खूंटी बस ऑनर एसोसिएशन ने की बैठक,एमवीआई पर लगाए कई आरोप

कुछ वाहन मालिक नियमों को शिथिल कर करवाना चाहते हैं गलत काम : एमवीआई

खूंटी: जिला बस ऑनर एसोसिएशन की बैठक रविवार को राज कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में हुई। रांची, सिमडेगा, खूंटी, गुमला, तोरपा और सिमडेगा के बस मालिक इस बैठक में शामिल हुए। बैठक में बस मालिकों ने अपनी अपनी समस्याओं को रखा। बस मालिकों ने कहा कि रांची से सिमडेगा चलने वाली बसों का परमिट के अनुरूप अनुपालन नहीं किया जा रहा है। इसके लिए सभी बस मालिकों में नाराजगी व्यक्त की। बस मालिकों ने एक स्वर में कहा कि रांची से सिमडेगा चलने वाली बस यदि नॉन स्टॉप परमिट है तो वह नॉन स्टॉप ही चलेगी, बीच में कोई भी सवारी को उतारने और चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा। साथ ही लोकल बसों का निर्धारित स्टॉपेज पर ही रुकेगी। यदि इसका अनुपालन कोई बस मालिक नहीं करते हैं उनके विरुद्ध सभी बस मालिक एकजुट होकर उस बस का परमिट को रद्द करने के लिए अनुशंसा किया जायेगा। सभी बस मालिकों ने कहा कि डीजीपी और पुलिस अधीक्षक से मिलकर इस बात के लिए आग्रह करेंगे की एक्सप्रेस बस में लोकल पुलिसकर्मी को ना बिठाएं । इससे स्थानीय लोगों का विरोध का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा सभी बस मालिकों ने खूंटी मोटरयान निरीक्षक मोहम्मद शाहनवाज के खिलाफ शिकायत करने की विभागीय मंत्री चंपई सोरेन से करने का फैसला लिया गया। रांची जिला बस ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन सिंह ने कहा कि राज्य के 23 जिलों में बस का फिटनेस निरंतर हो रहा है। लेकिन खूंटी बसों में फिटनेस की प्रक्रिया विगत एक साल से बंद है। बस मालिकों ने कहा कि मोटरयान निरीक्षक को इस बात की जानकारी होनी चाहिए सेंट्रल मोटर व्हीकल एक्ट में बस के फिटनेस के लिए जितने चेकप्वाइंट बिंदु होती है कुछ आधार पर ही बस को जांच करना चाहिए। परंतु मोटरयान निरीक्षक जानबूझकर बस मालिकों को परेशान कर रहे हैं ताकि एक व्यवस्था के अंतर्गत बसों का फिटनेस निरंतर किया जा सके। इस बात की जानकारी जिला के उपायुक्त को पत्र के माध्यम से बस मालिकों ने दिया है।
कुछ वाहन मालिक नियमों को शिथिल कर अपना काम करवाना चाहते हैं: एमवीआई

जिला बस ऑनर एसोसिएशन के द्वारा लगाए गए आरोप पर जिला मोटर वाहन निरीक्षक  मो.शाहनवाज ने बताया कि सरकार का उद्देश्य सुरक्षित बसों का परिचालन करना है। जो बस परिचालन के लिए अनफिट  है उसके परिचालन पर रोक लगाई जा रही है,उनको परमिट नहीं दिया जा रहा है। अनफिट रहने से यात्रियों की जान पर खतरा हो सकता है। ऐसी घटना आए दिन हम लोगों को देखने को मिलता है। ऐसी स्थिति में जब विभाग कार्रवाई करती है तो जिले के कुछ वाहन मालिकों को आपत्ति होती है। सरकार का जो भी नोटिफिकेशन है उसे मैं अपने कार्यालय गेट पर चिपका दिया है। यहां के बस मालिक चाहते हैं की मैं नियमों को शिथिल कर दूं, और उनका गलत काम कर दूं,ऐसा कैसे संभव है। मैं नियमों का ईमानदारी से पालन करता हूं और बस मालिकों से बस के कागजात दुरुस्त रखने की सलाह देता हूं।
उन्होंने कहा कि बस मालिक मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों का प्रमाण दे। मैने जिले के 15-16 वाहन मालिकों को नोटिस दिया हूं।
परिवहन निरीक्षक ने कहा जिला परिवहन विभाग ने राजस्व वसूली के मामले राज्य के अन्य जिले से सबसे अधिक खूंटी से दिया है। साढ़े तीन सौ प्रतिशत अधिक पिछले साल की तुलना में राजस्व की वसूली हुई है। राज्य में सबसे नंबर वन खूंटी जिला बन गया है।
उन्होंने कहा कि वैसे बस जो परिचालन के अनफिट है उसका निबंधन रद्द किया जायेगा। उसके बाद हम लोग आम जनता से वैसे वाहन का उपयोग नहीं करने की अपील करेंगे। साथ ही यात्रियों को परेशानी नहीं हो इसके लिए वैकल्पिक वाहनों की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि रोड सेफ्टी पर किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जायेगा। जो बस परिचालन के लिए अनफिट होगा, उसे परमिट किसी भी हालात में नहीं दिया जाएगा।

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