बीजेपी सांसद निशिकांत की चौपाई के निकाले जा रहे कई मायने….बिनय ना मानत जलधि जड़, भय बिन होय न प्रीत…
रांची। बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे अब ट्वीट कर चौपाई लिखा है। इस चौपाई के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं। इस चौपाई के जरीए निशिकांत दूबे ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। चौपाई में लिखा है कि बिनय ना मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीत… बोले राम सकोप तब, भय बिन होय न प्रीत। गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरित मानस की यह चौपाई भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने ट्वीट किया है। सत्ता के गलियारों में चर्चा है कि सीएम की ओर से ईडी को दी गई चेतावनी पर निशिकांत ने रामचरितमानस की चौपाई लिखकर जवाब दिया- बिनय ना मानत जलधि जड़, भय बिन होय न प्रीत… चौपाई का अगर अर्थ समझा जाए तो यह काफी व्यापक भी है। जब लंका चढ़ाई के समय श्रीराम ने अनुनय-विनयपूर्वक समुद्र से मार्ग देने की गुहार की तब तीन दिन बीत गए, लेकिन समुद्र ने कोई उत्तर नहीं दिया। इसके बाद भगवान राम ये मान गए कि बिना शक्ति दिखाए काम नहीं बनेगा। समुद्र में भय उत्पन्न करना जरूरी है।