आइएएस पूजा सिंघल को ईडी के सामने पांच चरणों में देनी होगी परीक्षा, कठिन डगर है पनघट की

रांचीः आइएएस पूजा सिंघल को ईडी के सामने पांच चरणों की परीक्षा देनी होगी। वैसे तो पूजा सिंघल यूपीएससी में तीन चरण पीटी, मेंस और इंटरव्यू की परीक्षा देकर इस मुकाम तक पहुंची। लेकिन अब जो परीक्षा होने वाली है, उनके लिए काफी टफ है। पांच चरणों से गुजरना होगा। क्योंकि उनके लिए ईडी द्वारा पूछे गए पांच सवालों का जवाब देना मुश्किल हो सकता है। मतलब कठिन डगर है पनघट की। पूजा को यह बताना होगा कि खूंटी डीसी रहते हुए मनरोगा योजना का पांच फीसदी कमिश्न कहां पहुंचता था। यह सवाल पूछे जाने की वजह यह है कि जूनियर इंजीनिय़र राम विनोद प्रसाद सिन्हा ने परियोजनाओं की कीमत का पांच प्रतिशत कमीशन इंजीनियर शाखा व अपने सीनियर को तथा पांच प्रतिशत कमीशन डीसी कार्यालय को देने की बात स्वीकारी थी। दूसरा टफ सवाल यह भी है कि डीसी ऑफिस में उनके व उनके पति के खाते में 1.43 करोड़ रुपये नकदी कहां से आए थे। इडी को मिले दस्तावेज में यह खुलासा हो गया है कि उन्होंने अपने निजी खाते से 16.57 लाख रुपये चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह के खाते में स्थानांतरित किया है। तीसरा सवाल भी गंभीर है। इसके तहत पूजा सिंघल को यह बताना होगा कि चतरा में डीसी रहते हुए दो एनजीओ वेलफेयर पाइंट और प्रेरणा निकेतन को छह करोड़ राशि मूसली की खेती के लिए आवंटित की गई थी। जबकि इस तरह का कोई कार्य वहां नहीं हुआ था। ईडी के अनुसंधान में इस बात की पुष्टि हो चुकी है।
चौथा सवाल काफी इंपोर्टनेंट माना जा रहा है। पूजा सिंघल को यह बताना होगा कि किस अधिकार के तहत डीसी पर रहते हुए करीब 83 एकड़ जंगल भूमि को निजी कंपनी को खनन के लिए ट्रांसफर करना पड़ा था। पांचवा सवाल भी काफी पेचिदा हो सकाता है। इसमें पल्स अस्पताल केसाथ 20 से अधिक शेल कंपनियों में काला धन खपाने का मामला सामने आया है। कुल मिलाकर आइएएस पूजा सिंघल का चक्रव्यूह से निकला मश्किल लग रहा है।

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