09 अगस्त मंगलवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष: आज धार्मिक कार्य सम्पन्न होगा। माता-पिता का सहयोग मिलेगा। राजकाज में संघर्ष होगा। दैनिक रोजगार में प्रगति होगी। दिन अच्छा रहेगा। मन प्रसन्न होगा। कारोबार से लाभ होगा। दैनिक रोजगार नियमित रहेगा। मित्र से मिलाप होगा। सुखद समाचार मिलेंगे। स्वास्थ्य सुधार होगा।

वृष: आज मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। दायित्व का निर्वाह होगा। राजकाज में सफलता मिलेगी। पराक्रम में वृद्धि होगी। परिवार में सहयोग मिलेगा। संतान द्वारा सहयोग मिलेगा। प्रतियोगिता में विजय होगी। शत्रु परास्त होंगे। कोरोना काल में यात्रा का कार्यक्रम टालें। परिवार पर व्यय होगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

मिथुन: आज परिवार व मित्रों से सामंजस्य बनेगा । संतान सुख मिलेगा। शत्रु हार का सामना करेंगे। शिक्षा में प्रगति और निर्माण कार्य में हल्की बाधा आयेगी। अधिकारी से सौहार्दपूर्ण रहें। निर्माण में प्रगति होगी। भौतिक सुखों पर धन खर्च होगा। पारिवारिक तालमेल बनाएँ रखें। स्वास्थ्य लाभ होगा।

कर्क: आज धर्म पर विश्वास बनेगा । जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा । हल्का मानसिक तनाव रहेगा। खर्च पर ध्यान दें । सुखद समाचार मिलने की उम्मीद है । आलस्य को त्याग मेहनत पर विश्वास बनेगा । साझेदारी से लाभ होगा। शारीरिक स्वास्थ्य सामान्य रहेगा ।

सिंह: आज कुटुम्बजनों में प्रसन्नता रहेगी। धन का लाभ होगा। समस्या का समाधान होगा। मानसिक शांति मिलेगी। कार्य में विजय प्राप्त होगी। पारिवारिक समस्याएं आयेंगी। पराक्रम में वृद्धि होगी। संतान का सहयोग मिलेगा। दुश्मनों को मुंह की खानी पड़ेगी। राजकाज में सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

कन्या: आज धन का लाभ होगा। नौकरी में उन्नति होगी। समस्या का समाधान होगा। व्यापार में विस्तार होगा। दाम्पत्य सुख की प्राप्ति होगी। दैनिक दिनचर्या अच्छी रहेगी। कार्यों में प्रगति होगी। धन का लाभ मिलेगा। राजकाज में सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

तुला: आज धन का लाभ होगा। कारोबार में विस्तार और लाभ होगा। संतान का सहयोग मिलेगा। धर्म कार्य सम्पन्न होंगे। पराक्रम में वृद्धि होगी। खर्च पर ध्यान दें। पराक्रम में वृद्धि होगी। घरेलू जीवन व्यस्त रह सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

वृश्चिक: आज कारोबार में सहयोग मिलेगा। कठिनाइयां दूर होगी। योजना का विस्तार होगा। शिक्षा पर धन खर्च होगा। वैसे धन का लाभ होगा। समस्या का समाधान होगा। परिवार की समस्या रहेगी। प्रतिष्ठा का लाभ होगा। शत्रु पर विजय प्राप्त होगी। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

धनु: आज व्यापार में लाभ होगा। शिक्षा में लाभ मिलेगा। धार्मिक अनुष्ठान आदि में विश्वास और भी बढे़गा । उदर-विकार से बचें । कठिन परिश्रम से लाभ निश्चित है । धन का लाभ मिलेगा। हल्की परिवारिक समस्याएं रहेंगी। राजकाज में संघर्ष होगा। मान-सम्मान बनाए रखें।

मकर: आज गुप्त शत्रु से सावधान रहें । मानसिक चिंतन रह सकता है । दैनिक रोजगार सामान्य रहेंगे। जीवनसाथी को समय दें। दैनिक कार्य सामान्य रहेंगे । निर्माण में प्रगति होगी। आध्यात्म मे विश्वास बनेगा।

कुंभ: आज कारोबार से आर्थिक लाभ पहले से बढेगा। राजकाज में वृद्धि होगी। शिक्षा में लाभ मिलेगा। धन का लाभ होगा। अपव्यय रहेगा। यात्रा में कष्ट रहेगा। शत्रु आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएंगे। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

मीन: आज धन का लाभ मिलेगा। व्यापार में विस्तार होगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। संतान सुख मिलेगा। नई योजनाएं बनेंगी। कार्य में उत्साह रहेगा। राजनीतिक लाभ मिलेगा। धन का लाभ होगा। जीवनसाथी को समय दें । स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ll🌞
🌤️ दिनांक – 09 अगस्त 2022
🌤️ दिन – मंगलवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – वर्षा ऋतु
🌤️ मास -श्रावण
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – द्वादशी शाम 05:45 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
🌤️ नक्षत्र – मूल दोपहर 12:18 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा
🌤️ योग – विष्कंभ रात्रि 11:36 तक तत्पश्चात प्रीति
🌤️ राहुकाल – शाम 03:59 से शाम 05:36
🌞 सूर्योदय – 05:21
🌦️ सूर्यास्त – 06:18
👉 दिशाशूल – उत्तर दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण – पवित्रा- दामोदर द्वादशी,भौमप्रदोष व्रत, वरद लक्ष्मी व्रत, विष्णुपवित्रारोपण, मंगलागौरी पूजन
🔥 विशेष – द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

🌷 रक्षाबंधन के पर्व पर दस प्रकार का स्नान
🙏🏻 श्रावण महिने में रक्षाबंधन की पूर्णिमा 11 अगस्त 2022 गुरुवार वाले दिन वेदों में दस प्रकार का स्नान बताया गया है |
1⃣ भस्म स्नान – उसके लिए यज्ञ की भस्म थोडीसी लेकर वो ललाट पर थोड़ी शरीर पर लगाकर स्नान किया जाता है | यज्ञ की भस्म अपने यहाँ तो है आश्रम में, पर समझो आप अपने घर पर किसी को बताना चाहें की यज्ञ की भस्म थोड़ी लगाकर श्रावणी पूर्णिमा को दसविद स्नान में पहले ये बताया है | तो वहाँ यज्ञ की भस्म कहाँ से आयेगी तो गौचंदन धूपबत्ती घरों में जलाते हैं साधक | शाम को गौचंदन धूपबत्ती जलाकर जप करें अपने इष्टमंत्र, गुरुमंत्र का तो वो जलते जलते उसकी भस्म तो बचेगी ना | तो जप भी एक यज्ञ है | तो गौचंदन की भस्म होगी यज्ञ की भस्म पवित्र मानी जाती है | वैसे गौचंदन है वो, देशी गाय के गोबर, जड़ीबूटी और देशी घी से बनती है | तो पहला भस्म स्नान बताया है |
2⃣ मृत्तिका स्नान
3⃣ गोमय स्नान – गोमय स्नान माना गौ गोबर उसमे थोडा गोझरण ये मिक्स हो उसका स्नान (उसका मतलब थोडा ले लिया और शरीर को लगा दिया ) क्यों वेद ने कहा इसलिए गौमाता के गोबर में (देशी गाय के) लक्ष्मी का वास माना गया है | गोमय वसते लक्ष्मी पवित्रा सर्व मंगला | स्नानार्थम सम संस्कृता देवी पापं हर्गो मय || तो हमारे भीतर भक्तिरूपी लक्ष्मी बढ़ती जाय, बढ़ती जाय जैसे गौ के गोबर में लक्ष्मी का वास वो हमने थोडा लगाकर स्नान किया, हमारे भीतर भक्तिरूपी संपदा बढती जाय | गीता में जो दैवी लक्षणों के २६ लक्षण बतायें हैं वो मेरे भीतर बढ़ते जायें | ये तीसरा गोमय स्नान |
4⃣ पंचगव्य स्नान – गौ का गोबर, गोमूत्र, गाय के दूध के दही, गाय का दूध और घी ये पंचगव्य | कई बार आपको पता है पंचगव्य पीते हैं | तो पंचगव्य स्नान थोड़ा सा ही बन जाये तो बहुत बढियाँ नहीं बने तो गौ का गोबरवाला तो है | माने पाँच तत्व से हमारा शरीर बना हुआ है वो स्वस्थ रहें, पुष्ट रहें, बलवान रहें ताकी सेवा और साधना करते रहे, भक्ति करते रहें |
👉🏻 शेष कल……

🌷 रक्षाबंधन 🌷
सर्वरोगोपशमनं सर्वाशुभविनाशनम् ।
सकृत्कृते नाब्दमेकं येन रक्षा कृता भवेत् ।।
🙏🏻 इस पर्व पर धारण किया हुआ रक्षासूत्र सम्पूर्ण रोगों तथा अशुभ कार्यों का विनाशक है ।इसे वर्ष में एक बार धारण करने से वर्षभर मनुष्य रक्षति हो जाता हैं ।(भविष्य पुराण)

🌷 मनु स्मृति 🌷
🙏🏻 भाई और बहन के लिए रक्षाबंधन (11 अगस्त, गुरुवार) एक महापर्व की तरह है। रक्षाबंधन भाई और बहन के प्यार का प्रतीक माना जाता है। इस दिन भाई अपनी बहन को प्यार के साथ-साथ कई तरह के उपहार भी देता है। मनु स्मृति में तीन ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जो घर की महिलाओं को देने से घर में शांति और उन्नति बनी रहती है।
🌷 श्लोक-
यत्र नार्यस्तु पूज्यते, रमन्ते तत्र देवताः।
मनु स्मृति: बहन को जरूर दें ये 3 चीजें, हर काम में मिलेगी सफलता, होंगे लाभ
1⃣ वस्त्र
वस्त्र यानी कपड़े। सजना-सवरना, श्रृंगार करना ये सब महिलाओं को सबसे प्रिय होता है। मनुस्मृति के अनुसार, जिस घर के पुरुष अपनी पत्नी, माता या बहन को अच्छे वस्त्र प्रदान करते हैं, उस घर पर भगवान हमेशा प्रसन्न रहते हैं। ऐसे घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है और सभी कामों में सफलता मिलती है। स्त्री को घर की लक्ष्मी माना जाता है, अगर महिलाएं गंदे या मैले कपड़े पहन कर रहती हैं या घर के पुरुष अपनी पत्नी, मां या बहन को समय-समय पर अच्छे वस्त्र नहीं प्रदान करते तो ऐसे घर पर लक्ष्मी रूठ जाती है।
2⃣ आभूषण
आभूषण यानी गहने। गहने महिलाओं की सबसे प्रिय वस्तुओं में से एक है। जिस घर की महिलाएं खुश रहती हैं, वहां देवताओं का निवास माना जाता है। हर मनुष्य को अपने घर की महिलाओं को सुंदर गहने उपहार में देना चाहिए। जिस घर की महिलाएं अच्छे कपड़े और गहनों से श्रृंगार करती है, वहां कभी दरिद्रता नहीं रहती। ऐसे घर में हमेशा खुशहाली और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है ।
3⃣ मधुर वचन
महिलाओं को पूजनीय माना जाता है। कई ग्रंथों और पुराणों में महिलाओं का सम्मान करने की बात कही गई है। मनुस्मृति के अनुसार, जिस घर में महिलाओं से बुरी तरह से बात की जाती है या उनका सम्मान नहीं किया जाता, ऐसे घर में भगवान भी नहीं रहते। स्त्रियों का सम्मान न करने वाले मनुष्य को हर समय किसी न किसी परेशानी का सामान करना ही पड़ता है। इसलिए मनुष्य को हमेशा महिलाओं का सम्मान करना चाहिए और अपने घर की स्त्रियों के साथ हर समय प्रेम और आदर से ही व्यवहार करना चाहिए।

      🌞 ~ *पंचांग* ~ 🌞

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