सीमा की सुरक्षा में लगे सुरक्षा बलों को अपनी घटिया राजनीतिक एजेंडे में ना घसीटे झामुमो: प्रतुल शाह देव
रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रेस कॉन्फ्रेंस पर जबरदस्त पलटवार करते हुए देश की सीमा की सुरक्षा में लगे सुरक्षा बलों को अपनी घटिया राजनीतिक एजेंडा नहीं बनाने की सलाह दी।
प्रतुल ने कहा कि पूरे देश को इस बात का गर्व है कि विश्व का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल बीएसएफ अपना 59 व स्थापना दिवस मना रहा है। लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा इस पर भी अपनी विकृत मानसिकता से उबार नहीं सकी। प्रतुल ने कहा कि यह एक सरकारी कार्यक्रम था और कार्यक्रम में भाजपा के सांसद ,विधायक आमंत्रित थे जिन्होंने शिरकत की।
प्रतुल ने कहा कि राजनीति की एक मर्यादा होती है जिसमें सेना और सुरक्षा बलों को राजनीति में नहीं घसीटा जाता। लेकिन कभी कांग्रेस सेना के सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रश्न उठाती है तो कभी झामुमो सुरक्षा बलों के कार्यक्रमों पर अपनी ओछी टिप्पणी करने से बाज नहीं आती। झारखंड में अपनी आसन्न हार से बौखलाई झारखंड मुक्ति मोर्चा सारी राजनीतिक मर्यादाओं को भूल गई है
प्रतुल ने कहा कि जिस एचईसी के लिए आज झामुमो घड़ियाली आंसू बहा रही है। उसकी वास्तविक दुर्दशा तो 2004 से 2014 के बीच में यूपीए के शासनकाल में हुई थी। इन सरकारों में झामुमो की भी सत्ता में हिस्सेदारी थी। तब तो रांची से भी एक केंद्रीय मंत्री होते थे।लेकिन एचईसी के वर्क आर्डर को छीनकर कमीशन के लिए निजी कंपनियों को दे दिया गया। केंद्र की वर्तमान सरकार एचईसी के लिए गंभीर और संवेदनशील है ।शीघ्र वेतन सहित समय सभी मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा।
प्रतुल ने कहा कि पांच राज्यों के एग्जिट पोल से झारखंड मुक्ति मोर्चा बौखला गई है।पांचों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार स्पष्ट रूप से बनती दिख रही है। इन सब चीजों से बौखला कर झामुमो को यह एहसास हो गया है की झारखंड में भी हेमंत सोरेन सरकार के लिए बस यही नारा लगेगा – ‘अबकी बार,बाहर का द्वार’।