17 सितम्बर रविवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष:आज आप अपने लिए समय निकाल सकते हैं व कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। यदि आप नौकरी में परिवर्तन की तलाश में हैं तो आपको आज कई अवसर मिल सकते हैं। धन निवेश से अच्छा लाभ मिलेगा। प्रबंधन क्षेत्र के छात्र अच्छा प्रदर्शन करेंगें। सहयोगात्मक भावना होगी , कुछ तनावपूर्ण रिश्तों का अंत संभव है। स्वास्थ्य लाभ होगा।
वृष:आज आपका दिन सामान्य रहेगा । इस अवधि में नियोजित कार्य बहुत अधिक परिणाम नहीं दिखाएगा, किन्तु परिणाम जो भी हों, सकारात्मक होंगें। आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए दिन शुभ है। यदि आपने किसी को पैसे उधार दिए थे, तो उसे पाने के लिए सौहार्दपूर्ण समझौता करना श्रेयकर रहेगा। कोर्ट के बाहर मुकदमे का निपटारा होगा।
मिथुन:आज आपका दिन आपके अनुकूल होगा । आप अपनी नौकरी में बदलाव की उम्मीद कर सकते हैं। विदेश यात्रा भी संभव है। आप अपनी संभावनाओं के उत्थान की आशा भी कर सकते हैं क्योंकि आप अपनी वर्तमान नौकरी से अधिक पसंदीदा स्थान पर स्थानांतरित हो सकते हैं। आज आपके धन में बढ़ोत्तरी होगी। छात्र अपनी पढ़ाई में अच्छा करेंगे।
कर्क:आज आपका दिन खुशनुमा रहेगा । व्यवसायियों को नए रुझान और रास्ते मिलेंगे जो उनकी नकदी में वृद्धि करेंगें। आज आपकी वित्तीय स्थिति बहुत मजबूत होगी। आपके द्वारा की गई बचत, आपके परिवार के लिए लाभकारी साबित होगी बुजुर्ग अपने बच्चों को सफलता प्राप्त करते हुए देख खुश होंगे।
सिंह:आज का दिन आपके लिए कुछ परेशानी लिए हो सकता है बाकी दिन मिलाजुला रहेगा। काम के दौरान आप वैचारिक मतभेदों को लेकर अपने सहयोगियों के साथ संघर्ष में आ सकते हैं, इसलिए आपको व्यावहारिक रहने की आवश्यकता है। आपके कुछ दोस्त और रिश्तेदार आपके बारे में अलग राय रखेंगे और दूसरों का पक्ष ले सकते हैं।
कन्या:आज आपका दिन सामान्य रहेगा । आज आप अपने अधीनस्थ अथवा सहयोगी को संवेदनशील मुद्दों को समझाने में मदद कर सकतें हैं। व्यापारी वर्ग ग्राहकों की पसंद में दिलचस्पी लेंगे और आसानी से आर्थिक लाभ अर्जित कर पाएंगे। अविवाहित युवक और युवतियों को अपना जीवन साथी मिल सकता है। आपको अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से अच्छी ख़बरें मिलेंगीं।
तुला:आज आपका दिन मिलाजुला रहेगा व आपका आर्थिक पक्ष अस्थिर हो सकता है। आपके आलोचक और शत्रु आपके लिए समस्याएं पैदा करेंगे किन्तु आप कूटनीति के प्रयोग से उन्हें चुप करा सकते हैं। आपका दैनिक कार्यक्रम व्यस्त रहेगा। नौकरीपेशा जातक पूर्व में अपने द्वारा किए गए शुभ कृत्यों के लिए आज मान्यता प्राप्त करेंगे।
वृश्चिक:आज आपका दिन बेहतरीन होगा । आज खुद के लिए जोखिम लेने की क्षमताओं पर अंकुश लगाना बेहतर होगा। यदि आपने पहले से भी जोखिम उठाए हैं तो उन्हें उपयुक्त रूप से पुरस्कृत किया जाएगा। निवेश समझदारी से करें अन्यथा आर्थिक पक्ष अस्थिर हो सकता है। अपने काम की वजह से आपको लगातार यात्रा पर भी जाना पड़ सकता है।
धनु:आज आपका दिन अनुकूल रहेगा । आज आप प्रेम संबंधों में लिप्तमढ जातक अपने साथी के साथ भावनात्मक परिवेश में एक नया समीकरण विकसित कर पाएंगे। आज व्यावसायिक और व्यापारी सभी गतिविधियों में काफी प्रगति होने की संभावना है। आर्थिक रूप से भी आज का समय उत्कृष्ट है। स्वास्थ्य में लाभ होगा।
मकर:आज आपका दिन आपके अनुरूप वह परिस्थितियों के अनुरूप दोनों तरह से होगा। व्यापारिक सन्दर्भ में विलय हो सकतें हैं। प्रतिकूल समय है, कार्य स्थल पर बार-बार परिवर्तन आपको भ्रमित कर सकता है। प्रेम संबंधों के लिए यह एक अच्छा समय है। बुजुर्ग अपनी संस्कृति, जीवन शैली और तीर्थयात्रा के प्रति अधिक रुचिवान होंगें। विवाहित जातकों को जीवनसाथी की तरफ से तनाव मिल सकता है।
कुंभ:आज आपका दिन शुभ रहेगा। आज आप व्यापारिक एव व्यावसायिक सन्दर्भ में महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। आप अपने प्रयासों से चौतरफा सफलता प्राप्त करेंगे और आपकी शक्तियां बढ़ेंगी। आप अपने द्वारा किए गए किसी भी निवेश में लाभ प्राप्त करेंगे और मन संतुष्ट एव शांत रहेगा। यदि आप एक जीवनसाथी की खोज कर रहे हैं, तो यह समय अच्छा है।
मीन:आज का दिन आपके लिए शानदार साबित होगा। कठिन समय के बाद आखिरकार आप अपने चेहरे पर मुस्कान के साथ सुकून देख सकेंगे। आप अपनी कड़ी मेहनत और श्रम के लिए इनाम की उम्मीद कर सकते हैं। आपको अपनी नौकरी में पदोन्नति मिलेगी। प्रेम संबंधों में आप सावधानी बरतें। स्वास्थ्य सुधार निश्चित है।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞
🌤️ दिनांक – 17 सितम्बर 2023
🌤️ दिन – रविवार
🌤️ विक्रम संवत – 2080
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – भाद्रपद
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – द्वितीया सुबह 11:08 तक तत्पश्चात तृतीया
🌤️ नक्षत्र – हस्त सुबह 10:02 तक तत्पश्चात चित्रा
🌤️ योग – ब्रह्म 18 सितम्बर प्रातः 04:28 तक तत्पश्चात इन्द्र
🌤️ राहुकाल – शाम 05:08 से शाम 06:40 तक
🌞 सूर्योदय-05:37
🌤️ सूर्यास्त- 06:04
👉 दिशाशूल- पश्चिम दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण – षणशीति-कन्या संक्रांति (पुण्यकाल:दोपहर 01:43 से सूर्यास्त तक
💥 विशेष- द्वितीया को बृहती (छोटा  बैगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
💥 रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)
💥 रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)
💥 स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।

हरितालिका व्रत पर सुहागन स्त्रिया इतना जरूर करे⤵️

🌷 हरितालिका तीज 🌷
🙏🏻 भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज का व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत 18 सितम्बर, सोमवार को है। विधि-विधान से हरितालिका तीज का व्रत करने से कुंवारी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है, वहीं विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य मिलता है। इस व्रत की विधि इस प्रकार है-
🌷 विधि
इस दिन महिलाएं निर्जल (बिना कुछ खाए-पिए) रहकर व्रत करती हैं। इस व्रत में बालूरेत से भगवान शंकर व माता पार्वती का मूर्ति बनाकर पूजन किया जाता है। घर को साफ-स्वच्छ कर तोरण-मंडप आदि से सजाएं। एक पवित्र चौकी पर शुद्ध मिट्टी में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग, रिद्धि-सिद्धि सहित गणेश, पार्वती एवं उनकी सखी की आकृति (प्रतिमा) बनाएं।
🙏🏻 प्रतिमाएं बनाते समय भगवान का स्मरण करें। देवताओं का आह्वान कर षोडशोपचार पूजन करें। व्रत का पूजन रात भर चलता है। महिलाएं जागरण करती हैं और कथा-पूजन के साथ कीर्तन करती हैं। प्रत्येक प्रहर में भगवान शिव को सभी प्रकार की वनस्पतियां जैसे बिल्व-पत्र, आम के पत्ते, चंपक के पत्ते एवं केवड़ा अर्पण किया जाता है। आरती और स्तोत्र द्वारा आराधना की जाती है।
🌷 भगवती-उमा की पूजा के लिए ये मंत्र बोलें-
ऊं उमायै नम:, ऊं पार्वत्यै नम:, ऊं जगद्धात्र्यै नम:, ऊं जगत्प्रतिष्ठयै नम:, ऊं शांतिरूपिण्यै नम:, ऊं शिवायै नम:
🌷 भगवान शिव की आराधना इन मंत्रों से करें-
ऊं हराय नम:, ऊं महेश्वराय नम:, ऊं शम्भवे नम:, ऊं शूलपाणये नम:, ऊं पिनाकवृषे नम:, ऊं शिवाय नम:, ऊं पशुपतये नम:, ऊं महादेवाय नम:
🙏🏻 पूजा दूसरे दिन सुबह समाप्त होती है, तब महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं और अन्न ग्रहण करती हैं।

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