बांग्लादेश संकट के खिलाफ राजधानी पटना में आक्रोश मार्च, धरना का आयोजन
अनूप कुमार सिंह
पटना। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के कत्लेआम व धार्मिक संस्थाओं,मठ मंदिरों को ध्वस्त किये जाने के विरोध में गुरुवार को राजधानी
पटना में युवकों व बुद्धिजीवियों ने रोषपूर्ण प्रदर्शन किया।प्रदर्शनकारियों की ओर से पटना के जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया। गौरतलब हो कि
इस आक्रोश मार्च सह धरना कार्यक्रम का आयोजन भारतीय राष्ट्रीय समाज की पटना महानगर शाखा ने किया था। सैकड़ो की संख्या में प्रदर्शनकारियों का हुजूम राजेंद्र नगर के शाखा मैदान में एकत्रित हुआ। प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में बांग्लादेश के खिलाफ बैनर व पोस्ट ले रखा था।साधु संत, विधायक राजनेताओं व महिलाओं ने शाखा मैदान में दिन के 11:00 से लेकर 1:00 तक धरना देने के बाद आक्रोश मार्च निकाला।बांग्लादेश के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दिनकर गोलंबर, कदम कुआं होते हुए गांधी मैदान पहुंचे।जहां पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया।
जिला प्रशासन के एडीएम के आग्रह पर प्रदर्शनकारियों का एक पांच सदस्यीय शिष्टमंडल पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह से मिला। उन्हें बांग्लादेश में हिंदुओं के कत्लेआम पर रोक लगाने व हिंदू मठ मंदिरों को ध्वस्त किए जाने पर रोक लगाने की मांग भारत सरकार से की गई।
इस आक्रोश मार्च सह धरना कार्यक्रम में काफी संख्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। इस प्रदर्शन में भाजपा के विधायक अरुण कुमार सिंहा, बिहार बाल संरक्षण आयोग के सदस्य राकेश कुमार सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी अरविंद खंडेलवाल, विश्व संवाद केंद्र के संजीव कुमार सिंह, भाजपा नेता अजय मिश्रा, पूर्व विधान पार्षद प्रोफेसर किरण घई, संघ के स्वयंसेवक भोला प्रसाद, महाकाल भैरव अखाड़ा संघ के राष्ट्रीय सचिव सह आदि कुंभ स्थल सिमरिया धाम के संस्थापक संरक्षक प्रसिद्ध संत करपात्री अग्निहोत्री परमहंस स्वामी चिदात्मन जी महाराज के शिष्य पीठाधीश्वर स्वामी श्यामा नंद महाराज ने भी भाग लिया।