बोचहां उपचुनावः दांव पर लगी है नीतीश और तेजस्वी की प्रतिष्ठा
मुज्जफरपुरः बोचहां उपचुनाव ने बिहार में सियासी तपिश और बढ़ा दी है। इस चुनाव में सीएम नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी। सभी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा ने पहले से ही प्रत्याशी बेबी कुमारी के लिए चुनाव प्रचार तेज कर दिया था। विधायक, प्रदेश स्तर के नेता और कई मंत्री मतदाताओं की नब्ज टटोलने के लिए जनसंपर्क अभियान चला चुके हैं। अन्य दलों ने भी अब तक जनसंपर्क को ही प्रचार का मुख्य माध्यम बनाया है। गुरुवार को राजद उम्मीदवार अमर कुमार पासवान के समर्थन में तेजस्वी यादव की सभा से चुनाव प्रचार और तेज होगा। इसके बाद नौ अप्रैल को भी वे यहां सभा को संबोधित करेंगे। प्रचार समाप्ति के अंतिम दिन 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री का यहां कार्यक्रम है। घटक दलों की मदद से तारापुर और कुशेश्वरस्थान उपचुनाव में जीत हासिल करने वाला जदयू बोचहां में भाजपा की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाह रहा है। वहीं वीआइपी उम्मीदवार डॉ. गीता कुमारी के लिए पार्टी सुप्रीमो मुकेश सहनी ही खेवैय्या हैं। वे लगातार जनसंपर्क और रोड शो कर रहे हैं। कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्तचरण दास यहां प्रचार के लिए आए, मगर इसके बाद कोई बड़ी सभा नहीं हुई है। बाढग़्रस्त बोचहां क्षेत्र के मतदाताओं में नाराजगी है। दो महत्वपूर्ण पुल चालू नहीं हो पाने को भी मुद्दा बनाया जा रहा है। निषाद वोट के लिए इसी समाज के मुकेश सहनी और मुजफ्फरपुर सांसद अजय निषाद में प्रतिष्ठा की लड़ाई चल रही।