रौनियार समाज को राज्य सरकार व केंद्र सरकार पिछड़ी जाति की सूची में शामिल करें: डा. एके गुप्ता
रांची .आल इंडिया रौनियार वैश्य समाज द्वारा रौनियार वैश्य समुदाय के लोगों का उत्पीड़न शोषण आरक्षण राजनीति हिस्सेदारी हक व अधिकार को लेकर देश के समस्त राज्यों जिलों शहरों गांव गांव में चलाया जा रहा जन जागरूकता एवं जनसंपर्क महा अभियान कार्यक्रम का असर देश के समस्त राज्यों जिलों शहरों नगरों में दिखना शुरू हो गया. लोगों में सक्रियता व जागरूकता तेजी से बढ़ी है. लोग आगे आ रहे हैं ।जिसका परिणाम अब लोगों के बीच दिखने लगा है। समाज के लोगों का आगे आना समाज के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उक्त बातें ऑल इंडिया रौनियार वैश्य समाज के संस्थापक/अध्यक्ष डॉ ए के गुप्ता (रौनियार) ने कही।
संस्थापक/अध्यक्ष डॉ ए के गुप्ता (रौनियार) ने कहा कि रौनियार वैश्य समुदाय के लोग बड़े पैमाने पर उत्तर प्रदेश झारखंड बिहार मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ नई दिल्ली गुजरात बंगाल उड़ीसा आदि राज्यों में निवास करते हैं वैश्य समुदाय एक ऐसा समुदाय है जिसके सहारे व्यापार एवं पार्टियों की राजनीति चलती है, उसके बाद भी वैश्य समुदाय के लोगों की घोर उपेक्षा शोषण उत्पीड़न किया जा रहा है चाहे वह आरक्षण का मामला हो या फिर राजनीति का मामला हो, चाहे वैश्य व्यापारियों का उत्पीड़न शोषण का ही मामला क्यों ना हो, बड़े पैमाने पर वैश्य व्यापारियों का शोषण उत्पीड़न किया जा रहा है बावजूद वैश्य व्यापारियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है, वैश्य समाज को ढाल बनाकर राजनीति पार्टियों द्वारा राजनीति गोटी सेकने का कार्य किया जा रहा है। अब वैश्य समुदाय के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। अपने समाज के हक व अधिकार के लिए लोग सक्रिय हो गए हैं, आगे आने वाले समय में इसका महत्वपूर्ण परिणाम लोगों के बीच देखने को मिलेगा।
श्री गुप्ता ने कहा कि देश के समस्त राज्यों जिलों में कार्यक्रमों एवं जनसंपर्क के माध्यम से लोगों को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है उत्तर प्रदेश बिहार दिल्ली में रौनियार समाज के लोगों को पिछड़ी जाति की सूची में रखा गया है किंतु केंद्र सरकार द्वारा अभी तक केंद्र में पिछड़ी जाति की सूची में नहीं जोड़ा गया है जिससे रौनियार समाज के बच्चों के स्कूल कॉलेजों में एडमिशन शिक्षा नौकरी में आरक्षण को लेकर काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
ऑल इंडिया रौनियार समाज द्वारा राज्य सरकार व केंद्र सरकार से मांग करता है कि रौनियार वैश्य समुदाय के लोगों को सभी राज्यों में व केंद्र में पिछड़ी जाति की सूची में शामिल किया जाए, वैश्य व्यापारियों का हो रहे उत्पीड़न शोषण पर तत्काल अंकुश लगाते हुए समाज के लोगों को उनका हक व अधिकार दिया जाए।