कोविड के बेहतर प्रबंधन को ले किया गया मॉक ड्रिल

खूंटी: कोरोना के संभावित प्रभाव से बचाव व उचित प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। कोविड अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन, दवा सहित अन्य आवश्यक संसाधनों की पर्याप्त व्यवस्था है। चिकित्सकों सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड के नये वेरिएंट से बचाव संबंधित विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की गई है।
कोरोना से निपटने व इसके रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है। कोरोना से बचाव और रोकथाम को लेकर आज जिले के सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान बेड और वेंटिलेटर की सुविधाएं जांची गई। मॉक ड्रिल के जरिए अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर, पीपीई किट, वेंटिलेटर, कोविड वार्ड, बेड की उपलब्धता व ऑक्सीजन प्लांट संबंधित व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया गया है।
उपायुक्त शशि रंजन ने कोरोना प्रबंधन की तैयारियों का जायजा किया।कोविड अस्पताल, खूंटी में आयोजित मॉक ड्रील का निरीक्षण किया। साथ ही लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोराना के लक्षण का अनुभव होने पर तुरंत अपने नजदीक के सरकारी अस्पताल में जाकर अपनी जांच कराएं।
उपायुक्त ने कोविड अस्पताल में कोविड के मरीजों के इलाज के लिए अधिष्ठापित ऑक्सीजन प्लांट, उपलब्ध उपकरणों एवं बेडों का अवलोकन का संबंधित चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
उपायुक्त ने वर्तमान कोविड अस्पताल MCH परिसर में निर्माणाधीन 50 बेडों वाले प्री फैब्रीकेटेट कोविड अस्पताल एवं निर्माण कार्य स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देशित किया कि सुनिश्चित करें कि सभी पूर्ण कोविड प्रोटोकॉल के साथ इसका पालन करें।
इस दौरान उन्होंने एमसीएच 2 में चल रहे अन्य सभी कार्यों का निरीक्षण किया। साथ ही संबंधित संवेदक को आवश्यक निर्देश दिया।
कोरोना से बचाव और रोकथाम को लेकर आज जिले के सभी सरकारी अस्पताल में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान बेड और वेंटिलेटर की सुविधाएं जांची गई। Mock drill के जरिए अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, पाइपलाइन व अन्य सुविधाओं को बेहतर किया गया है। कोविड वार्ड, बेड की संख्या, ऑक्सीजन प्लांट आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके माध्यम से यह कोशिश की गई कि कोरोना के मरीज को कैसे एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल लाया जा सकता है और उन्हें कैसे आइसोलेट किया जाएगा, इसमें क्या-क्या सावधानी बरतनी है, इसकी जानकारी दी गयी, इसके अलावा सैनीटाइज करने, मास्क, आदि से एहतियात बरतने की जानकारी भी दी गयी।

मॉक ड्रील के दौरान कोराना प्रबंधन से जुड़ी सभी तैयारियों को परखा गया। साइरन बजाते एक एंबुलेंस कोविड अस्पताल के मुख्य द्वार पर आकर रुकती है। पीपीई कीट पहने स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा एक डमी कोविड संभावित एक मरीज को एबुंलेंस से उतार जाता है। उसे स्ट्रेचर से कोविड वार्ड लाया जाता है। मरीज से उसकी परेशानियों की जानकारी ली जाती है। मौके पर उसकी जांच कर तुरंत ही जरुरी जांच की जाती है। ऑक्सीजन लेवल चेक किया जाता है। इसके पश्चात् मरीज को आईसीयू कक्ष में लाया जाता है। जहां चिकित्सको एवं स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा मरीज को आवश्यक उपचार दिया जाता है। मॉक ड्रिल का आयोजन पूर्ण रूप से कोविड़ प्रोटोकॉल के अनुरूप किया गया।

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