फारबिसगंज कांवरिया सेवा शिविर का जत्था शोभायात्रा रवाना
फारबिसगंज गणादेश:
2003 से सावन माह के दौरान सुल्तानगंज से देवघर जलाभिषेक के लिए जाने वाले कांवरियों का सेवा में लगे फारबिसगंज कांवरिया सेवा शिविर लगाने वालों का जत्था टंकेश्वर में लगाये जाने वाले शिविर के लिये रवाना हुआ।13 जुलाई से जिलेबिया मोड़ से आगे टंकेश्वर के पास फारबिसगंज कांवरिया सेवा शिविर शुरू होगा।जत्था रवानगी से पहले शहर में शोभायात्रा जुलूस निकाला गया,जिसमें शहर के प्रबुद्ध लोगों ने भाग लिया।सुल्तान पोखर मंदिर से निकला शोभायात्रा शहर का परिभ्रमण कर टंकेश्वर के लिए रवाना हुआ।शोभायात्रा में शिव-पार्वती की आकर्षक झांकियां लोगों के मन मोह रहे थे।गाजे बाजे के साथ शिव धुन में शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालु मगन थे।
कोरोना के कारण दो साल तक कोविड गाइडलाइन को लेकर बंद कांवरिया पथ और श्रावणी मेला पर रोक लगनी के कारण फारबिसगंज कांवरिया सेवा शिविर का आयोजन नहीं हो पाया था।लेकिन कोविड के काले बादल छटने के बाद इस बार आयोजन को लेकर खासा उत्साह श्रद्धालुओं में देखा गया।उल्लेखनीय है कि फारबिसगंज कांवरिया सेवा शिविर का आयोजन फारबिसगंज के शिव भक्तों के द्वारा 2003 से अनवरत किया जा रहा है और इस दौरान सावन माह में चौबीसों घण्टे की सेवा शिविर में कांवरियों को प्रदान की जाती है।शोभायात्रा में शिविर के अध्यक्ष ओमप्रकाश केशरी के अलावे निवर्तमान मुख्य पार्षद गुंजन सिंह,पूर्व मुख्य पार्षद वीणा देवी,अनूप जायसवाल,उमाशंकर उर्फ बुलबुल यादव,मन्टू सिंह,डॉ नेहा राज,सुरेश केशरी,आदित्य भगत, रंजन साह,विजय विराजी,करण सिंह भूमिहार,राजू गांधी,अशोक अग्रवाल,सत्यनारायण भगत, तारकेश्वर भगत,डोमन भगत,प्रदीप यादव,विनोद धनावत,मनोज सिंह,महावीर वैद,पप्पू राका समेत भारी संख्या में शिव भक्त मौजूद थे।शोभायात्रा के दौरान पूरा भगवान महादेव के नारों और बोलबम से गुंजायमान रहा।