गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर कांग्रेसियों ने बापू वाटिका में दीप जला कर किया नमन
रांची : कांग्रेस जनों की ओर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म जयंती की पूर्व संध्या पर राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनिर्वाचित डेलिकेट आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने शनिवार 1 अक्टूबर संध्या 5:30 बजे राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका में गांधीजी की प्रतिमा के समक्ष एक हजार एक दीप प्रज्वलित कर उन्हें नमन किया एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किया। 1001 दीपों के प्रज्वलन से पूरी बापू वाटिका जगमगा रही थी और आते जाते आम लोगों ने भी इस भव्य दृश्य का आनंद लिया एवं बापू को नमन किया एवं दीप प्रज्वलित की।
इस मौके पर बापू का ज्ञान अंतिम पायदान पर बैठे लोगों का सम्मान कार्यक्रम के तहत वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर के साथ आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, अरविन्द कुमार,आलोक बिपीन टोप्पो,डॉ राजेश गुप्ता छोटू,शुभोजित अधिकारी,अल्ताफ अंसारी,विनय सिंह,बबलू बर्मा ने सफाई कर्मी कारपेंटरटाना भगत सहित 11 लोगों को टुन्ना राम, अमरजीत पासवान,ब ललन शर्मा, सन्नी गाड़ी, महेंद्र महली, गुडन देवी, अंजली देवी, धनंजय पासवान,बिगा टाना भगत,सोहराई टाना भगत को को शॉल देकर सम्मानित किया एवं दुर्गा पूजा की मिठाई भी दी।
इस मौके पर बापू के प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम, जबकि आम पब्लिक स्कूल के शिक्षकों ने वैष्णव जन तेने कहिए पीर पराई जाने रे और साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल का गायन भी हुआ।
वित्त मंत्री ने बापू वाटिका में गांधीजी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर गांधीजी के आदर्शों और उनके दिखाए रास्ते पर सभी से चलने की अपील की।मीडिया कर्मियों से बात करते हुए डॉ उरांव ने कहा कि गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर को हुआ लेकिन पूर्व संध्या पर ही उनके जन्मदिन की खुशियां मनाने को लेकर यहां सभी जुटे हैं, गांधी जी ने देश को गुलामी से मुक्ति दिलाई और वे सिर्फ समाज सुधारक नहीं थे बल्कि राष्ट्र निर्माता और व्यक्ति सुधारक भी थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयता का मतलब गांधी ने बताते हुए कहा कि धर्म नहीं, बल्कि इंसानियत और मानवता से ही सर्वांगीण विकास संभव है। वित्त मंत्री ने कहा कि बापू ने सबसे वंचित वर्ग को हरिजन कहा और उनके प्रति देशवासियों के अंदर प्रेम का भाव पैदा किया और उनके जैसा व्यक्ति गांधी जी के प्रति हमेशा कृतज्ञ रहेगा, जो लोग कल तक गांधी की आलोचना करते थे वह भी आज गांधी की प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं।
पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा कि गांधी जी ने कहा था सत्य एक है और उस पर चलने के मार्ग कई हो सकते हैं और उनका यह कहना सर्वथा उचित है कि व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है,वह जो सोचता है वह बन जाता है।उनकी यह बात अब भी सत्य प्रतीत होता है कि कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता और क्षमाशीलता ताकतवर की निशानी है, ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं आती है,यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है। धैर्य का एक छोटा हिस्सा भी 1 टन उपदेश से बेहतर है।
पासवा के प्रदेश उपाध्यक्ष लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि बापू का यह कथन आज भी युवा पीढ़ी के लिए उतना ही प्रासंगिक है कि गौरव लक्ष्य पाने के लिए कोशिश करने में है न कि लक्ष्य तक पहुंचने में है,आप जो करते हैं वह नगण्य होगा लेकिन आपके लिए वह करना बहुत अहम है।हम जो करते हैं और हम जो कर सकते हैं इसके बीच का अंतर दुनिया की ज्यादा समस्याओं के समाधान के लिए पर्याप्त होगा। पासवा के प्रदेश महासचिव डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि युवा पीढ़ी गांधीजी के उस कथन को हमेशा याद रखे की क्रोध को जीतने में मौन सबसे अधिक सहायक है,साथ ही गरीबी दैविक अभिशाप नहीं है बल्कि मानव रचित षड्यंत्र है,जो लोग अपनी प्रशंसा के भूखे होते हैं वे साबित करते हैं कि उनमें योग्यता नहीं है। भाजपा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि प्रार्थना मांगना नहीं है या आत्मा की लालसा है, यह रोज अपनी कमजोरियों की स्वीकारोक्ति है। प्रार्थना में बिना वचनों के मन लगाना, वचन होते हुए मन न लगाने से बेहतर है।
आलोक बिपीन टोप्पो ने कहा कि अपनी गलती को स्वीकारना झाड़ू लगाने के समान है, जो धरातल की सतह को चमकदार और साफ कर देती है, केवल प्रसन्नता ही एक मात्र है जिसे आप दूसरे पर छिड़के तो उसके कुछ बूंदे अवश्य ही आप पर भी पड़ती है।
शुभोजित अधिकारी एवं कैलाश कुमार ने कहा कि काम की अधिकता नहीं, बल्कि अनियमितता आदमी को मार डालती है,इसलिए कहा जाता है कि गुलाब को उपदेश देने की आवश्यकता नहीं होती है,वह तो केवल अपनी खुशी बिखेरता है,उसकी खुशबू ही उसका संदेश है।