हजार रुपए खर्च कर सकते हैं। श्री तिवारी ने कहा कि चुनाव की घोषणा होने के साथ ही क्षेत्र में आदर्श आचार सहिता लागू हो गया है। कोई भी नई योजना का क्रियान्वयन नहीं होगा। इस अवसर पर एडीजी ने कहा मतदान केन्दों पर पर्याप्त सुरक्षा की व्यवस्था रहेगी।

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