14 अक्टूबर शनिवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष:आज आप अपने आत्मविश्वास व कार्य क्षमता द्वारा स्थितियों को और अधिक बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे और सफलता भी हासिल होगी। जीवनसाथी का मन जीत पाएंगे । घर की जरूरतों को पूरा करने में भी आपका समय व्यतीत होगा। किसी निकट संबंधी से चल रही गलतफहमी भी आज दूर होगी। गुस्सा त्याग दें। संतान के लिए समय अवश्य निकालें। थकान कम हो जाएगी व स्वास्थ्य लाभ होगा।
वृष:आज आपका दिन सामान्य रहेगा। व्यवसायिक गतिविधियां भी सामान्य ही रहेंगी। रखरखाव संबंधी कार्यों में खर्च बढ़ सकता है। आय होने के साथ-साथ खर्चे भी रहेंगे। नौकरी पेशा व्यक्तियों को आज घर पर भी ऑफिस का काम करना पड़ सकता है। तबीयत में सुधार होगा।
मिथुन:आज दिन का अधिकतर समय धार्मिक और आध्यात्मिक संस्थाओं या कार्यो में व्यतीत होगा। आप मानसिक रूप से बहुत अधिक सुकून महसूस करेंगे। आपका कोई महत्वपूर्ण कार्य भी संपन्न हो सकता है। युवा वर्ग अपनी मेहनत के अनुरूप परिणाम मिलने से खुशी महसूस करेंगे। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
कर्क:आज आपका दिन मान सम्मान में वृद्धि करेगा । मन साफ व पवित्र विचार धारा की और अग्रसर होगा । मार्केटिंग संबंधी गतिविधियों में ज्यादा ध्यान दें। तथा संपर्क सूत्रों को भी और अधिक मजबूत करें। इस समय व्यापार से संबंधित विज्ञापन करने की आवश्यकता है। प्रभावशाली लोगों की मदद से कोई महत्वपूर्ण कार्य संपन्न होगा। सेहत सही रहेगी।
सिंह:आज आपका दिन उदारवादी रहेगा । जीवनसाथी का भरपूर सहयोग मिलेगा। अपनी पिछली गलतियों से सीखकर अपने वर्तमान को बेहतर बनाएंगे। इस समय अधिकतर कार्य आपके मन मुताबिक तरीके से संपन्न होंगे। भाइयों के साथ चल रहा कोई वाद-विवाद आपसी सूझबूझ से हल हो जाएगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
कन्या:आज आपका दिन मिला जुला रहेगा । धार्मिक कार्यों में प्रवृत्ति बढ़ेगी । कार्यक्षेत्र की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। किसी के हस्तक्षेप द्वारा आपकी योजनाएं व कार्य बिगड़ सकते हैं। बेहतर होगा कि अपनी कार्यप्रणाली संबंधी गतिविधियों को किसी के साथ शेयर ना करें। इस समय किसी भी प्रकार की व्यवसायिक यात्रा को स्थगित रखना उचित रहेगा। सेहत सही रहेगी।
तुला:आज आपकी संतुलित दिनचर्या की वजह से अधिकतर काम समय पर पूरे होते जाएंगे। किसी धार्मिक व्यक्ति से मुलाकात आपकी विचारधारा में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी। मान सम्मान में बढोतरी होगी। विद्यार्थियों को भी इंटरव्यू व करियर संबंधी परीक्षा में सफलता मिलने की पूरी संभावना है। तबीयत ठीक रहेगी।
वृश्चिक:आज आपका दिन मनोनुकूल रहेगा । नवीन कार्य प्रणाली संबंधी योजनाएं बनेगी तथा सफल भी होंगी। आध्यात्मिक उन्नति होगी । परिवार का सहयोग मिलेगा । इस समय कोई बड़ा अनुबंध मिलने की संभावना है। दैनिक आय में भी वृद्धि होगी। इस समय शेयर और स्टॉक मार्केट से संबंधित कार्यों में रुचि ना लें। सेहत बढिया रहेगी।
धनु:आज आपका दिन भाग्यशाली रहेगा । किस्मत का सितारा बुलन्द रहेगा । धर्म-कर्म और अध्यात्म से जुड़े कार्यों में रुचि रहेगी। अगर इस समय पैतृक संपत्ति संबंधी कोई विवाद चल रहा है तो वह किसी की मध्यस्थता से आसानी से हल होने की संभावना है। घर के बड़े बुजुर्गों की सेवा व देखभाल करने से आपको आत्मिक शांति महसूस होगी। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
मकर:आज आपका दिन मिलाजुला रहेगा । बुजुर्गों का आशीर्वाद फलदायी होगा । जीवनसाथी का सहयोग सफलता दिलाएगा ।व्यवसाय के विस्तार संबंधी कार्यों को आज स्थगित रखें। टैक्स संबंधी अपनी फाइलों को पूरी तरह व्यवस्थित रखें। दूसरों के सुझाव पर भी गंभीरता से विचार करें। सेहत बेहतर रहेगी।
कुंभ:आज आपका दिन मनोहारी व लाभकारी रहेगा । किसी शुभ समाचार के मिलने से घर-परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। अनुभवी तथा वरिष्ठ लोगों की सलाह व सहयोग आपके व्यक्तित्व को और अधिक निखारेंगे। जिससे आपके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी। घर पर किसी धार्मिक आयोजन की भी योजना बनेगी। स्वास्थ्य लाभ होगा।
मीन:आज आपका दिन मध्यम सा रहेगा । कोई भी व्यवसायिक डील फाइनल करते समय समझदारी व सूझबूझ की आवश्यकता है। जल्दबाजी में निर्णय न लें तो बेहतर रहेगा। किसी को पैसा उधार ना दें। पारिवारिक वातावरण सकारात्मक व सहयोगात्मक रहेगा। जीवनसाथी पर भरोसा रखें। स्वास्थ्य सही रहेगा।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ll🌞
🌤️ दिनांक – 14 अक्टूबर 2023
🌤️ दिन – शनिवार
🌤️ विक्रम संवत – 2080
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – आश्विन
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – अमावस्या रात्रि 11:24 तक तत्पश्चात प्रतिपदा
🌤️ नक्षत्र – हस्त शाम 04:24 तक तत्पश्चात चित्रा
🌤️ योग – इन्द्र सुबह 10:25 तक तत्पश्चात वैधृति
🌤️ राहुकाल – सुबह 09:29 से सुबह 10:57 तक
🌞 सूर्योदय-05:39
🌤️ सूर्यास्त- 06:01
👉 दिशाशूल- पूर्व दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण – आश्विन अमावस्या,दर्श अमावस्या,सर्वपित्री अमावस्या का श्राद्ध,अज्ञात तिथिवालों का श्राद्ध,महालय समाप्त
💥 विशेष – अमावस्या और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
💥 ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)
💥 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)
💥 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)

👉🏻 शारदीय नवरात्रि पर किस दिन किस देवी की पूजा से विशेष लाभ होता है संपूर्ण जानकारी⤵️

🌷 शारदीय नवरात्रिः सफलता के लिए 🌷
15 अक्टूबर 2023 रविवार से शारदीय नवरात्रि प्रारंभ ।
🙏🏻 आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक शारदीय नवरात्रि पर्व होता है। यदि कोई पूरे नवरात्रि के उपवास-व्रत न कर सकता हो तो सप्तमी, अष्टमी और नवमी – तीन दिन उपवास करके देवी की पूजा करने से वह संपूर्ण नवरात्रि के उपवास के फल को प्राप्त करता है।
🙏🏻 ‘श्रीमद् देवी भागवत’ में आता है कि यह व्रत महासिद्धि देने वाला, धन-धान्य प्रदान करने वाला, सुख व संतान बढ़ाने वाला, आयु एवं आरोग्य वर्धक तथा स्वर्ग और मोक्ष तक देने में समर्थ है। यह व्रत शत्रुओं का दमन व बल की वृद्धि करने वाला है। महान-से-महान पापी भी यदि नवरात्रि व्रत कर ले तो संपूर्ण पापों से उसका उद्धार हो जाता है।
🙏🏻 नवरात्रि का उत्तम जागरण वह है कि जिसमें- शास्त्र ज्ञान की चर्चा हो, प्रज्जवलित दीपक रखा हो, देवी का भक्तिभावयुक्त कीर्तन हो, वाट्य, ताल सहित का सात्त्विक संगीत हो, मन में प्रसन्नता हो, सात्त्विक नृत्य हो, डिस्को या ऐसे दूसरे किसी नृत्य का आयोजन न हो, सात्त्विक नृत्य, कीर्तन के समय भी जगदम्बा माता के सामने दृष्टि स्थिर रखें, किसी को बुरी नजर से न देखें।
🙏🏻 नवरात्रि के दिनों में गरबे गाने की प्रथा है। पैर के तलुओ एवं हाथ की हथेलियों में शरीर की सभी नाड़ियों के केन्द्रबिन्दु हैं, जिन पर गरबे में दबाव पड़ने से ‘एक्यूप्रेशर’ का लाभ मिल जाता है एवं शरीर में नयी शक्ति-स्फूर्ति जाग जाती है। नृत्य से प्राण-अपान की गति सम होती है तो सुषुप्त शक्तियों को जागृत होने का अवसर मिलता है एवं गाने से हृदय में माँ के प्रति दिव्य भाव उमड़ता है। बहुत गाने से शक्ति क्षीण होती है।
🙏🏻 क्या करें क्या न करें पुस्तक से

🌷 अमावस्या 🌷
14 अक्टूबर 2023 शनिवार को अमावस्या है ।
🙏🏻 अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है (विष्णु पुराण)

🌷 धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए 🌷
🔥 हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।
🍛 सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।
🔥 विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।
🔥 आहुति मंत्र 🔥
🌷 १. ॐ कुल देवताभ्यो नमः
🌷 २. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः
🌷 ३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः
🌷 ४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः
🌷 ५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः

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