आबुआ दिशुम आबुआ मेला का विधायक ने किया उद्घाटन

रांची: आबुआ दिशुम आबुआ मेला दिसकिली, राजाउलातु में मुख्य अतिथि के रूप में खिजरी विधायक राजेश कच्छप उपस्थित हुए। इस मौके पर खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने संबोधित करते हुए कहा कि आज हमें पूर्वजों के द्वारा जल जंगल जमीन की रक्षा किया। आज पूर्वजों का देन है कि इस क्षेत्र में अमन-चैन की जिन्दगी जी रहे हैं। आबुआ दिशुम आबुआ मेला हर साल विगत 47 सालों से 29 अप्रैल को बड़ी धुम धाम से मनाया जाता है। आपको बता दें कि इस क्षेत्र में फील्ड फायरिंग रेंज के नाम लगभग 52 गांव प्रभावित थे। इस क्षेत्र में फील्ड फायरिंग रेंज के नाम से ग्रामीण काफी दहशत में थे। धीरे-धीरे ग्रामीण उग्र होने लगे। धीरे-धीरे आन्दोलन का रुप लेने लगा जिसका नेतृत्व इस क्षेत्र के जाने माने कद्दावर जन-जन के आन्दोलनकारी नेता सावना लकड़ा उर्फ सावना बाबा ने अगुवाई करने लगे। आन्दोलन काफी दिनों तक चला। उग्र आन्दोलन को हार मान कर सरकार ने फील्ड फायरिंग रेंज को स्थगित करने में मजबूर होना पड़ा। सरकार ने फील्ड फायरिंग रेंज को स्थगित करने का एक आदेश जारी किया। इस आदेश को उग्र आन्दोलन के जनसभा में आकर तत्कालीन उपायुक्त (डीसी) ने पढ़ कर सुनाया। इस आदेश को सुनते ही क्षेत्र में खुशी का लहर होने लगा। इसी खुशी को मनाने के लिए हर वर्ष 29 अप्रैल को आबुआ दिशुम आबुआ मेला (डीसी) मेला का आयोजन किया जाता है। इस मेला में खोड़ा नाच एवं रात्रि में आर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया।
मौके पर सावना लकड़ा के धर्मपत्नी सीता लकड़ा, जिला परिषद सदस्य रीता होरो, जिला परिषद सदस्य बिपिन टोप्पो, आदिवासी सरना समिति के अध्यक्ष नारायण उरांव, मुखिया रंजीत लकड़ा, महादेव मुण्डा, मेला समिति के अध्यक्ष सुशील लकड़ा, सचिव प्रकाश लकड़ा, मुक्तिलता जिलूहर, खुदिया कच्छप, विनोद लोहरा, ग्राम प्रधान बुधू लकड़ा, सुनील उरांव, बिरसा कच्छप, बिजो लकड़ा, कल्याण लिण्डा, समीर टोप्पो, सुलेमान कच्छप, मंगल हेमरोम, बसंत कुजूर, दमनीक कच्छप, बिरसा पहान बिरसा लकड़ा, मनोज लकड़ा एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

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