27 जुलाई बृहस्पतिवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष:आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज प्रत्येक क्षेत्र में विरोधी परास्त होंगे। सामाजिक मान-सम्मान बढेगा। व्यापार विस्तार अथवा नए कार्य का आरंभ समय अनुकूल रहने पर भी आज ना करें तो सही है। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। किसी परिचित से लंबे समय बाद भेंट से हर्ष एवं लाभ होगा। स्त्री एवं संतान के ऊपर खर्च करेंगे , दाम्पत्य जीवन का पूर्ण सुख मिलेगा। मेहनत व सूझबूझ से कार्यक्षेत्र पर संतुष्टि मिलेगी व मान सम्मान बढेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

वृष:आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज दिन भर शारीरिक रूप से चुस्त बने रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आपके कार्यों की प्रशंसा होगी। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी सामाजिक मान-सम्मान मिलेगा। किसी स्वजन के सहयोग से कर्ज से मुक्ति मिलेगी। विरोधी आज शांत रहेंगे। परिजनों के साथ धार्मिक यात्रा के योग है। संतान से सुख-सहयोग मिलेगा। फिर भी सरकार विरोधी अथवा अनैतिक क्रियाओं से दूरी बना कर रहें। आय-व्यय में संतुलन नहीं रहने से आर्थिक समस्या बन सकती है।

मिथुन:आपका आज के दिन का अधिकांश समय आराम से व्यतीत होगा। सामाजिक एवं धार्मिक कार्यो में योगदान देने से यश एवं सम्मान की प्राप्ति होगी। आप अपने पराक्रम से बिगड़े कार्यो को बना लेंगे प्रतिस्पर्धी नतमस्तक होंगे। धन लाभ संतोषजनक रहेगा।जायदाद एवं कानूनी कार्यो को जल्दबाजी में ना करे नुक्सान उठाना पड़ सकता है। गृहस्थ जीवन की जटिलताएं हल होंगी संतान की प्रगति से हर्ष होगा। महिला मित्रो से ज्यादा निकटता के कारण परेशानी हो सकती है।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आपका आज का दिन सामान्य रहेगा फिर भी सेहत की अनदेखी न करें। पेट सम्बंधित समस्या बड़ा रूप ना ले इसका ध्यान रखे। कार्य क्षेत्र पर अधिकांश समय उबन में बीतेगा। व्यवसाय में निवेश एवं जोखिम के कार्य हाथ में लेना हानिकर रहेगा। आलस्य न करें। कारोबारी कार्य से यात्रा के योग है। अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। पारिवारिक मामलो को ज्यादा महत्त्व दें। सेहत का विशेष ध्यान रखें।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आपका आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। व्यवसाय नौकरी में मनचाही उन्नति मिलने से दिन भर प्रसन्न रहेंगे। आज आपके विचारो से सभी प्रभावित रहेंगे। दलाली के व्यवसाय में निवेश से विशेष लाभ की सम्भवना है। आपके सभी कार्य सहजता से पूर्ण होंगे जिससे उत्साह बढ़ेगा। परिजनों के साथ किसी मांगलिक कार्यक्रम में सम्मिलित हो सकते है। संध्या का समय सगे-सम्बंधियों और मित्रों के साथ सुख में व्यतीत होगा। परन्तु लापरवाही अथवा व्यवहारिकता की कमी के कारण सम्बन्धों में खटास आ सकती है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आप ज्यादा मेहनत करने के मूड में नहीं रहेंगे परन्तु पुराने कार्यो अथवा कार्य क्षेत्र पर व्यवस्था बनाने में काफी परिश्रम करना पड़ेगा। मन में यात्रा के विचार दुविधा में डालेंगे। कार्य क्षेत्र पर किसी की लापरवाही के कारण नोंकझोंक हो सकती है। लोग आज स्वार्थ सिद्धि के कारण आपकी गलतियों को भी नजर अंदाज करेंगे। धन लाभ होते होते किसी विघ्न आने से टल सकता है। जल्दबाजी में किया गया कार्य बिगड़ सकता है धैर्य रखें।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आपका आज का दिन सामान्यतः शुभ ही रहेगा। सेहत छोटी मोटी तकलीफों को छोड़ अनुकूल बनी रहेगी। अधिकारियो के आपके प्रति विश्वास एवं लक्ष्य के प्रति दृढ इच्छाशक्ति से कार्य करने पर मनचाही सफलता मिल सकती है। कार्य क्षेत्र पर सहयोगियों से किसी कारण मतभेद भी रहेंगे। किसी अप्रत्याशित सुख मिलने से परिवार में आनंद का वातावरण रहेगा। आवश्यक काम से यात्रा हो सकती है। अत्याधिक काम वासना के कारण सम्मान हानि की सम्भवना है। विदेश सम्बंधित मामलो में शुभ समाचार मिलेंगे।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आपका आज का दिन मिलाजुला फलदायी रहेगा । आलस्य एवं शिथिलता के कारण कार्य के प्रति उत्साह नहीं रहेगा। किसी अरिष्ट की चिंता सताएगी। शेयर सट्टे में भारी हानि के योग है अनुभवी की सलाह लेकर ही निवेश करें। उधारी वाले व्यवहार परेशान कर सकते हैं। संध्या के समय स्थिति में सुधार आने से कुछ राहत मिलेगी। किसी महिला के द्वारा भाग्योदय होगा। दिन भर की क्रियाएं शुभ फल देने लगेंगी। धर्म-कर्म के गूढ़ रहस्यों को।जानने का सौभाग्य मिलेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके अनुकूल बीतेगा। प्रातः काल से ही हर परिस्थिति पर आपकी पकड़ रहेगी। बड़ो के मार्गदर्शन से व्यवसाय एवं पैतृक सम्बंधित लगभग सभी समस्याओं का समाधान होने से आय के नविन स्त्रोत्र बनेंगे। सरकारी कार्य भी थोड़े परिश्रम के बाद बन जाएंगे। पुराने अटके धन की प्राप्ति होगी। सामाजिक व्यवहार बढ़ेगा। आकस्मिक छोटी यात्रा के योग है। दाम्पत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। घरेलु वस्तु एवं संतानों के ऊपर खर्च करेंगे। धन की अपेक्षा आज संबंधो को महत्त्व दें।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपको प्रारब्ध अनुसार जितना मिले उसी में संतोष कर लेंगे। परन्तु फिर भी अंदरूनी तौर पर मन में कुछ ना कुछ कमी बनी रहेगी। कुंवारे जातको को योग्य जीवन साथी मिलने की सम्भवना रहेगी। परिजनों के साथ खरीददारी करेंगे। दैनिक रोजगार में आज अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। खर्च अधिक रहने से आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी। सरकारी कार्य करने के लिए आज का दिन अनुकूल है। व्यसन एवं फिजूल खर्ची से बचें। किसी को मन की बात ना बताएं ना ही किसी के ज्यादा निकट रहें।

कुंभ:आपका आज का दिन शुभ रहेगा। आज कार्य क्षेत्र पर अनुकूल वातावरण मिलने से उत्साह में वृद्धि होगी। सहकर्मियों एवं अधिकारियो का अपेक्षित व्यवहार मिलने से आशानुकूल लाभ अर्जित करेंगे। पुरानी देनदारी से परेशानी भी हो सकती है। विरोधीयों का षड्यंत्र असफल होगा। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति पर अधिक खर्च करेंगे। स्त्री संतान का सहयोग मिलेगा। सुख के साधनों में वृद्धि करना आज आपकी प्राथमिकता रहेगी। सेहत में थोड़ा उतार चढ़ाव रहेगा फिर भी इसका दैनिक कार्यो पर असर नहीं पड़ेगा।

मीन:आज के दिन क्रोध अथवा अहम् की भावना बने बनाये कार्यो पर पानी फेर सकती है इसलिए ख़ास कर व्यावसायिक एव सामाजिक क्षेत्र पर विवेक पूर्ण व्यवहार रखे। कार्यो में प्रारंभिक विलम्ब या असफलता से घबराए नही प्रयास जारी रखें सफलता अवश्य मिलेगी।आज स्त्री पक्ष से झगड़ा न करें , काम के समय यही साथ देगी इस बात को ध्यान में रखकर चलें। दोपहर के बाद मेहनत का फल धन लाभ के रूप में मिल जाएगा। सन्तानो अथवा भाई बंधुओ से किसी भी प्रकार के सहयोग की उम्मीद बेकार है।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞
🌤️ दिनांक – 27 जुलाई 2023
🌤️ दिन – गुरूवार
🌤️ विक्रम संवत – 2080
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – वर्षा ॠतु
🌤️ मास – अधिक श्रावण
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – नवमी शाम 03:47 तक तत्पश्चात दशमी
🌤️ नक्षत्र – विशाखा 28 जुलाई रात्रि 01:28 तक तत्पश्चात अनुराधा
🌤️ योग – शुभ दोपहर 01:39 तक तत्पश्चात शुक्ल
🌤️ राहुकाल – दोपहर 02:24 से शाम04:03 तक
🌞 सूर्योदय-05:21
🌤️ सूर्यास्त- 06:18
👉 दिशाशूल- दक्षिण दिशा में
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
💥 *विशेष- नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

शिव स्वरूप रूदाक्ष को सावन माह मे इस तरह पहने⤵️

🌷 बेल (बिल्व) 🌷
🍃 स्कंद पुराण के अनुसार रविवार और द्वादशी के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।
🍃 जिस स्थान में बिल्ववृक्षों का घना वन है, वह स्थान काशी के समान पवित्र है।
🍃 बिल्वपत्र छः मास तक बासी नहीं माना जाता।
🍃 चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, द्वादशी, चतुर्दशी, अमावस्या, पूर्णिमा, संक्रान्ति और सोमवार को तथा दोपहर के बाद बिल्वपत्र न तोड़ें।
🍃 40 दिन तक बिल्ववृक्ष के सात पत्ते प्रतिदिन खाकर थोड़ा पानी पीने से स्वप्न दोष की बीमारी से छुटकारा मिलता है।
🍃 घर के आँगन में बिल्ववृक्ष लगाने से घर पापनाशक और यशस्वी होता है। बेल का वृक्ष उत्तर-पश्चिम में हो तो यश बढ़ता है, उत्तर-दक्षिण में हो तो सुख शांति बढ़ती है और बीच में हो तो मधुर जीवन बनता है।
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🌷 चतुर्मास में बिल्वपत्र की महत्ता 🌷
🍃 चतुर्मास में शीत जलवायु के कारण वातदोष प्रकुपित हो जाता है। अम्लीय जल से पित्त भी धीरे-धीरे संचित होने लगता है। हवा की आर्द्रता (नमी) जठराग्नि को मंद कर देती है। सूर्यकिरणों की कमी से जलवायु दूषित हो जाते हैं। यह परिस्थिति अनेक व्याधियों को आमंत्रित करती है। इसलिए इन दिनों में व्रत उपवास व होम-हवनादि को हिन्दू संस्कृति ने विशेष महत्त्व दिया है। इन दिनों में भगवान शिवजी की पूजा में प्रयुक्त होने वाले बिल्वपत्र धार्मिक लाभ के साथ साथ स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करते हैं।
🍃 बिल्वपत्र उत्तम वायुनाशक, कफ-निस्सारक व जठराग्निवर्धक है। ये कृमि व दुर्गन्ध का नाश करते हैं। इनमें निहित उड़नशील तैल व इगेलिन, इगेलेनिन नामक क्षार-तत्त्व आदि औषधीय गुणों से भरपूर हैं। चतुर्मास में उत्पन्न होने वाले रोगों का प्रतिकार करने की क्षमता बिल्वपत्र में है।
🍃 बिल्वपत्र ज्वरनाशक, वेदनाहर, कृमिनाशक, संग्राही (मल को बाँधकर लाने वाले) व सूजन उतारने वाले हैं। ये मूत्र के प्रमाण व मूत्रगत शर्करा को कम करते हैं। शरीर के सूक्ष्म मल का शोषण कर उसे मूत्र के द्वारा बाहर निकाल देते हैं। इससे शरीर की आभ्यंतर शुद्धि हो जाती है। बिल्वपत्र हृदय व मस्तिष्क को बल प्रदान करते हैं। शरीर को पुष्ट व सुडौल बनाते हैं। इनके सेवन से मन में सात्त्विकता आती है।
💊 बिल्वपत्र के प्रयोग 💊
🍃 बेल के पत्ते पीसकर गुड़ मिला के गोलियाँ बनाकर खाने से विषमज्वर से रक्षा होती है।
🍃 पत्तों के रस में शहद मिलाकर पीने से इन दिनों में होने वाली सर्दी, खाँसी, बुखार आदि कफजन्य रोगों में लाभ होता है।
🍃 बारिश में दमे के मरीजों की साँस फूलने लगती है। बेल के पत्तों का काढ़ा इसके लिए लाभदायी है।
🍃 बरसात में आँख आने की बीमारी (Conjuctivitis) होने लगती है। बेल के पत्ते पीसकर आँखों पर लेप करने से एवं पत्तों का रस आँखों में डालने से आँखें ठीक हो जाती है।
🍃 कृमि नष्ट करने के लिए पत्तों का रस पीना पर्याप्त है।
🍃 एक चम्मच रस पिलाने से बच्चों के दस्त तुरंत रुक जाते हैं।
🍃 संधिवात में पत्ते गर्म करके बाँधने से सूजन व दर्द में राहत मिलती है।
🍃 बेलपत्र पानी में डालकर स्नान करने से वायु का शमन होता है, सात्त्विकता बढ़ती है।
🍃 बेलपत्र का रस लगाकर आधे घंटे बाद नहाने से शरीर की दुर्गन्ध दूर होती है।
🍃 पत्तों के रस में मिश्री मिलाकर पीने से अम्लपित्त (Acidity) में आराम मिलता है।
🍃 स्त्रियों के अधिक मासिक स्राव व श्वेतस्राव (Leucorrhoea) में बेलपत्र एवं जीरा पीसकर दूध में मिलाकर पीना खूब लाभदायी है। यह प्रयोग पुरुषों में होने वाले धातुस्राव को भी रोकता है।
🍃 तीन बिल्वपत्र व एक काली मिर्च सुबह चबाकर खाने से और साथ में ताड़ासन व पुल-अप्स करने से कद बढ़ता है। नाटे ठिंगने बच्चों के लिए यह प्रयोग आशीर्वादरूप है।
🍃 मधुमेह (डायबिटीज) में ताजे बिल्वपत्र अथवा सूखे पत्तों का चूर्ण खाने से मूत्रशर्करा व मूत्रवेग नियंत्रित होता है।
🍃 बिल्वपत्र की रस की मात्राः 10 से 20 मि.ली.

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