एक लाख में मुल्तान, 5 लाख में बिके सलमान,बकरीद को लेकर बाजार गरम,ऑनलाइन पेमेंट से भी हो रही बकरों की खरीदारी

पटना :29 जून को बकरीद का त्योहार मनाया जाएगा। कुर्बानी के लिए पटना के बाजार में अलग-अलग नस्ल के बकरे बिक रहे हैं। इस बार 10 हजार से लेकर 5 लाख के बकरे बाजार में मिल रहे हैं। कहीं वजन के हिसाब से 1 लाख में डॉन नाम के बकरे को ख़रीदा गया तो कहीं शौकिया तौर पर लोग 5 लाख में भी कुर्बानी देने के लिए बकरे को खरीद रहे हैं। वहीं बकरी बाजार में मुल्तान का सुल्तान भी है, जिसकी कीमत एक लाख के ऊपर है।बकरे बेचने वाले सद्दाम खान ने बताया कि खरीदार का जिस हिसाब से बजट होता है, वो उस हिसाब से खरीदारी करते हैं। कुछ लोग शौकिया तौर पर भी खरीदारी करते हैं। नस्ल के हिसाब से बकरों का नाम बॉलीवुड हस्तियों के नाम पर जैसे शाहरुख़, सलमान, आमिर भी रखा गया है। इससे ग्राहक भी बहुत आकर्षित होते हैं।देहाती, बरबरी, देसी, तोतापरी और पंजाबी नस्ल के बकरे ज्यादा बिक रहे हैं। वहीं, तोतापरी को फुर्तीला जाति माना जाता है। रहबर अली ने बताया कि ये सारे नस्ल के बकरे बिहार के विभिन्न जिलों के साथ-साथ राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भी लाए गए हैं। बकरों को पालने में बहुत मेहनत लगती है। इनके खाने पीने से लेकर इसके आस पास साफ़ सफाई तक का ध्यान रखना पड़ता है। इस बात का भी खास ध्यान रखा जाता है कि बकरे बीमार न हों।बकरों की खरीदारी के दौरान जिन बकरों पर कुछ लिखा होता है, उनकी कीमत बढ़ जाती है। इस साल पटना के बाजार समिति के बकरी मंडी में माथे पर बने चांद वाले बकरे की बहुत चर्चा है। वहीं, कुछ बकरे ऐसे भी हैं जिनके शरीर पर उर्दू में अल्लाह उकेरा रहता है। इनकी कीमत दो- ढाई लाख तक जाती है। सद्दाम ने बताया कि आज के डिजिटल ज़माने में खरीदार कैश देने के साथ-साथ ऑनलाइन पेमेंट करके भी बकरे खरीद रहे हैं।मोहम्मद अख्लाक कुरैशी ने बताया कि बकरों के खाने-पान का खास ख्याल रखा जाता है। उन्हें चना, अन्य पौष्टिक आहार के साथ कैल्शियम की गोली दी जाती है। डेढ़ साल में उनका वजन काफी तेजी बढ़ता है। हफ्ते में एक दिन इन्हें नहलाया भी जाता है। उन्होंने इस बार बाहर से 70 बकरे मंगवाए थे। 50 से 70 हजार को खर्च बैठा था। 40 बिक गए हैं बाकि 30 बकरे अभी बचे हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास मुल्तान का सुलतान है। इसकी कीमत एक लाख से ऊपर है।

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