खाना-पीना और कैंसर की दवाएं सस्ती, कार खरीदना हुआ महंगा

नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए हैं। इन फैसलों का एलान हो चुका है। जीएसटी मीटिंग के बाद देश भर में खाने-पीने की चीजों से लेकर गाड़ी खरीदने तक कीमतों में कई तरह के बदलाव करने का फैसला किया गया है। जीएसटी की इस मीटिंग के बाद कई चीजों को खरीदना आम लोगों के लिए सस्ता हो गया तो कुछ चीजें पहले के मुताबिक महंगी हो चुकी हैं। जो इस प्रकार है-
क्या हुआ सस्ता
जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में लिए गए फैसले के मुताबिक अब अनकुक्ड फूड आइटम को सस्ता कर दिया है। कच्चे या बिना तले स्नैक्स फूड पर जीएसटी की दर 18 प्रतिशत से कम कर 5 प्रतिशत कर दी गई है।
जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में लिए गए फैसले के मुताबिक, अब अगर आप मूवी हॉल में खाना ऑर्डर करते हैं तो इसे पहले के मुताबिक कम कीमत पर खरीदा जा सकेगा। मूवी हॉल में मिलने वाले खाने-पीने के आइटम पर जीएसटी को 18 प्रतिशत से घटा कर 5 प्रतिशत कर दिया गया है।
कैंसर की दवाएं
जीएसटी काउंसिल की मीटिंग के बाद यह फैसला लिया गया है कि कैंसर की वे दवाएं जो इम्पोर्ट की जाती हैं, उन पर आईजीएसटी नहीं लगाया जाएगा।Dinutuximab के एक डोज की बात करें तो यह 63 लाख रुपये का पड़ता है। इम्पोर्ट सस्ता होने का मतलब होगा कि देश में इन्हें पहले के मुताबिक कम कीमत पर खरीदा जा सकेगा।
क्या हुआ महंगा
मल्टी पर्पस कार : जीएसटी काउंसिल की मीटिंग के फैसले के बाद देश में कार खरीदना पहले के मुताबिक मंहगा होने जा रहा है। मीटिंग में फैसला लिया गया है कि मल्टी पर्पस कारों (MUV) पर 22 प्रतिशत कंपनसेशन सेस लगेगा।
सेडान कार पर सेस नहीं लगाया जाएगा। इन कारों पर 28 प्रतिशत जीएसटी अलग से वसूला जाएगा।
ऑनलाइन गेमिंग : जीएसटी काउंसिल की मीटिंग के बाद यह तय हुआ है कि ऑनलाइन गेमिंग, कैसिनो, हॉर्स रेसिंग पर 28 प्रतिशत जीएसटी वसूली जाएगी।
दरअसल, ऑनलाइन गेमिंग को जीएसटी के दायरे में लाया गया है। याानी गेमर्स को अब ऑनलाइन गेमिंग खेलना अब महंगा पड़ेगा। इसके लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी।

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