धीरे-धीरे प्यार को बढ़ाना है…हद से गुजर जाना है
रांचीः झारखंड की राजनीति कब किधर करवट लेगी कहना मुश्किल है। फिलहाल प्यार की शुरूआत हो चुकी है। गाना भी खूब बज रहा है… धीरे-धीरे प्यार को बढ़ाना है… हद से गुजर जाना है। प्यार की गलबहियां झामुमो और भाजपा के बीच शुरू हो गई है। कल तक आग उगलने वाले प्रदेश बीजेपी के नेता भी साइलेंट हो गए हैं। जब से झामुमो ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की, तब से आग उगलने वाले और झामुमो पर गंभीर आरोप लगाने वाले बीजेपी के नेता साइलेंट हो गए हैं। उनका ट्वीटर भी कुछ नहीं बोल रहा है। नहीं तो हर दिन कुछ न कुछ ट्वीटर से मिसाइलें दागी जाती थीं। इसकी वजह यह भी है कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव को पहली प्राथमिकता में रखे हुए है। द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी के बहाने भाजपा अपनी ताकत भी आंक रही है। यह आंक रही है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कौन साथ देगा, कौन नहीं। इसकी कड़ी में बीजेपी झामुमो को भी आंक रही है। जिस तरह से राजनीतिक घटनाक्रम चल रहा है, उससे सत्ता के गलियारों में हलचल सी मच गई है। सीएम हेमंत सोरेन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिल चुके हैं। बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी अमित शाह को प्रदेश की वर्तमान राजनीतिक हालात से अवगत करा चुके हैं। इस वजह से काफी कुछ गुंजाइश भी देखी जा रही है। खास बात यह भी है कि बीजेपी को पिछले चार उपचुनाव में मुंह की खानी पड़ी है। इस वजह से सभी खामियों का बारीकी से भी मंथन किया जा रहा है। वहीं भाजपा ने भी झामुमो के प्रति लचीला रूख अपना लिया है। चुनाव आयोग में सीएम से जुड़े सुनवाई मामले में भाजपा से खुद समय मांग लिया। अब समय बताएगा कौन किधर जाता है।