झारखंड जल छाजन योजना की हुई समीक्षा,स्वीकृत योजनाओं को ससमय पूरा करने का निर्देश

रांची: झारखंड जल छाजन योजना की हुई समीक्षा, स्वीकृत योजनाओं को ससमय पूरा करने का निर्देश रांची: ग्रामीण विकास विभाग के सचिव चन्द्रशेखर की अध्यक्षता में शुक्रवार को एफएफपी भवन सभागार में झारखण्ड जलछाजन योजना की समीक्षा हुई। समीक्षा बैठक में मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी० मनरेगा आयुक्त ने सभी जिलों के जिला तकनीकी विशेषज्ञ एवम सभी परियोजनाओं के अध्यक्ष, सचिव, WDT Engineer के साथ परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की। झारखण्ड जलछाजन योजना अंतर्गत कुल 28 परियोजनाओं के विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (DPR) की प्रशासनिक स्वीकृत दी जा चुकी है। उक्त परियोजना अंतर्गत NRM, Capacity Building. Livelihood. Horticulture/ Agro-forestry / Crop Demonstration अंतर्गत सभी अवयवों को समीक्षा किया गया। समीक्षा बैठक में सचिव महोदय द्वारा सभी PlAs को निदेश दिया गया कि झारखण्ड जलछाजन योजना (JJY) अंतर्गत सभी परियोजनाओं का वित्तीय एवं भीतिक गतिविधियों को JJY Portal के MIS में यथाशीघ्र Entry किया जाय ताकि पारदर्शिता हो सके। सचिव द्वारा कहा गया कि परियोजना की अवधि मात्र एक वर्ष छ माह शेष है। अतएव परियोजना में अधिक से अधिक PIA स्तर पर व्यय किया जाय सुनिश्चित करें। साथ ही सचिव द्वारा सभी जिलों के जिला तकनीकी विशेषज्ञ, WCDC सभी जिलों के सभी PlAs को निदेश दिया गया परियोजना में स्वीकृति गतिविधियों को ससमय एवं गुणवत्ता पूर्ण कार्य किया जाय। रांची: ग्रामीण विकास विभाग के सचिव चन्द्रशेखर की अध्यक्षता में शुक्रवार को एफएफपी भवन सभागार में झारखण्ड जलछाजन योजना की समीक्षा हुई। समीक्षा बैठक में मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी० मनरेगा आयुक्त ने सभी जिलों के जिला तकनीकी विशेषज्ञ एवम सभी परियोजनाओं के अध्यक्ष, सचिव, WDT Engineer के साथ परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की।
झारखण्ड जलछाजन योजना अंतर्गत कुल 28 परियोजनाओं के विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (DPR) की प्रशासनिक स्वीकृत दी जा चुकी है। उक्त परियोजना अंतर्गत NRM, Capacity Building. Livelihood. Horticulture/ Agro-forestry / Crop Demonstration अंतर्गत सभी अवयवों को समीक्षा किया गया।
समीक्षा बैठक में सचिव महोदय द्वारा सभी PlAs को निदेश दिया गया कि झारखण्ड जलछाजन योजना (JJY) अंतर्गत सभी परियोजनाओं का वित्तीय एवं भीतिक गतिविधियों को JJY Portal के MIS में यथाशीघ्र Entry किया जाय ताकि पारदर्शिता हो सके। सचिव द्वारा कहा गया कि परियोजना की अवधि मात्र एक वर्ष छ माह शेष है। अतएव परियोजना में अधिक से अधिक PIA स्तर पर व्यय किया जाय सुनिश्चित करें। साथ ही सचिव द्वारा सभी जिलों के जिला तकनीकी विशेषज्ञ, WCDC सभी जिलों के सभी PlAs को निदेश दिया गया परियोजना में स्वीकृति गतिविधियों को ससमय एवं गुणवत्ता पूर्ण कार्य किया जाय।

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