पूरे देश में झारखंड की छवि एक सोची-समझी रणनीति के तहत खराब की जा रही है : हेमंत सोरेन  

झारखंड में इस वक्त ईडी का विचरण हो रहा है, सभी अफसरों को डरा कर रखा गया है

110 रूपया पेट्रोल करके 8-9 रूपया घटा देना कौन सा बड़ा काम कर दिया

दिल्ली/रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने स्पष्ट कहा कि हमें राज्य चलाने के लिए काफी  संघर्ष करना पड़ रहा है.सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है। झारखंड में इस समय  ईडी का विचरण हो रहा  है. सभी अधिकारियों को डरा कर रखा गया है. पूरे देश में झारखंड की छवि एक सोची-समझी रणनीति के तहत खराब की जा रही है.  उन्होंने कहा कि केंद्र ने मनरेगा में दो साल से पैसा नहीं दिया है. हमारी सरकार ने रेवेन्यू जुटाने में रिकॉड बेक्र किया है. महंगाई चरम सीमा पर है. 110 रूपया पेट्रोल करके 8-9 रूपया घटा देना कौन सा बड़ा काम कर दिया. ईडी को मनरेगा घोटाला में दिलचस्पी नहीं है वो कहीं और जाना चाहती है। झारखंड को किन लोगों ने चारागाह बना दिया ये सभी जानते हैं।

माइनिंग में कौन लोग हैं, क्या एक भी लोग झारखंडी हैं.

 सीएम ने बीजेपी पर निशाना  साधते हुए कहा कि माइनिंग में कौन लोग हैं, क्या एक भी लोग झारखंडी हैं. ये तिल का ताड़ बनाने में लगे हैं. हमारी जड़े खोदने में लगे है. उन्होंने कहा कि ईडी मनरेगा में हुए घोटाले की जांच कर रही है. मुझे नहीं लगता है की इडी के अधिकारी ने किसी से पूछताछ की हो. ईडी को घोटाले से कोई मतलब नहीं वो जाना कहीं और चाहती है.  इस राज्य में सबसे ज़्यादा किसने राज किया है बताने कि जरुरत नहीं है. आज झारखंड के लोग सभी जगह काम करते मिलेंगे. खनिज सम्पदा से भरपूर राज्य तीन करोड़ लोगों के लिए रोटी नहीं जुटा पा रहे है.  हमने पिछड़ेपन की जांच करने की कोशिश कि तो पता चला की झारखंड सरकार का बकाया एक लाख 36 हज़ार करोड़ केंद्र पर है.  जो मांगने पर कभी दो सौ करोड़ तो कभी तीन सौ करोड़ रुपये भीख के रुप में देते है. सरना धर्म कोड पर कहा कि. कई ऐसे वर्ग हैं देश के अंदर जिनकी जनसंख्या कम है, उन्हें अगल कोड का दर्जा मिला हुआ है. मगर करोड़ों आदिवासियों को नहीं मिला. कास्ट सेंसेक्स के हम समर्थन में है. पहले पूरे राज्य में धरना-प्रदर्शन होते रहता था. मगर आज देखें क्या स्थिति है.।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *