आदिवासी समाज के लिए प्राण भी देना पड़े तो दूंगा: डॉ. इरफान अंसारी
जामताड़ा :मिहिजाम के कुशियारो में बाहा पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी शामिल हुए। उन्होंने ग्रामीणों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सृष्टि की सम्मान में मनाया जाने वाला बाहा पर्व हमारी विरासत है। आदिवासी समाज का जल, जंगल, जमीन से अटूट संबंध है। प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन करने वाला आदिवासी समाज हम सबके लिए प्रेरणादायी है।
मैं जब से विधायक बना हूं आदिवासी समाज के लिए पूरी मेहनत से कार्य कर रहा हूं। मेरा लक्ष्य आदिवासी समाज को विकास से जोड़ना है और योजनाओं का लाभ दिलाना है।
अलग राज्य बनने के बाद से ही झारखण्ड में भाजपा का शाषण रहा जिस कारण आदिवासी समाज विकास से दूर रह गया। भाजपा ने हमेशा जल, जंगल, जमीन को लूटने का काम किया न कि आदिवासियों के विकास पर। लेकिन आज झारखण्ड में हमारे ओजस्वी मुख्यमंत्री आदरणीय श्री हेमंत सोरेन जी की सरकार है जिसमे आदिवासियों के विकास और कल्याण को प्राथमिकता दी जा रही है।
आदिवासी बच्चों उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने का काम कर रही है हमारी सरकार। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार हर चीज़ आप तक सुलभता से पहुंचाया जा रहा है।
कार्यक्रम में उपस्थित हज़ारों की संख्या में महिलाओं ने डॉ. इरफान अंसारी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी से जुड़ने की बात कही। महिलाएं जामताड़ा विधायक के विकास कार्यों खासकर महिला शसक्तीकरण से प्रभावित थी। सभी ने एक स्वर में कहा कि हम डॉ. इरफान अंसारी के साथ हैं। जनसेवक हो तो इरफान अंसारी जैसा।
कार्यक्रम में जामताड़ा विधायक का ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। चारो ओर हर्ष उल्लास का माहौल था।
ग्रामीणों के प्यार और भव्य स्वागत से अभिभूत होकर डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि मैं मेरे पिता फुरकान अंसारी जी के नक्शेकदम पर चलकर निस्वार्थ भाव से जनसेवा कर रहा हूं। मैं अंबानी-अडानी, टाटा-बिरला और भाजपा वालों की तरह अरबपति नही हूं। लेकिन मेरे पास आपलोगों का स्नेह और आशीर्वाद है जो इनलोगों के पास नही है।