मोदी सरकार में चाहे सावन या सोमवार रोज महंगाई का नया प्रहार : राकेश सिन्हा
रांची : आज से देश भर में खाद्य सामग्री के दामों में वृद्धि पर तंज करते हुए प्रदेश कंाग्रेस कमिटी के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि देश की जनता एक और महंगाई की मार सहने का मजबूर हो रही है। उन्होंने कहा कि निम्न वर्गीय एवं मध्यम वर्गीय परिवार को मोदी सरकार न जीने दी रही है और न ही मरने दे रही है। उन्होंने कहा कि आटा, चावल इलाज जैसे चीजों पर जीएसटी लगाकर आम जनमानस को पूरी तरह केन्द्र सरकार मरने को विवश कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था कम वृद्धि एवं तेज महंगाई के दोहरी मार से प्रभावित हो रही है, जिसका मुलकारण मनरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार कुप्रबंधन और नाकामी है।
कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण दैनिक उपयोग में आने वाली सामंिग्रयों की कीमत ऐसे भी इजाफा हुआ था लोगों की आमदनी में गिरावट का दौर शुरू है। ऐसे में हालात में गरीब मध्यम और निम्नवर्गीय लोगों के सामने विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है। बढ़ती महंगई के कारण लोगों का बजट डगमगाने लगा है। एक तरफ पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर के दामों में बृद्धि से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। ऐसे में खाद्य सामग्री की कीमत पर जीएसटी लगाने से निम्न मध्यम परिवार आर्थिक रूप से और कमजोर हो रहे हैं।
देश ने पिछले महीने 2022 में बेरोजगारी की दर 7.8 प्रतिशत थी और 25 लाख लोग ने अपनी नौकरी एक माह में खाई है जब लोगों की लगातार नौकरियों जा रही है उसमें बढ़ती हुई महंगाई आग में घी का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि देश का एवरेज, इन्फालेशन 7.01 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्रों में 7.09 है मतलब गांवों में महंगाई शहरों से ज्यादा है जबकि भारत गांवों का देश है, हमारी 70 प्रतिशत निवासी आज भी गांवों में ही निवास करती है। ये मोदी सरकार का विकास का आर्थिक अर्थनीति का मॉडल है। प्रदेश कंाग्रेस कमिटी के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि प्रधानमंत्री जी यह बतायें लोगों को महंगाई से राहत देने का क्या फॉमूला है। उन्होंने कहा कि क्या आटे और चावल पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगाकर महंगाई कम होगी।