महंगी दवा से राहत, 651 जरूरी दवाओं की कीमतें घटी
नई दिल्ली : महंगी दवाओं के दर्द से पीड़ित आम जनता के लिए सरकार ने एक राहत की खबर दी है। राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) ने कहा है कि 651 आवश्यक दवाओं की कीमत को 1 अप्रैल से औसतन 6.73 प्रतिशत कम कर दिया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले साल सितंबर में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (NLEM) में संशोधन किया था। इसमें कुल 870 दवाओं को शामिल किया गया है, जिसमें से 651 आवश्यक दवाओं की कीमत में कैपिंग सीलिंग प्राइस को तय कर दिया गया है।
राष्ट्रीय दवा मूल्य नियामक ने अपने एक ट्वीट में कहा कि सरकार आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची के तहत सूचीबद्ध कुल 870 दवाओं में से अब तक 651 दवाओं की अधिकतम कीमत तय करने में सफल रही है। इससे हर व्यक्ति तक जरूरी दवाओं की पहुंच को बढ़ाया जा सकेगा।
NPPA ने कहा है कि अधिकतम कीमतों की कैपिंग के साथ 651 आवश्यक दवाओं की कीमत में पहले ही 16.62 प्रतिशत की कमी की गई थी। आवश्यक दवाओं की कीमत 12.12 प्रतिशत बढ़नी थी, लेकिन अब 1 अप्रैल से इसे 6.73 प्रतिशत कम कर दिया गया है।
एनएलईएम के मुताबिक, दवाओं की कीमत कम होने का सबसे बड़ा फायदा उपभोक्ताओं को होगा। अगर पिछले आंकड़ों को देखें तो थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित दवाओं की कीमतों में 12.12 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई है। 2022 के लिए वार्षिक परिवर्तन 12.12 प्रतिशत था। हालांकि, फिर भी कीमतों को कम करने में सफलता मिली है।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब आवश्यक दवाओं की अधिकतम कीमत तय की जा रही है। कीमतों को तय करने का आदेश DSPO द्वारा 2013 से दिया जा रहा है।