जिले के विभिन्न प्रखंडों में मिलेट्स जागरूकता कार्यशाला का आयोजन

खूंटी: उपायुक्त के निदेशानुसार जिले के सभी प्रखंडों में मिलेट्स जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से प्रखंड स्तर पर संबंधित जनप्रतिनिधि, सखी मंडल की दीदियां व प्रगतिशील किसान भाग ले रहे हैं।
कार्यशाला के दौरान विशेष रूप से मिलेट्स उत्पादन को लेकर कृषकों को प्रेरित किया गया। साथ ही जनप्रतिनिधियों को इसे लेकर क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने के लिए प्रोत्साहित भी किया गया। इस दौरान बताया गया कि मड़ुआ और रागी या ज्वार, खूंटी के कृषक हमेशा से इन मोटे अनाजों की खेती करते आये हैं, ये अनाज यहां के लोगों के समुचित पोषण और उत्तम स्वस्थ्य का स्त्रोत रही हैं। किसानों को पौष्टिकता संबंधी जानकारी होना आवश्यक है।
इससे संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़कर इसकी उन्नत किस्मों की खेती के लिए नए किसानों को प्रेरित करने का प्रयास है। इसमें कृषक मित्रों को भी विशेष रूप से सक्रिय भूमिका निभाते हुए किसानों को प्रेरित करने की बात कही। साथ ही किसानों को ड्रेगन फ्रूट एवं स्ट्रॉबेरी की खेती से होने वाले आर्थिक लाभ संबंधित जानकारी कृषि विभाग के प्रखंड समन्वयक द्वारा दी गई।
संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि मिल्लेट्स की खेती के लिए किसानों को सही तकनीक, बीज की उन्नत किस्में, और समय- समय पर उचित मार्गदर्शन देने के लिए कृषि विभाग द्वारा लगातार सहयोग भी किया जाएगा।
किसानों के बीच समय समय पर मड़ुआ के उत्तम किस्मों के बीजों का निशुल्क वितरण किया है, नए किस्मों की खेती में किसानों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए कृषि विभाग ने उनके प्रक्षिक्षण की भी समुचित व्यवस्था की है, अभी हाल ही में जिले के कृषकों को सफ़ेद मड़ुआ की खेती का सफल प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
कार्यशाला में बताया गया कि मिल्लेट्स और उसके उत्पादों की बाजार मांग में आयी अभूतपूर्व तेजी को देखते हुए कृषि विभाग सहयोगी संस्थाओं की मदद से किसानों और स्थानीय लोगों को मिल्लेट्स और उसके उत्पादों से सम्बंधित उद्द्यम लगाने से भी लाभ होगा। इनमें विशेष रूप से मड़ुआ से बनने वाले कप केक, नमकीन, लड्डू, और पोषक पेय जैसे उत्पादों के निर्माण का शामिल हैं। महिलाओं को इससे जोड़ने के लिए समूह बना कर इस सम्बन्ध में चेतना फैलाने के प्रयास जारी हैं।
मिल्लेट्स की खेती और भोजन के रूप में इसके ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल के लिए जनप्रतिनिधियों, प्रगतिशील किसानों व सखी मंडल की दीदियों को प्रेरित करने के लिए प्रखंड स्तरीय कार्यशाला का आयोजन एक विशेष पहल है। किसान इस माध्यम से जागरूक होंगे।

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