प्रार्थना सभा के द्वारा पाहन को प्रशिक्षण देने का विरोध
कांके: मंगलवार को विश्वकर्मा पहान की अध्यक्षता में एक विशेष बैठक बोड़ेया में की गई.जिसमें राजी पडहा प्रार्थना सभा के द्वारा पहानो को प्रशिक्षण देने का पुरजोर विरोध किया गया. कहा गया कि राजी पड़हा प्रार्थना सभा चर्च का पोषित संगठन है।बैठक में कहा गया कि जनजातियों/ आदिवासियों की रूढ़ि प्रथा, रीति रिवाज, परंपरा, संस्कृति पड़हा व्यवस्था को नष्ट करने और विकृति फैलाने का षड्यंत्र है इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा प्रार्थना सभा के माध्यम से वर्तमान समय में जनजातियों के शादी विवाह , जन्म मृत्यु कन बेदी मुंडन छठी वगैरा कई प्रकार के संस्कार को डाइवर्ट कर दिया गया है आने वाले दिनों में न्यू जेनरेशन को प्रार्थना सभा वाला यही कहेगा कि यही हमारा परंपरा है जबकि संविधान में रूढ़ि प्रथा ही जनजातियों की पहचान है प्रार्थना सभा वाले मुर्गा मुर्गी के स्थान पर सेब केला का प्रयोग करवाने लगे हैं पहानो कहा कि प्रार्थना सभा प्रशिक्षण देने वालों को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा तथा ऐसे लोगों से सावधान एवं सतर्क रहने की जरूरत है
बैठक में आगामी 27 नवंबर 2022 को रांची में जनजाति सुरक्षा मंच के तत्वाधान में विराट महारैली हेतु कांके प्रखंड के लिए एक समिति का गठन किया गया जिसमें श्री दिलीप मुंडा को संयोजक, रजनी देवी सहसंयोजक, जय मंगल उरांव संरक्षक, लाखों उरांव शह संरक्षक, कोषाध्यक्ष कैलाश मुंडा, प्रवक्ता पहान देवनाथ मुंडा, तथा सक्रिय सदस्य गण विक्रम उराव, मुनेश्वर मुंडा, संजय मुंडा, सतीश तिग्गा, दीनू उरांव, सिकंदर मुंडा वगैरा सदस्यों का चयन किया गया
बैठक में निर्णय लिया गया कि 27 नवंबर को डीलिस्टिंग विराट रैली में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर रैली को सफल बनाने का संकल्प लिया गया एवं वैसे जनजाति जो अपनी रूढ़ि प्रथा, संस्कृति, रीति रिवाज एवं परंपरा को छोड़ अन्य धर्म ईसाई अपना लिए हैं वैसे लोगों को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 342 में संशोधन करके अनुसूचित जनजाति की सूची से डीलिस्टिंग यानी अनुसूचित जनजाति की श्रेणी से वैसे लोगों को बाहर करना ही डीलिस्टिंग जनजाति सुरक्षा मंच का लक्ष्य है
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि प्रत्येक पंचायत में ग्राम सभा में यह पारित होना चाहिए कि वैसे व्यक्ति जो अपनी रूढ़ि प्रथा, संस्कृति, रीति रिवाज तथा परंपरा छोड़कर ईसाई या अन्य धर्म अपना लिए हैं वैसे लोगों को चिन्हित कर अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाने का संकल्प लिया गया इसे वास्तविक जनजाति का आरक्षण का लाभ वास्तविक जनजाति को मिल सकेगा
बैठक में मुखिया सोमा उराँव, मुखिया राम लखन मुंडा, मुखिया रजनी देवी, मुखिया लाखों उराँव, जनजातीय सुरक्षा मंच के संयोजक संदीप उरांव, उरांव धर्म संस्कृति रक्षा मंच के अध्यक्ष मेघा उराँव, जय मंत्री उरांव, ठानो मुंडा, विजय मुंडा, बालेश्वर पहान, विष्णु उराँव वीरेंद्र उराव, बिरसा उरांव, रवि उराँव, वगैरा के गणमान्य सदस्य उपस्थित थे
सोमा उरांव, मीडिया प्रभारी, जनजाति सुरक्षा मंच,