लोगों ने रामचरितमानस का पाठ कराना बंद किया तो सरकार अपने खर्चे से कराने पर मजबूर
लखनऊ : सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी। उन्होंने अपना एक वीडियो क्लिप ट्वीट किया, जिसमें वह कह रहे हैं कि अब पूरे देश में लोगों ने अपने आप रामचरितमानस का पाठ कराना बंद कर दिया तो सरकार अपने खर्चे से मानस की पाठ कराने पर मजबूर हो रही है। ऐसा कर देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों व पिछड़ों को अपमानित करने की साजिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि किसी भी पंथनिरपेक्ष, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक सरकार को किसी धर्म विशेष को बढ़ावा देना संविधान के निर्देशों का उल्लंघन है। उन्होंने पूछा कि जब हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं तो फिर एक ही धर्म को बढ़ावा क्यों?
बता दें कि इससे पहले स्वामी प्रसाद ने कहा था कि रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि इन चौपाइयों में आपत्तिजनक अंश, जिसमें महिलाओं, आदिवासियों, दलितों व पिछड़ों को सामाजिक, धार्मिक स्तर पर अपमानित होना पड़ता है। स्वामी प्रसाद मौर्य इस बयान के बाद वह भाजपा के निशाने पर आ गए थे। इतना ही नहीं लखनऊ में उनके खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का केस भी दर्ज करा दिया गया था।