टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए खोले गएआदर्श टीकाकरण केन्द्र: मंत्री

गणादेश ब्यूरो
पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए बिहार के 35 जिलों में निजी अस्पतालों की तर्ज पर चाइल्ड फ्रैंडली आदर्श टीकाकरण केन्द्र व कॉर्नर स्थापित किये गए हैं। इसका लाभ नवजात शिशुओं को निरंतर मिल रहा है। इन आदर्श टीकाकरण केन्द्रों पर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसका नतीजा है कि निजी अस्पताल में प्रसव कराए गए अधिकांश बच्चों का टीकाकरण इन केन्द्रों पर संभव हो रहा है।
मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश में 19 आदर्श टीकाकरण केन्द्र, 154 आदर्श टीकाकरण कॉर्नर और 88 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कॉर्नर की स्थापना की गई है। इन आदर्श टीकाकरण केंद्रों व कॉर्नर पर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण नियमित टीकाकरण की सेवा दी जा रही है। इन केन्द्रों को पूरी तरह से वातानुकूलित बनाया गया है। बच्चों व नवजात शिशुओं को देखते हुए गेंद, वाल पेंटिंग्स व अन्य मनोरंजन से संबंधित उपकरण भी यहां उपलब्ध कराए गए हैं। ऐसे केन्द्रों पर कार्यरत डॉक्टर औऱ जीएनएम बच्चों को अच्छा माहौल देने का प्रयास करते हैं। इसके कारण प्रदेशवासियों का रुझान इन केन्द्रों के प्रति बढ़ रहा है। निजी अस्पतालों में बच्चों के संपूर्ण टीकाकरण पर एक बड़ी राशि खर्च होती है। इन केन्द्रों के खुल जाने से आम लोगों को गुणवत्तापूर्ण नियमित टीकाकरण निःशुल्क प्राप्त हो रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार शिशु स्वास्थ्य को बेहतर करने में जुटी हुई है और इस दिशा में प्रयास भी कर रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग राजधानी पटना में तीन आदर्श टीकाकरण केन्द्र चला रहा है। पटना के गार्डिनर रोड स्थित आदर्श टीकाकरण केन्द्र में जनवरी से 18 मई 2022 तक 1437 बच्चों का टीकाकरण किया गया, जबकि 237 गर्भवती महीलाएं यहां टीकाकरण से आच्छादित हुईं, वहीं, पटना के अलावा भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, पूर्वी चम्पारण, गया, मुजफ्फरपुर, सारण, सीतामढ़ी, सीवान, वैशाली और नालंदा में एक-एक केन्द्र हैं, जबकि पूर्णियां में पांच आदर्श टीकाकरण केन्द्र सुचारू रूप से चल रहा है। नियमित टीकाकरण बच्चों को कई जानलेवा बीमारी से सुरक्षित रखता है। टीकाकरण दर में बढ़ोतरी शिशु मृत्यु दर को कम करने में भी काफ़ी कारगर साबित हो रहा है।

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