बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी शिक्षक नियुक्ति में स्थानीयता की बाध्यता समाप्त करे हेमंत सरकार : कैलाश यादव

रांची: झारखण्ड नवनिर्माण मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार शिक्षक भर्ती में स्थानीय निवासी होने की अनिवार्यता समाप्त करने एवं अन्य दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को आवेदन करने के निर्णय को स्वागत योग्य एवं ऐतिहासिक कदम बताया है । विदित है कि कल बिहार सरकार द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक के दौरान नियुक्ति नियमावली में संशोधन कर यह निर्णय लिया गया की शिक्षक भर्ती में कोई भी भारतीय नागरिक आवेदन कर सकेंगे।
यादव ने कहा कि विगत समय से झारखण्ड नवनिर्माण मंच इस विषय को लेकर लगातार आवाज बुलंद कर सरकार का ध्यान आकर्षित करने का काम किया है ।
अब राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी बाहरी भीतरी का भेद भाव से दूर होकर शिक्षक भर्ती में स्थानीय निवासी होने की अनिवार्यता समाप्त कर बिहार फार्मूले को लागू करने की जरूरत है तथा राज्यहित एवं जनहित में द्वितीय राजभाषा में शामिल भोजपुरी मगही मैथिली अंगिका सहित अन्य सभी भाषाओं को भी मान्यता देने का निर्णय लें ।
ज्ञातव्य है कि झारखंड में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती के लिए स्थानीय लोगों के लिए पूर्व से ही पूर्णरूप से छूट दी जा रही है ।

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